दिल्ली पुलिस के प्रमुख नीरज कुमार ने कहा कि पुलिस डकैती एवं
छिनैती जैसी वारदातों के समय होने वाली हत्याओं को रोक सकती है लेकिन
अधिकतर हत्याएं रोकी नहीं जा सकती.
राजधानी में हुईं श्रंखलाबद्ध हत्याओं पर पुलिस आयुक्त ने
कहा कि उस दिन छह हत्याएं हुईं थी लेकिन कुछ रिपोर्टों में नौ बताई गईं.
राजधानी के रोहिणी इलाके में मंगलवार को दो अलग-अलग स्थानों पर घर में
घुसकर दो वृद्ध महिलाओं की हत्या कर दी गई थी.
उन्होंने कहा कि पुलिस डकैती एवं चेन छिनैती जैसे अपराधों के समय हत्याओं को रोक सकती है लेकिन व्यक्तिगत कारणों जैसे निजामुद्दीन इलाके में पुत्र ने पिता की हत्या उसके खराब व्यहार के कारण कर दी थी जैसे मामलों को रोकना मुश्किल है.
नीरज कुमार ने कहा कि पिछले वर्ष राजधानी में हत्या के 543 मामले सामने आए और उनमें से अधिकतर डकैती एवं छिनैती के समय हुए थे. उन्होंने कहा, 'छिनैती की पूर्व की घटनाओं पर विचार करने के बाद हमने उन संवेदनशील स्थानों एवं समय की सूची तैयार की है, जिस समय यह घटनाएं होती हैं.'
उन्होंने कहा कि पुलिस डकैती एवं चेन छिनैती जैसे अपराधों के समय हत्याओं को रोक सकती है लेकिन व्यक्तिगत कारणों जैसे निजामुद्दीन इलाके में पुत्र ने पिता की हत्या उसके खराब व्यहार के कारण कर दी थी जैसे मामलों को रोकना मुश्किल है.
नीरज कुमार ने कहा कि पिछले वर्ष राजधानी में हत्या के 543 मामले सामने आए और उनमें से अधिकतर डकैती एवं छिनैती के समय हुए थे. उन्होंने कहा, 'छिनैती की पूर्व की घटनाओं पर विचार करने के बाद हमने उन संवेदनशील स्थानों एवं समय की सूची तैयार की है, जिस समय यह घटनाएं होती हैं.'
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