उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 59 प्रतिशत मतदान हुआ है. राज्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने यह जानकारी की दी है.
इस चरण में नौ ज़िलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ. जिन नौ जिलों में मतदान हुआ, उनमें आज़मगढ़, कुशीनगर, महाराजगंज, गाज़ीपुर, बलिया, गोरखपुर, संत कबीरनगर, मऊ और देविरया शामिल हैं.
सत्ताधारी बहुजन समाज पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में इन 59 में से 30 सीटें जीती थी। लेकिन इस बार कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता भी इन इलाक़ों में अच्छे प्रदर्शन का दावा कर रहे हैं.
इस चरण में कई अतिसंवेदनशील इलाक़ों में भी मतदान था और इस कारण उन इलाक़ों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने पत्रकारों के साथ बातचीत में ये उम्मीद जताई है कि इस चरण में भी मतदान का प्रतिशत 60 से ज़्यादा रहेगा. आठ फरवरी को हुए पहले चरण में रिकॉर्ड 62 प्रतिशत मतदान हुआ था.
सत्ताधारी बहुजन समाज पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में इन 59 में से 30 सीटें जीती थी। लेकिन इस बार कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता भी इन इलाक़ों में अच्छे प्रदर्शन का दावा कर रहे हैं.
सत्ताधारी बहुजन समाज पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में इन 59 में से 30 सीटें जीती थी. लेकिन इस बार कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता भी इन इलाक़ों में अच्छे प्रदर्शन का दावा कर रहे हैं.
गाज़ीपुर सदर में साढ़े दस बजे मतदाताओं की लंबी कतार लगी थी.प्रशासन की सख़्ती की वजह से पूरे क्षेत्र में कर्फ्यू जैसा माहौल था. इक्का-दुक्का दुकानों को छोड़कर सभी बाज़ार बंद थे और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था.
उम्मीदवार
विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर, बसपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी और पूर्वांचल के बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी भी चुनाव मैदान में हैं.
बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी दो सीटों (मऊ और घोसी) से चुनाव मैदान में हैं.
बहुचर्चित मधुमिता हत्याकाण्ड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र अमनमणि त्रिपाठी महराजगंज जिले के नौतनवां सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
दूसरे चरण में औसतन 35 प्रतिशत उम्मीदवारों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले दर्ज हैं और 41 प्रतिशत करोड़पति प्रत्याशी हैं.
इस चरण में 34 विधायकों की किस्मत भी दांव पर लगी है। 96 उम्मीदवार मुस्लिम समुदाय के हैं। इस चरण में एक करोड़ 92 लाख मतदाता हैं.
मंत्री की धमकी
कुशीनगर जिले के पडरौना में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री मायावती के करीबी मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सुरक्षाकर्मी को धमकी देते हुए कहा कि मुझे कानून मत सिखाओ। वह वोट देने के बाद ईवीएम के आस-पास टहल रहे थे। वहां तैनात सुरक्षाकर्मी ने उन्हें कानून का हवाला देते हुए वहां से जाने के लिए कहा। इसी पर मौर्य भड़क गए। उन्होंने गुस्सा कर सुरक्षाकर्मी को कहा- चुप। उन्होंने कहा कि उन्हें कानून मत सिखाया जाए। वह कैंडिडेट हैं और कैंडिडेट ऊपर होता है।
सूचना के मुताबिक, पडरौना सीट से बसपा उम्मीदवार स्वामी प्रसाद मौर्य तुलसी इंटर कॉलेज में बने पोलिंग बूथ पर वोट देने के बाद ईवीएम के पास टहलने लगे। वहां तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के एक जवान ने उन्हें रोका। इसके बाद सुरक्षाकर्मी के साथ उनकी नोकझोंक शुरू हो गई।
गोरखपुर में 60 वोटरों ने खारिज किए सभी उम्मीदवार!
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में शनिवार को पहली बार लोगों ने उम्मीदवारों को खारिज करते हुए मताधिकारा का इस्तेमाल करने से इनकार कर दिया है। 'उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहली बार राइट टू रिजेकट का इस्तेमाल करते हुए वार्ड नंबर नौ के बूथ संख्या 23 पर 60 मतदाताओं ने सभी उम्मीदवारों को खारिज कर दिया।'
किसी भी पार्टी की नहीं बनेगी सरकार- योगी
इससे पहले पूर्वांचल में बीजेपी के बड़े चेहरे और गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस बार के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी की बहुमत से सरकार नहीं बनने वाली है। राज्य में राष्ट्रपति शासन लगने की पूरी संभावना है। एक साल के अंदर फिर से चुनाव होंगे। उस समय बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ यूपी में अपनी सरकार बनएगी।
आदित्यनाथ ने कहा, 'यूपी की जनता सपा और बसपा को खारिज कर रही है। कांग्रेस कहीं लड़ाई में नहीं है। इस बार का चुनाव भाजपा और सपा-बसपा के बीच ही है। इस बार बीजेपी की सीट 51 से 100 के बीच में रहेगी। पूर्ण बहुमत तो आने वाला नहीं है। इसलिए भाजपा को किसी भी राजनीतिक पार्टी को समर्थन नहीं करना चाहिए। अगले चुनाव का इंतजार करना चाहिए। एक साल के अंदर होने वाले चुनाव में बीजेपी को सबसे ज्यादा फायदा होने वाला है।'
लेकिन भाजपा प्रवक्ता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने योगी के बयान को उनकी निजी राय कह कर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, 'यह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है। उस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। लेकिन भाजपा को लोग बड़ी संख्या में वोट दे रहे हैं और पार्टी पूर्ण बहुमत से सत्ता में आएगी।'
बेनी ने मनमोहन को बताया 'बूढ़ा'
जौनपुर। बाराबंकी से पार्टी कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया को बाहरी बता कर विवादों में आए केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उम्र ज्यादा होने के बारे में विवादास्पद बयान दे डाला। वर्मा ने यहां कहा कि पीएम मनमोहन सिंह 80 साल के हैं, 2014 में 82 के हो जाएंगे। काम करने की आयु और सीमा होती है। ऐसे हालात में राहुल जी प्रधानमंत्री बनेंगे। बेनी ने यहां उपस्थित लोगों से कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के हाथों को मजबूत करने के लिए कहा। उन्होंने मतदाताओं से पार्टी उम्मीदवारों को जिताने की भी अपील की।
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