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Founder Editor(Print): late Shyam Rai Bhatnagar (journalist & freedom fighter) International Editor : M. Victoria Editor : Ashok Bhatnagar *
A newspaper with bold, open and democratic ideas {Established : 2004}

19 फ़र॰ 2013

किशनगंगा परियोजना पर भारत ने दी पाक को मात

 court upholds indias favour on kishanganga project नई दिल्‍ली। अन्‍तर्राष्‍ट्रीय पंचाट के हेग स्थित न्‍यायालय ने नीलम नदी पर 330 मेगावाट परियोजना के लिए आवश्‍यक जल डायवर्जन मामले में निर्णय भारत के पख में दिया है। गौरतलब कि भारत नीलम नदी पर 330 मेगावाट के 'किशनगंगा हाइड्रोइलेक्ट्रिक' परियोजना के लिए जल डायवर्जन करना चाहता था। जिस पर पाकिस्‍तान ने भारत पर सिंधु जल संधि की शर्तों का उल्‍लंघन करने का आरोप लगाते हुए इस परियोजना का विरोध किया था और इस पर स्‍थगन की मांग की थी। विदेश मंत्रालय ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि पंचाट न्‍यायालय के इस फैसले से साफ हो गया है कि सिंधु जल संधि की शर्तों का उल्‍लंघन नहीं किया गया है। हम न्‍यायालय के इस फैसले का स्‍वागत करते हैं जिससे कि भारत को अपनी परियोजना के लिए जल डायवर्जन की अनु‍मति मिल गयी है।
ऐसा माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच चल रहे विवाद के बीच यह पाकिस्‍तान के लिए एक झटका है और इससे भारत को लाभ मिलेगा। इस परियोजना का लाभ कश्‍मीर के लोगों को मिलेगा।

पाक की डेंजरस दोस्‍ती! ग्‍वादर बंदरगाह किया चीन के हवाले

 pakistan hands over gwadar port to china नयी दिल्‍ली (ब्‍यूरो)। दोस्‍ती के नाम पर हर बार धोखा देने वाले पड़ोसी देश पाकिस्‍तान ने एक बार फिर भारत की पीठ में खंजर घोंपा है। पाकिस्‍तान ने हरमुज की खाड़ी से होकर जाने वाले जहाजों के रास्‍ते में पड़ने वाले ग्‍वादर बंदरगाह का प्रबंधन चीन को सौंप दिया है। जानकरों का मानना है कि पाकिस्‍तान का यह कदम भारत के लिये खतरे से खाली नहीं है। मालूम हो कि भारत के रक्षा मंत्री एके एंटनी ने इस संबंध में कुछ दिन पहले कहा था कि पड़ोसी देश के बंदरगाह पर चीन का नियंत्रण चिंताजनक है। पाकिस्‍तान और चीन के बीच जो समझौता हुआ है उसके अनुसार बंदरगाह का काम पूरा होने के बाद चीन की सेना इसका इस्‍तमाल कर सकेगी। यह भारत की सुरक्षा के मद्देनजर यह खतरनाक है। प्राप्‍त जानकारी के अनुसार उस बंदरगाह पर अधिकार तो पाकिस्‍तान का ही रहेगा मगर उसका प्रयोग और संचालन से होने वाले मुनाफे में चीन की कंपनी का हिस्‍सा होगा।
पाकिस्‍तान के बलूचिस्‍तान प्रांत स्थित ग्‍वादर बंदरगाह पर अब चीन की ‘चाइना ओवरसीज़ पोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड'का पूरी तरह कब्जा होगा। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस अवसर पर कहा कि इस समझौते से पाकिस्तान और चीन के बीच रिश्तों को नया बल मिलेगा और इससे दोनों देशों के बीच राजनीतिक सहयोग का विस्तार आर्थिक सहयोग के क्षेत्र में होगा। सीधे शब्‍दों में कहें तो उधार की जिंदगी जीने की आदत वाले पाकिस्‍तान के इस नापाक दोस्‍ती के चलते भारत पर खतरा मंडरा रहा है। वैसे भी चीन ने हमेशा से भारत में घुसपैठ करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा है और अब जबकि उसे समंदर के रास्‍ते भारत पर निगराने रखने का मौका मिला है तो निश्चित तौर पर वो इसका पूरा प्रयोग करेगा।

18 फ़र॰ 2013

सरकार-ट्रेड यूनियन की वार्ता विफल, पक्‍का होगी हड़ताल

 
 union leaders govt meeting fails 2 days strike confirm नई दिल्‍ली। ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधि मंडल और सरकार के बीच हुई वार्ता विफल हो गई है। बैठक खत्‍म होते ही यह पक्‍का हो गया कि बुधवार और गुरुवार को निश्चित तौर पर हड़ताल होगी। लिहाजा कल के लिये दूध-सब्‍जी आदि पहले से मंगवा कर रख लें। यदि आपको कहीं घूमने जाना है, तो प्‍लान कैंसल कर दें तो बेहतर होगा, क्‍योंकि पब्लिक कनवेयांस मिलना मुश्किल है। बैठक खत्‍म होने ट्रेड यूनियन के नेता जी संजीव रेड्डी ने घोषणा कर दी कि सभी कल और परसों देश व्‍यापी बंद रहेगा। हड़ताल के चलते, बसें, ऑटो, टैक्‍सी आदि नहीं चलेंगी। यही नहीं बैंकों में भी कोई काम नहीं होगा, क्‍योंकि नौ सरकारी बैंकों की यूनियनों ने हड़ताल घोषित कर दी है। सरकारी नगर बसें भी नहीं चलेंगी, क्‍योंकि इस हड़ताल में अधिकांश नगर बस सेवाओं की यूनियन भी शामिल हैं।  ट्रांसपोर्ट यूनियन ने फिलहाल हड़ताल में शामिल होने की पुष्टि नहीं की है, यदि ट्रांसपोर्ट यूनियन भी शामिल हुईं, तो कल दूध, सब्‍जी, फल, आदि शहरों तक पहुंचना मुश्किल है। लिहाजा बेहतर होगा आप इन सब समस्‍याओं के लिये पहले से तैयार रहें। इस हड़ताल में करीब 2.5 करोड़ सरकारी कर्मचारी शामिल होंगे। हड़ताल के कारण पोस्‍टल सर्विस, इश्‍योरेंस सेक्‍टर, इंटरनेट बैंकिंग, आदि तमाम चीजें प्रभावित होंगी।

विधानसभा में शराब की बोतल लेकर पहुंचे विधायक

mla brings liqour in vidhan sabha पटना। बिहार विधानसभा के सोमवार से शुरू हुए बजट सत्र में उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई, जब विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक दिनेश प्रसाद सिंह राज्य सरकार की शराब नीति के विरोध में शराब की बोतलें लेकर विधानसभा परिसर में घुस गए।बजट सत्र के पहले ही दिन राजद के सभी सदस्यों ने प्रवेश द्वार पर सरकार की शराब नीति के विरोध में हंगामा किया।
 इस दौरान विधायक दिनेश सिंह उन बोतलों को लेकर द्वार के पास ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने विरोध में शराब की एक-दो बोतलें फोड़ भी दीं। विधायक दिनेश ने सरकार की शराब नीति को गलत करार देते हुए संवाददाताओं से कहा कि मुजफ्फपुर, आरा, पटना सहित कई इलाकों में शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई और सरकार कहती है कि शराब बंद कर देने से राजस्व की हानि होगी। mla brings liqour in vidhan sabha विधायक ने सरकार से बजट सत्र के दौरान ही जानकारी मांगी कि शराब के ठेके बंद कर देने से आखिर कितने राजस्व का नुकसान होगा और इसे चालू रखने से सरकार को कितना फायदा हो रहा है? उन्होंने आरोप लगाया कि आज बिहार में जितने भी अपराध हो रहे हैं, उनमें अधिकतर शराब के कारण ही हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि तीन अप्रैल तक चलने वाले इस बजट सत्र के दौरान 29 बैठकें होंगी। राज्य सरकार 21 फरवरी को वित्त वर्ष 2013-14 का बजट विधानसभा में पेश करेगी।

जेटली जासूसी केस:डिटेक्टिव एजेंसी मालिक सहित 2 गिरफ्तार

जेटली जासूसी केस:डिटेक्टिव एजेंसी मालिक सहित 2 गिरफ्तारनई दिल्ली। अरुण जेटली जासूसी केस में दो और गिरफ्तारी हुई है। अरुण जेटली के फोन कॉल डिटेल्स अवैध रूप से निकालने के मामले में दिल्ली पुलिस ने इनको गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों का नाम अनुराग और नीतीश है। अनुराग वही शख्स है जिसे दिल्ली पुलिस ने 2005 में अमर सिंह के फोन टैपिंग मामले मे गिरफ्तार किया था।
अनुराग डिटेक्टिव एजेंसी चलाता है साथ ही वो साइबर एक्सपर्ट और हैकर भी है। पुलिस इस मामले में अब तक कुल चार लोगो को गिरफ्तार कर चुकी है। अब तक की जांच में पता चला है कि नीतीश, अनुराग और नीरज डिटेक्टिव एजेंसी चलाते हैं और पुलिस वालों को मोटी रकम देकर लोगों के अवैध तरीके से कॉल डिटेल्स निकलवाते हैं। पुलिस इस मामले में कुछ और पुलिसवालों को गिरफ्तार कर सकती है। इस पूरे मामले के तार उत्तरांचल के एक बड़े बिल्डर से भी जुड़ रहे हैं।

नगालैंड के गृहमंत्री ने इस्तीफा दिया

कोहिमा: नगालैंड के गृहमंत्री इमकोंग एल इमचेन ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में उन्होंने कहा कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है, लेकिन नैतिकता को ध्यान में रखते हुए मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
नगालैंड के गृहमंत्री ने इस्तीफा दिया
नगालैंड के गृहमंत्री इमकोंग एल इमचेन को कल कथित तौर पर अपने वाहन में हथियार और एक करोड से ज्यादा नगद ले जाने के लिए वोखा जिले के करीब हिरासत में लिया गया था।

उनके पास से पांच पिस्टल, दो लॉन्ग रेंज गन, कारतूस और एक करोड़ 20 लाख रुपए बरामद किए गए थे। उनके खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। गौरतलब है कि नगालैंड में 23 फरवरी को चुनाव होने हैं।

हेलीकॉप्टर डीलः त्यागी बंधुओं को 60% घूस

हेलीकॉप्टर घोटाले की पड़ताल में एक-एक कर कई राज खुलते जा रहे हैं. इस मामले की तहकीकात में जुटी इटली की टीम ने अदालत के सामने जो दस्तावेज पेश किए हैं उससे खुलासा हुआ है कि अगस्टा वेस्टलैंड से जो घूस की रकम थी उसमें से साठ फीसदी त्यागी बंधुओं तक पहुंची. बाकी 40 फीसदी रकम इस मामले में जुड़े अन्य लोगों को दी गई.
इटली की एजेंसी ने जो 64 पेज की चार्जशीट दायर की है उसके मुताबिक अगस्टा वेस्टलैंड ने आईडीएस इंफोटेक और आईडीएस ट्यूनिशिया के साथ कॉन्टैक्ट साइन किए थे. दस्तावेजों में साफ कहा गया है कि इन ठेकों का मकसद घूस की रकम भेजना था. यही नहीं टैक्स के बचने के लिए इस रकम को 2007 से 2010 के बीच कई हिस्सों में इन दोनो कंपनियों को भेजे गए.
इतना ही नहीं जब घूस की रकम बढ़ गई तो आईडीएस इंफोटेक की एक सब्सिडरी कंपनी एअरोमैट्रिक्स बना दी गई. इटली की एजेंसी के दस्वावेज के ही जरिए आईडीएस इंफोटेक से एक पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष बागरोडिया के परिवार के लोगों के जुड़े होने का मामला भी सामने आ रहा है.
दस्तावेजों के मुताबिक संतोष बागरोडया के छोटे भाई सतीश और उनके पुत्र मनीष इस कंपनी में 1989 से ही डायरेक्टर हैं. जबकि संतोष के दूसरे बेटे आशीष साल 2005 में डायरेक्टर बनाए गए.

हेलीकॉप्टर सौदा रद्द करने पर यूपीए सरकार में मतभेद

नई दिल्ली/इटैलियन कंपनी के साथ हेलीकॉप्टर सौदा रद्द करनेपर यूपीए सरकार के मंत्रियों में ही मतभेद पैदा हो गया है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने अगस्ता वेस्टलैंड के साथ सौदा रद्द करने के रक्षा मंत्रालय के संभावित फैसले पर ऐतराज जताया है। सलमान खुर्शीद ने कहा है कि हेलीकॉप्टर डील के मुद्दे पर हमें बहुत कठोर होने के जरूरत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमारे फैसलों से भारत की रक्षा तैयारियां प्रभावित ना हों, इसका हमें ध्यान रखना होगा।
italian-chopper-dealसलमान खुर्शीद ने कहा है कि हेलीकॉप्टर डील के मुद्दे पर अंतिम फैसला रक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी में होगा। उन्होंने कहा कि इस डील से जुडा़ कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया जाएगा।
गौरतलब है कि रक्षा मंत्री एंटनी चाहते हैं कि इस डील में कथित धांधली की जांच जल्द हो ताकि इसपर उचित फैसला लिया जा सके।
एंटनी ने चेतावनी दी है कि अगर डील में गड़बड़ी पाई गई तो इसको रद्द कर दिया जाएगा। इस मामले की जांच के लिए रक्षा मंत्रालय और सीबीआई की संयुक्त टीम इटली भी गई है।
वीवीआईपी हेलीकाप्टर सौदे में घोटाले की बात सामने आने के बाद अगस्ता वेस्टलैंड से तीन हेलीकॉप्टरों की अगले महीने होने वाली आपूर्ति को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
साथ ही बाकी छह हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति भी ठंडे रोक दी गई है। भारत को 12 हेलीकाप्टरों में से तीन हेलीकाप्टर पहले ही प्राप्त हो चुके हैं। इसके लिए 3600 करोड़ रुपए का सौदा वर्ष 2010 में हुआ था।

पूरे भारत का इंटरनेट कनेक्शन कट सकता है?

internet-5123037f447df_lक्या आपने कभी सोचा है कि किसी देश में इंटरनेट के सभीकनेक्शन काटना कितना मुश्किल होगा?
अगर आपको लगता है कि इसका ख़तरा तानाशाही में या गृह युद्ध झेल रहे देश में ज़्यादा होगा, तो जान लीजिए कि शांति पसंद लोकतंत्र में भी इंटरनेट के कटने का काफ़ी ख़तरा है। भारत को ही लीजिए। ‘इंटरनेट कनेक्टिविटी’ पर हुए एक शोध के मुताबिक इंटरनेट कटने का जितना ख़तरा, सरकार के नियंत्रण से बाहर क़बायली नेताओं के साये में अफ़गानिस्तान में है, उतना ही यहां भी।
पर ये कैसे? वर्ष 2012 में लीबिया, मिस्र और सीरिया में इंटरनेट के कनेक्शन काटे जाने के बाद ‘रेनेसिस’ नाम की संस्था ने दुनिया के सभी देशों में कनेक्शन कटने की संभावना पर शोध किया।
‘रेनेसिस’ के मुताबिक इंटरनेट काटने की क्षमता सरकार या बाहुबल पर ही नहीं, बल्कि दुनिया से तार जोड़ने वाले इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ग्लोबल आईएसपी) पर भी निर्भर करती है।
ग्लोबल आईएसपी ज़्यादा होंगे तो ख़तरा कम, क्योंकि पूरे तरीके से इंटरनेट गायब करने के लिए इन सबको एक साथ बंद करना होगा।
भारत को कितना ख़तरा?
रेनेसिस के मुताबिक जिन देशों में बहुत जटिल और आधुनिक सैटेलाइट नेटवर्क है, वहां इंटरनेट कटने का ख़तरा ज़्यादा है।
‘रेनेसिस’ के प्रमुख तकनीकी अफ़सर जिम कोवी ने बीबीसी को बताया, “ईरान में 100 आईएसपी हैं, लेकिन इनमें से 10 से कम ही दुनिया से जुड़े हैं, इसलिए इन्हें रोकना और इंटरनेट काटने का ख़तरा बहुत ज़्यादा है।”
वहीं अमरीका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और रूस जैसे देशों में ये ख़तरा है ही नहीं। यानी वहां 40 से ज़्यादा ग्लोबल आईएसपी हैं, तो इंटरनेट को पूरी तरह बंद करना मानो मुमकिन ही नहीं।
और भारत में? ‘रेनेसिस’ के मुताबिक दुनिया के बाकि देशों के मुकाबले भारत में इंटरनेट रोक पाने का ख़तरा कम है क्योंकि यहां 10 से 40 ग्लोबल आईएसपी हैं, इन सबको एक साथ बंद कर पाने में कई दिन लग सकते हैं।
लेकिन उतना ही कम ख़तरा अफ़गानिस्तान में भी है। अफ़गानिस्तान में सरकार का नियंत्रण कम है, उज़बेक, ईरानी और पाकिस्तानी सीमाएं लांघ कर इंटरनेट तक पहुंचने की संभावना ज़्यादा। यानी एक साथ सारा इंटरनेट काटने में कई दिन लग सकते हैं।
कहां कट जाएगा पूरा इंटरनेट कनेक्शन?
‘रेनेसिस’ के मुताबिक यूरोपीय देश बेलारूस में इंटरनेट काटे जाने का ख़तरा बहुत ज़्यादा है।
वहां एक सरकारी टेलिकॉम कंपनी बेलारूस के सभी आईएसपी को दुनिया से जोड़ती है, उसके ज़रिए पूरे देश का इंटरनेट बंद किया जा सकता है।
इसका पोस्टकोड भी गोपनीय नहीं है क्योंकि इंटरनेट के काम करने के लिए इसका सार्वजनिक होना ज़रूरी है। बेलारूस का पोस्टकोड है 6697।
वहीं ‘रेनेसिस’ के मुताबिक चीन में इंटरनेट काटे जाने का ख़तरा कम है। हालांकि वर्ष 2009 और 2010 में चीन के ज़िनजियांग प्रांत में इंटरनेट काट दिया गया था।
‘रेनेसिस’ बताता है कि चीन में कई स्वतंत्र कंपनियां इंटरनेट का काम कर रही हैं और इन पर ज़ोर आज़माना चीन सरकार के लिए मुश्किल है।
लेकिन चीन में साइबर-सिक्यूरिटी के विशेषज्ञ ऐडम सेगल अलग राय रखते हैं। उनका कहना है, “चीन के आईएसपी दुनिया की जानकारी को रोकने में माहिर हैं, ऐसे में कोई कंपनी सरकार की बात नहीं मानेगी, इस पर यकीन करना मुश्किल है।”
सेगल के मुताबिक चीन दुनिया को यही संदेश देना चाहता है कि उसके देश में इंटरनेट पर कोई रोकटोक नहीं है, इसलिए ज़रूरत पड़ने पर वो इंटरनेट को बंद नहीं बल्कि उसकी रफ्तार बहुत धीमी कर देने जैसे तरीके अपनाएगा।

नौ को धोखा दे सकता है इंटरनेट

दुनियाभर के इंटरनेट यूजर्स सावधान हो जाएं सोमवार 9 जुलाको वायरस उनको परेशानी में डाल सकता है. नौ को इंटरनेट सर्विस में बाधा आ सकती है. क्योंकि वायरस मालवेयर आपके कंप्यूटर पर हमला कर सकता है. जानकारों के अनुसार दुनियाभर के करीब 2.5 लाख कंप्यूटर्स इसकी जद में आ सकते हैं. गौरतलब है कि पिछले साल भी इस वायरस ने दुनियाभर के इंटरनेट यूजर्स को परेशान किया था.
अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई ने इससे निपटने के लिए एक खास वेबसाइट तैयार की है. मालवेयर के इफेक्ट से बचने के लिए इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर काम कर रहे हैं. यह खतरा उनके लिए है जिनके कंप्यूटर में पहले से डीएनएस वायरस है.
एफबीआई एल्यूरॉन डीएनएस चेंजर वायरस के खिलाफ सुरक्षा देना बंद कर देगी. एफबीआई ने पिछले साल नवंबर में इस्टोनिया में 6 लोगों को हिरासत में लेकर एक बड़ी इंटरनेट फ्रॉड रैकेट का पर्दाफाश किया था.
एफबीआई की पकड़ में एल्यूरॉन डीएनएस चेंजर वायरस आ गया था और एफबीआई ने इसके खिलाफ लाखों कंप्यूटरों को सुरक्षा उपलब्ध करवा रखी थी.
क्या है मालवेयर:
यह वायरस कंप्यूटर का डीएनएस पता बदलकर जानकारी चुरा लेता है और फिर उसे साइबर अपराधियों के सर्वर पर भेज देता है. बैंक या पर्सनल डेटा को इकट्ठा करके साइबर अपराधी फिर फ्रॉड को अंजाम देते है.
एक अनुमान के मुताबिक, दुनियाभर में करीब 2.5 लाख कंप्यूटर इस वायरस से प्रभावित हो चुके हैं. बीते साल इंटरनेशनल हैकरों के कारण यह समस्या शुरू हुई. इससे निपटने के लिए एफबीआई एजेंटों ने हैकरों के सर्वर को बंद करने का विचार किया था, लेकिन उन्हें एहसास हुआ कि ऐसा करने से यूजर अपनी इंटरनेट सेवाएं खो देंगे.
जिन कंप्यूटरों में यह वायरस है उसमें मालवेयर वेब सर्फिंग को धीमा करने के साथ उनके एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर को डिसेबल कर चुका होगा. वैसे इंटरनेट प्रोवाइडर कंपनियां अपने ग्राहकों की मदद के लिए योजना बना रहे हैं.

केजरीवाल चाहते थे अन्ना की मौत: अग्निवेश

Anna-Hazare-with-Arvind-Kejriwalनई दिल्ली।। टीम अन्ना के पूर्व सहयोगी स्वामी अग्निवेश ने एक सनसनीखेज दावा करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल चाहते थे जंतर-मंतर पर आमरण अनशन के दौरान अन्ना हजारे की मौत हो जाए। उन्हें लगता था कि अनशन के दौरान अन्ना का बलिदान आंदोलन के लिए अच्छा रहेगा। स्वामी अग्निवेश ने यह दावा ‘इंडिया न्यूज़’ टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में किया।
अग्निवेश के मुताबिक अप्रैल 2011 में जब जंतर-मंतर पर जन लोकपाल आंदोलन शुरू हुआ तो वह अन्ना को आमरण अनशन पर बैठाने के खिलाफ थे। बकौल अग्निवेश, ‘जब मुझे पता चला कि अन्ना आमरण अनशन करने वाले हैं, तो मैंने अरविंद से सवाल किया था कि वह अन्ना जैसे बुजुर्ग को आमरण अनशन पर क्यों बैठा रहे हैं? इस पर अरविंद ने कहा कि उनका बलिदान हो जाता है तो इससे क्रांति आएगी। वह मर जाएंगे तो कोई बात नहीं, यह आंदोलन के लिए अच्छा रहेगा।’
अग्निवेश के मुताबिक जंतर-मंतर पर अनशन के दौरान सरकार द्वारा सारी मांगें मंजूर करने के बाद भी अरविंद केजरीवाल अन्ना को पांच-सात दिन और अनशन करने के लिए उकसाते रहे।
अग्निवेश ने कहा, ‘आंदोलन की शुरुआत से ही केजरीवाल बहुत बड़ी महत्वकांक्षा लेकर चल रहे थे। उन्हें लग रहा था कि अन्ना के कंधे पर रखकर ही वह अपनी बंदूक चला सकते हैं। केजरीवाल को लगता था कि अन्ना की छवि का फायदा उठाकर वह लोगों के बीच अपनी बड़ी इमेज बना सकते हैं। इसी के चलते उन्होंने अन्ना को पुणे से लाकर जंतर-मंतर पर बिठाया।’
अग्निवेश के मुताबिक अरविंद केजरीवाल चाहते थे कि अन्ना अपना आंदोलन जारी रखें। आंदोलन के दौरान सरकार द्वारा सारी मांगें मान लेने के बावजूद अन्ना अरविंद के उकसावे पर अनशन पर डटे रहे। उन्होंने जब अरविंद ने बात की तो उन्होंने कहा कि अन्ना अनशन नहीं तोड़ेंगे अभी पांच-सात दिन अनशन और जारी रखेंगे। इस बात का तब उन्हें बहुत बुरा लगा था। उन्हें तब लगा कि यह अनशन किसी और मकसद से करवाया जा रहा है। अग्निवेश के मुताबिक किरण बेदी को भी यह बात बुरी लगी थी।
स्वामी अग्निवेश ने कहा कि उन्होंने इसके बाद टीम अन्ना के सदस्य शांति भूषण और प्रशांत भूषण से बात की। वह भी इस बात पर राजी थे कि अब अन्ना को अनशन तोड़ देना चाहिए। उन्होंने अन्ना को जब इस बारे में समझाया तो वह नहीं माने। इस पर शांति भूषण अन्ना पर बरस पड़े। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पोल-पट्टी खोलने की धमकी के बाद ही अन्ना अनशन तोड़ने पर राजी हुए थे।

17 फ़र॰ 2013

त्रिशंकु विधानसभा के लिए सक्रिय नेता

Rajasthan-Vidhansabha जयपुर,। प्रदेश में सत्ता पर काबिज रहने के लिए भाजपा औरकांग्रेस पार्टियों के बीच खेले जा रहे राजनीतिक संतुलन के खेल को खत्म करने की कवायद अन्य दलों ने शुरू कर दी है।

 आगामी विधानसभा चुनाव में इन प्रमुख पार्टियों को चुनाव में करारी शिकस्त देने के लिए माकपा और अन्य दल आपस में मिलकर व्यूह रचना तैयार करने के विचार पर सहमत नजर आ रहे हैं। इनकी ओर से दोनों ही पार्टियों की नीति और नीयत में खोट होने की बात पर जनसमर्थन को अपने पक्ष में जुटाने की कवायद तेज कर दी गई हैं। माकपा ने नवम्बर में प्रस्तावित होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रदेश में तीन दर्जन से अधिक सीटों पर चुनाव लड़कर जीत हासिल करने की योजना बनाई है। जरूरत पडऩे पर सपा, बसपा समेत सभी अन्य दल भी आपस में मिलकर प्रदेश का राजनीतिक मोर्चा संभालने की बातें भी अपनी-अपनी जनसभाओं में करते देखे जा सकते हैं। जल्द ही अपनी नई पार्टी की घोषणा करने जा रहे सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी अपनी सभाओं और दौरो में भाजपा और कांगे्रस की तुलना नागनाथ और सांपनाथ से करते हुए जनता को इन पार्टियों का असली चेहरा दिखा रहे हैं। वे प्रदेश के विभिन्न अंचलों का दौरा करके चुनाव में वोट डालने की परम्परागत सोच को बदलने की अपील भी लगातार जनता के बीच जाकर कर रहे हैं।
इन सभी दलों की ओर से जनता के बीच जाकर प्रदेश में सत्ता में काबिज रहने के लिए भाजपा और कांग्रेस पार्टियों के बीच राजनीतिक संतुलन को बनाए रखने के किए गए अप्रत्यक्ष समझौते की हकीकत भी मतदाताओं को समझाई जा रही है। माकपा की ओर से अपनी परिवर्तन यात्राओं और जत्थों के माध्यम से जनसभाओं में दोनों पार्टियों के खिलाफ बगावत कर इन्हें उखाड़ फेंकने के लिए मतदाताओं से संकल्प करवाए जा रहे हैं। सभी अन्य दल इस बात को प्रमुखता से पेश कर रहे है कि दोनों ही पार्टियों की सरकारें सिर्फ लिबास बदलकर एक के बाद एक करके जनता के साथ धोखा कर रही हैं। माकपा के विधायक अमराराम का कहना है कि विधानसभा चुनाव में राजनीतिक परिवर्तन पर ध्यान केन्द्रित कर पार्टी की गतिविधियों को तय किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पंडित रामकिशन कहते है कि चुनाव के नतीजों में बदलाव की जरूरत है। दोनों पार्टियों को सत्ता में फिर से काबिज नहीं होने देने के लिए पार्टी व्यूह रचना बना रही है। सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी जल्द ही नई पार्टी के नाम की घोषणा करने वाले हैं। बसपा भी इस बार प्रदेश की सीटों पर ऐसे चेहरों को तलाशने में जुटी हुई है जो पार्टी की जीत को बढ़ाने के साथ ही प्रदेश में नई राजनीतिक स्थितियां बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकें।

कांग्रेस में कमजोर कड़ियों को कसने की कवायद शुरू


राजस्थान में विधानसभा चुनाव सर पर है। कांग्रेस ने तैयारी कर ली है। सीएम अशोक गहलोत कमर कस चुके हैं। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलकर बहुत सारे कामों की इजाजत एक साथ ले ली है। अब थोड़ी सी तेजी आनेवाली है।
सवाल सिर्फ राजस्थान में कांग्रेस की सत्ता फिर से लाने का नहीं है। निशाना केंद्र की सरकार में फिर से आने पर भी है। यानी पहले प्रदेश, फिर पूरा देश। इसीलिए हर स्तर पर कांग्रेस की कमजोर कड़ियों को कसने की कवायद शुरू हो गई है। साथ ही ब्लॉक स्तर ही नहीं गांव और बूथ लेवल तक के मैनेजमेंट को भी मजबूत किया जा रहा है। सरकार और संगठन में सामंजस्य की तैयारी है और जो जहां मजबूत है वहां उसे ज्यादा जोरदार बनाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
ashok-gehlot2खास बात यह है कि राहुल गांधी की राय और सोनिया गांधी की सलाह पर राजस्थान में कांग्रेस ने सभी जिलों के अपने उन नेताओं पर भी नजर रखना शुरू कर दिया है, जो बड़े नेताओं के विरोध के बूते पर अपनी गली में ताकतवर बने हुए हैं। वैसे तो अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है। लेकिन ऐसे बहुत सारे शेर बने कुत्ते खुद को मजबूत करने की कोशिश में ज्यादा भौं-भौं करके घर और गली की शांति भंग करते रहते है। कांग्रेस ऐसे शेर बने कार्यकर्ताओं की नाक में नकेल की तैयारी है।
तय हो गया है कि सख्ती से निपटा जाए। ज्यादा चूं-चपड़ करें, तो दरवाजा भी दिखाया जा सकता है। चेहरे जाने पहचाने हैं। क्योंकि बदमाशों को गांव, गली और मोहल्ले वाले तो बाद में जानते हैं। सबसे पहले घर के लोग उनकी असलियत पहचानते हैं। सो, कौन बदमाशी कर सकता हैं और कौन किसी भी हालात में बदमाशी करने से नहीं चूकेगा, सबके बारे में कांग्रेस को पता है। सूची बन गई है। नकेल तैयार है, और नाक भी। बस डालने की देर हैं। अपना मानना है कि सख्ती जरूरी है और कारवाई भी। क्योंकि सत्ता में बने रहने के लिए भले ही यह सब जरूरी नहीं हो, पर सत्ता में फिर से आने के लिए यह कुछ ज्यादा ही जरूरी है।
कांग्रेस को सत्ता में फिर से आना है। करो या मरो वाले हालात हैं। अभी नहीं तो कभी नहीं। जरा सी चूक हुई तो, पांच साल के लिए घर बैठना पड़ेगा। इस बार घर बैठना भारी पड़ेगा। क्योंकि मामला सिर्फ प्रदेश की सरकार का नहीं है। विधान सभा चुनावों के तत्काल बाद छह महीनो में ही लोकसभा के चुनाव हैं। विधानसभा हाथ से गई तो लोकसभा में भी सीटें नहीं आएगी। एक सीढ़ी से फिसले, तो दूसरी पर भी फिसलना तय है। विधानसभा तो झांकी है, दिल्ली की सत्ता में फिर से आना अभी बाकी है। कांग्रेस मान रही है कि प्रदेश अगर हाथ से निकल गया तो बाजी बीजेपी के हाथ रहेगी। क्योंकि जो जीता वो सिकंदर। महारानी श्रीमती वसुंधरा राजे वैसे भी कोई कम सिकंदर नहीं हैं। माहौल दमादम मस्त कलंदर वाला है। आक्रामक होकर मैदान में उतरी है। कांग्रेस इसीलिए बहुत सधे हुए कदमों से चल रही है। सबसे पहले घर संभालने की कोशिश है। संभालने के बाद उसे मजबूती देने की कवायद है।
कांग्रेस में भीतरघात की परंपरा पुरानी है। पर, इस बार बहुत सारी नई परंपराओं का निर्माण होगा। राहुल गांधी ने अशोक गहलोत से मिलकर इस बार कई पुराने मानदंडों से बहुत आगे की सोच का सख्त ताना बाना तैयार किया है। घर के गुंडों को औकात में रहने का संदेश दे दिया गया है। बदमाश इसलिए डरने लगे हैं। जिन्होंने अनुशासन तोड़ा है, वे ज्यादा डरे हुए हैं। करतूतें ही ऐसी हैं, तो डरना भी जरूरी है। सो, अनुशासनहीन भाई लोगों, जरा सावधान। दाढ़ी बढ़ाकर दबंगई करने की कोशिश अब नहीं चलेगी। अहसान फरामोश लोगों को इस तथ्य का भी खयाल रखना चाहिए कि कांग्रेस में बिना उस्तरे के हजामत बनाने की परंपरा भी बहुत पुरानी है।

16 फ़र॰ 2013

पीएम बनाने की मांग पर भड़के राहुल गांधी

rahul gandhi
Rahul Gandhi













 कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी उस वक्त भड़क गए जब उनकी मौजूदगी में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने मांग कर दी कि उन्हें तुरंत प्रधानमंत्री बनाया जाए। राहुल गांधी ने अपनी सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वह इस तरह की बात दोबारा नहीं सुनना चाहते। बहुगुणा ने यह मांग प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों और कांग्रेस विधायक दल नेताओं की दो दिनों की बैठक में की। बैठक का आज आखिरी दिन था। बहुगुणा के यह मांग करते ही कई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों कांग्रेस विधायक दल के नेताओं ने इस मांग का समर्थन कर दिया। लेकिन, जैसे ही उन्हें एहसास हुआ कि नेता को यह बात खास पसंद नहीं आई, वे सब चुप्पी लगा गए। राहुल गांधी ने बहुगुणा को याद दिलाया कि इस वक्त प्रधाननमत्री के पद पर डॉ. मनमोहन सिंह हैं जो अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता पार्टी संगठन है, कुछ और नहीं। राहुल ने सख्त लहजे में कहा, 'मैं ऐसी बात दोबारा नहीं सुनना चाहता।'

15 फ़र॰ 2013

Filipino group on Borneo claims to represent sultanate, Malaysia says

Filipino group on Borneo claims to represent sultanate
Filipino group on Borneo claims to represent sultanate


An unusual standoff is unfolding on the island of Borneo where about 100 men from the southern Philippines have come ashore demanding to be recognized as representatives of a sultanate that has historical claims on the area, Malaysian authorities said.
Malaysian police and armed forces are negotiating with the men, who arrived by boat Tuesday in the remote, eastern district of Lahad Datu, in the Malaysian state of Sabah on Borneo.
The men claim to be the "Royal Army of the Sultanate of Sulu" and say they don't want their people to be sent away from the area, Tan Sri Ismail Omar, the Inspector General of the Royal Malaysian Police, said Thursday, according to the country's national news agency Bernama.

Malaysian security forces have surrounded the village where the men are, and discussions with the group are "proceeding well," Ismail said. "We have told them to leave Sabah peacefully, as we do not want any situation which can threaten the security of the people," he added.
Founded in the 1400s, the Sultanate of Sulu once encompassed numerous islands in the southern Philippines. At one point, it also comprised parts of Borneo, including Sabah.
The historical connection still fuels tensions between Malaysia and the Philippines, with Manila retaining a "dormant claim" to Sabah through the Sultanate of Sulu, according to the CIA World Factbook.
Sulu is now part of the Autonomous Region in Muslim Mindanao in the southern Philippines, an area whose islands come within a few dozen kilometers of Sabah and where Islamic militants groups such as Abu Sayyaf operate.

A previous hostage drama

In 2000, gunmen associated with Abu Sayyaf kidnapped more than 20 people, including Malaysians and Europeans, from a resort on the Sabah island of Sipadan, about 100 kilometers south of Lahad Datu, and held them for ransom in the southern Philippines.
The group of Filipino men cornered in Lahad Datu say they don't want to be linked with any militant group in the Philippines, Ismail said, according to Bernama. But police don't rule out that the men are armed, he said.
"So far the situation is not tense and they appear to be behaving well," Ismail was quoted as saying. "We believe the group has friends in the village but do not have homes there."
Malaysian Prime Minister Najib Razak said it was important that the matter "be resolved without any bloodshed," Bernama reported.
Philippine government and military officials are coordinating with their Malaysian counterparts on the matter, the official Philippines News Agency (PNA) reported Friday.
Abigail Valte, a spokeswoman for Philippine President Benigno Aquino III, said the government is trying to "ascertain the facts" about the situation, according to PNA.
She said Manila was ready to provide assistance to those involved in the standoff after Philippine diplomats in Malaysia had assessed the situation.
The Philippine foreign ministry and the Malaysian prime minister's office didn't immediately respond to requests for comment from CNN on Friday. Philippine military officials declined to comment on the matter.
According to PNA, Manila still claims much of the eastern part of Sabah, which was leased to the British North Borneo Company in 1878 by the Sultanate of Sulu. In 1963, Britain transferred Sabah to Malaysia, a move that the sultanate claimed was a breach of the 1878 deal.

सैमसंग ने पेश की फीचर फोन की रेक्स सीरीज

rex 90
Rex 90

स्मार्टफोन का बाजार फतह करने के बाद सैमसंग अब नोकिया को कम दाम वाले मोबाइल में भी कड़ी चुनौती देने जा रही है। कंपनी ने आज रेक्स नाम से अपनी नई सीरीज लॉन्च कर दी है जो चार हजार से छह हजार रुपये की रेंज में हैं। जानकारों का मानना है कि सैमसंग इसके जरिए नोकिया की आशा सीरीज को सीधे टारगेट कर रही है। दोनों की ऑडियंस एक सी हैं और दोनों एक ही अंदाज में एक फोन में खूब सारे फीचर वाले सेट हैं। इस कैटिगरी में सैमसंग की पकड़ अब तक कमजोर थी।

इस सीरीज में रेक्स 90, 80, 70 और 60 नाम से हैंडसेट उतारे गए हैं। इनमें इजी फुल टच के साथ सैमसंग ने अपना टचविज इंटरफेस दिया है। 8 होमस्क्रीन का फीचर है, सोशल नेटवर्किंग साइट्स के विजेट्स हैं। वाई-फाई कनेक्टिविटी के अलावा ड्यूल सिम, ओपेरा मिनी फास्ट ब्राउजर और इनबिल्ट ऐप्स और गेम्स भी इसमें दिए गए हैं। सभी के लुक्स गैलक्सी सीरीज जैसे हैं, साथ ही वॉटर ड्रॉप वाला साउंड इफेक्ट भी इनमें हैं। रेक्स 60 में 2.8 इंच की रजिस्टिव टच वाली स्क्रीन है, 1.3 मेगापिक्सल कैमरा, 15 घंटे की बैटरी लाइफ और एफबी व ट्विटर इंटीग्रेशन है।

रेक्स 70 में 3 इंच कपैसिटिव टचस्क्रीन है, 2 मेगापिक्सल कैमरा और 13 घंटे की टॉकटाइम बैटरी है। रेक्स 80 में 3 इंच कपैसिटिव स्क्रीन के अलावा वाई फाई कनेक्टिविटी, 3 मेगापिक्सल कैमरा, और 14.7 घंटे की बैटरी लाइफ है। रेक्स 90 में 3.5 इंच की एचवीजीए स्क्रीन, 3.2 मेगापिक्सल कैमरा और 15 घंटे टॉकटाइम वाली बैटरी है।

वसीम जाफर के भतीजे अरमान ने बनाए 473 रन

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मुंबई ।। लोग मजाक में कहते हैं कि जाफर परिवार के लड़कों के हाथ में रन की रेखा अलग से बनी हुई है। भारत के टेस्ट ओपनर रहे वसीम जाफर के भतीजे अरमान जाफर को भी लंबी पारी खेलने के लिए जाना जाता है। लेकिन अरमान जाफर की रनों की भूख खत्म नहीं हो रही है। 15 साल के जाफर ने गुरुवार को 473 रनों की विशाल पारी खेली। हैरिस शील्ड स्कूल टूर्नामेंट के इतिहास में यह सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है।

अपने स्कूल रिजवी स्प्रिंगफील्ड के लिए अरमान ने आईईएस सुले गुरुजी स्कूल के खिलाफ 369 गेंदों में 65 चौके और 16 सिक्स की मदद से 473 रन बनाए। जाफर 437 मिनट तक क्रीज पर थे। एक स्वीप शॉट लगाने हुए वह हेरांब परब की गेंद पर आउट होने से पहले टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर बना चुके थे और खुश नहीं थे।

उन्होंने कहा, '500 तक न पहुंच पाने की थोड़ी निराशा है। लेकिन पिछला रेकॉर्ड तोड़ने की मुझे खुशी है। जब मैं बैटिंग कर रहा था तब एक भी इसका ख्याल नहीं आया। क्रीज पर मैंने अपने खेल का पूरा लुत्फ लिया।'

रूस में उल्कापिंड के टुकड़े गिरे, 900 से ज्यादा घायल

Meteorite
Meteorite


मॉस्को।। रूस के यूराल माउंटेन पर शुक्रवार सुबह उल्कापिंड गिरने से भयानक धमाके हुए, जिसमें 900 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। काफी लोग घरों के शीशे टूटने से घायल हुए। उल्कापिंड के गिरने से चारों तरफ अफरातफरी मच गई। लोगों को अंदाजा नहीं हो पा रहा था कि आखिर क्या हो रहा है।

चेल्याबिंस्क इलाके में रहने वाले सर्गेई हामेतोव ने बताया कि हर आदमी दूसरे के घर में उसकी खैरियत जानने के लिए जा रहा था। यह जगह मॉस्को के पूर्व में 1500 किलोमीटर दूर है। चेल्याबिंस्क में ही इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है।

सर्गेई ने बताया कि हमने एक तेज रोशनी देखी, फिर वह बर्स्ट हो गई और उसके बाद हम लोग जब बाहर निकले तो जोर की आवाज सुनाई दी।

फिर बढ़ीं पेट्रोल और डीजल की कीमतें

diesel prize hike
diesel Prices hiked

नई दिल्ली।। तेल कंपनियों ने शुक्रवार को पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी का ऐलान किया। हालांकि, इस बढ़ोतरी में लोकल सेल्स टैक्स या वैट शामिल नहीं है। अगर वैट को मिला दें तो दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में करीब 1.80 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 51 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी होगी। बढ़ी हुई कीमतें शुक्रवार आधी रात से लागू हो गईं। कीमतों में बढ़ोतरी का शुरुआती ऐलान इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने किया। भारत पेट्रोलियम (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) के पेट्रोल पंपों पर कीमतों में कुछ पैसों की बढ़त या कमी मुमकिन है।

एक तेल कंपनी के अधिकारी के मुताबिक, इंटरनैशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी होने से पेट्रोल की कीमत बढ़ाने का फैसला किया गया। तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत में करीब तीन रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था, मगर सरकार ने डेढ़ रुपये तक की बढ़ोतरी की इजाजत दी। डीजल के दामों में बढ़ोतरी पहले से ही तय नियमों के तहत की गई। गौरतलब है कि सरकार ने तेल कंपनियों को डीजल की कीमत में हर महीने थोड़ी-थोड़ी बढ़ोतरी की छूट दी हुई है।

कीमतें तुरंत बढ़ाना चाहती थी सरकार: सरकार ने तेल कंपनियों को कीमतें बढ़ाने का ऐलान तुरंत करने को कहा। सरकार नहीं चाहती थी कि आम बजट से ठीक पहले यह बढ़ोतरी हो। ऐसा होने पर उसके लिए मुश्किलें बढ़ सकती थीं।

14 फ़र॰ 2013

अगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील: प्रणब मुखर्जी ने अंतिम मुहर लगाई थी

 अगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील:

नई दिल्ली: अगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील मामले में यूपीए सरकार की फैक्टशीट में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का भी नाम हैं। दरअसल सूत्रों के मुताबिक जब इटली की सरकार से अगस्टा वेस्टलैंड की डील हुई तब उस वक्त प्रणब मुखर्जी तत्कालीन रक्षा मंत्री थे। इतालवी कंपनी फिनमेकानिका के साथ हेलीकॉप्टर डील पर अंतिम मुहर उनके वक्त में ही लगी थी।

इतालवी कंपनी फिनमेकानिका के साथ भारत की 12 VVIP हेलीकॉप्टरों की डील तब हुई जब वर्ष 2005 में प्रणब मुखर्जी रक्षा मंत्री थे। सरकार की फैक्टशीट में यहा गया है कि इस टेंडर को 2005 में अंतिम रुप दिया गया और उस वक्त एसपी त्यागी वायु सेना प्रमुख थे।

फैक्टशीट में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए शासन पर डील को लेकर आरोप मढ़े गए है जिसमें उस वक्त के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ब्रजेश मिश्रा की भूमिका पर सवाल उठाया गया है।

इस मामले को लेकर विपक्ष के निशाने पर आए रक्षा मंत्रालय ने समझौते से जुड़े तथ्यों और पूरे विवरण को पेश किया है। यह मामला 12 हेलीकॉप्टरों की खरीद से जुड़े समझौते का है। साल 2010 में 3600 करोड़ रुपये का यह करार फिनमेकानिका की इकाई अगस्ता वेस्टलैंड के साथ किया गया था।

मंत्रालय ने कहा कि वाजपेयी सरकार के समय साल 2003 में ही हेलीकॉप्टरों की आवश्यक तकनीकी जरूरतों को बदला गया था और इसमें तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ब्रजेश मिश्र ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।

अफजल पर बवाल: मनमोहन ने शिंदे पर दागे सवाल


नई दिल्ली. अफजल गुरु की फांसी सरकार के गले की हड्डी बन गई है। अब अफजल के घरवालों को फांसी की सूचना देरी से मिलने पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से नाराजगी जताई है। पीएम ने शिंदे से कहा है कि फांसी देने से पहले अफजल के परिजनों को जानकारी क्यों नहीं दी गई? प्रधानमंत्री ने यह नाराजगी राष्ट्रपति भवन में आयोजित राज्यपाल कॉन्फ्रेंस के बाद शिंदे से मुलाकात के दौरान जताई।
 अफजल पर बवाल: मनमोहन ने शिंदे पर दागे सवाल
पीएम ने कहा कि अफजल भले ही आतंकियों के संपर्क में था। लेकिन सूचना देने के लिए राज्य के हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जा सकता था। उन्होंने अफजल के परिजनों को स्पीड पोस्ट से सूचना भेजने के निर्णय पर भी सवाल उठाया। इससे पहले जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला और उनके पिता और केंद्रीय मंत्री फारुख अब्दुल्ला भी अफजल की फांसी के तरीके और उसके परिजनों को सूचना देने पर सवाल उठा चुके हैं। इसके बाद गृहमंत्री ने अपनी सफाई में कहा था कि अफजल के परिजनों को सूचना नियमानुसार ही दी गई थी और यह काम तिहाड़ जेल प्रशासन ने किया था। अफजल की फांसी का देश में कई मानवाधिकार कार्यकर्ता और कश्मीरी छात्र विरोध कर रहे हैं। 

झारखंड में राज्यपाल का फरमान, सच्चर कमेटी की सलाह को करो लागू


रांची. राज्यपाल डा. सैयद अहमद ने झारखंड में सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू करने का फरमान जारी कर दिया है। मालूम हो कि राज्य में अभी राष्ट्रपति शासन है। अब राज्यपाल के निर्देश के बाद सभी विभाग सच्चर कमेटी की सलाह को लागू कराने को लेकर रेस हो गए हैं।


क्या है कमेटी की सलाह
सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में सलाह दी गई है कि मुस्लिम बहुल इलाकों में स्थित थानों में मुस्लिम पदाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में मुस्लिम कर्मियों की पदस्थापना की जाए। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के विद्यासागर ने सभी सिविल सर्जनों को पत्र भेजकर कमेटी की सलाह को लागू करने का निर्देश दे दिया है। इसके तहत अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों के अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में प्रमुखता से मुस्लिम कर्मियों का पदस्थापन किया जाएगा।
साथ ही उन्होंने सभी स्वास्थ्य योजनाओं, परियोजनाओं तथा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान (एनआरएचएम) के कार्यक्रमों के अल्पसंख्यक क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार के लिए उर्दू भाषा में पंपलेट बांटने, पोस्टर, पेंटिंग आदि का निर्देश भी दिया है।

राज्यपाल ने गृह विभाग से मांगा मुस्लिम पुलिसकर्मियों का डाटा
उल्लेखनीय है कि हाल ही में कल्याण विभाग की समीक्षा में राज्यपाल ने सच्चर कमेटी की सलाह को लागू किए जाने को लेकर जानकारी मांगी थी। इसी तरह गृह विभाग मुस्लिम पुलिसकर्मियों व अधिकारियों का डाटा इक_ा करने में जुटा हुआ है। गृह से यह आंकड़ा मांगा गया है कि राज्य में कितने मुस्लिम पुलिसकर्मी हैं, मुस्लिम बहुल इलाके कौन-कौन से हैं और इन क्षेत्रों में तैनाती का क्या हाल है।

हेलिकॉप्टर डील में लड़कियों का इस्तेमाल

नई दिल्ली।। इतालवी कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड (यूके) ने भारत से हेलिकॉप्टर सौदे को अपने पक्ष में करने के लिए वह सब कुछ किया, जो उससे बन पड़ा। तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एस. पी. त्यागी तक पहुंच बनाने के लिए कैश के साथ-साथ लड़कियों का भी इस्तेमाल किया गया था। इटली के प्रॉसिक्यूटर्स द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों में यह बात सामने आई है। इस बीच, सीबीआई जांच पूरी होने तक भारत सरकार ने इटली की कंपनी को बाकी भुगतान पर रोक लगा दिया है और बचे हुए 9 हेलिकॉप्टरों की डिलिवरी भी नहीं लेगी।
करीब 3600 करोड़ रुपये के इस सौदे के लिए भारत में 350 करोड़ से ज्यादा की रिश्वत देने के आरोप में फिनमेकेनिका के सीईओ जूसिपी ओरसी को इटली में सोमवार को ही गिरफ्तार किया जा चुका है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत अतिविशिष्ट लोगों के लिए 12 एडब्ल्यू-101 हेलिकॉप्टरों के लिए इटली की कंपनी से डील हुई है, जिसमें से 3 हेलिकॉप्टरों की डिलिवरी हो चुकी है और कंपनी को करीब 1200 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है।
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जांच रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में दलाल का दावा है कि वह त्यागी के एयर चीफ मार्शल रहते उनसे 6 से 7 बार मिला था। यह त्यागी के उस दावे के बिल्कुल उलट है, जिसमें उन्होंने माना था कि उनकी मुलाकात उस व्यक्ति से एक बार हुई थी, जिसे इस सौदे में दलाल बताया जा रहा है। त्यागी 3600 करोड़ रुपये के इस सौदे में रिश्वत लेने की बात से साफ इनकार कर चुके हैं।
इटली के जांतकर्ताओं ने त्यागी के रिश्तेदारों जूली, डोस्का और संदीप की पहचान उन मध्यस्थों के रूप में की है, जिन्होंने फिनमेकेनिका को 3600 करोड़ रुपये की हेलिकॉप्टर डील दिलाने में मदद की। अगस्ता-वेस्टलैंड फिनमेकेनिका ग्रूप की यूनिट है। जांचकर्ताओं का कहना है कि त्यागी परिवार को करीब 70 लाख रुपये की रिश्वत दी गई। दलाली की बाकी रकम आईडीएस इंडिया नामक कंपनी ने सर्विस कॉन्ट्रैक्ट के जरिए संबंधित लोगों तक पहुंचाए।
इस डील के बिचौलियों की बातचीत का ब्योरा जांचकर्ताओं ने इटली के कोर्ट में पेश किया है। इसके मुताबिक, दलालों की गर्लफ्रेंड्स के जरिए त्यागी के रिश्तेदारों से संपर्क साधा गया। खासकर जूली त्यागी से, जिसे इस मामले में रकम दिए जाने का दावा जांचकर्ता कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट के मुताबिक, डील के लिए त्यागी परिवार से समझौता हुआ था लेकिन रकम जूली त्यागी को सौंपी गई थी। त्यागी परिवार के सदस्यों और अगस्ता-वेस्टलैंड के बिचौलियों के बीच दोस्ती की शुरुआत सन् 2001 में हुई थी, जब कार्लो गेरोसा इटली में एक शादी में जूली से मिला था। 2000-01 में ही भारतीय वायुसेना ने अतिविशिष्ट लोगों के लिए वीआईपी हेलिकॉप्टर की मांग रखी थी।
जांच रिपोर्ट से पता चलता है कि जब अगस्ता-वेस्टलैंड को लगा कि वह डील से बाहर हो सकती है, तो कंपनी ने कार्लो और उसके बॉस राल्फ से संपर्क साधा। ये दोनों एस. पी. त्यागी के रिश्तेदारों से परिचित थे। दरअसल, अगस्ता-वेस्टलैंड के हेलिकॉप्टर 18000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान नहीं भर सकते, जबकि वीआईपी हेलिकॉप्टर के लिए निकाले गए टेंडर में यह शर्त रखी गई थी। बाद में टेंडर में बदलाव करके हेलिकॉप्टर की उड़ान क्षमता घटाकर 15 हजार फीट कर दी गई। इससे अगस्ता-वेस्टलैंड को फायदा हुआ और डील उसे मिल गई।
इटली में इस सौदे की जांच के दौरान बताया गया है कि दलाली के प्रभाव में आकर भारतीय वायुसेना ने न सिर्फ हेलिकॉप्टर की अधिकतम ऊंचाई में उड़ने की क्षमता की शर्त में बदलाव किया, बल्कि इंजन बंद हो जाने की स्थिति में उड़ान की जांच की शर्त जोड़ दी गई। टेंडर में शामिल हेलिकॉप्टरों में फिनमेकेनिका का हेलिकॉप्टर ही तीन इंजन वाला था। 2005 से 2007 के दौरान जब त्यागी वायुसेना प्रमुख थे, बिचौलियों ने कम से कम छह बार उनसे मुलाकात की। दो बार उनके रिश्तेदारों के ऑफिस में और एक बार बेंगलुरु एयर शो में, जिसका आयोजन हर दो साल पर होता है।
इस बीच इटली में चल रही जांच में अपना नाम आने के बाद त्यागी ने हेलिकॉप्टर सौदे में इतालवी कंपनी को फायदा पहुंचाने के आरोपों से पूरी तरह इनकार किया। लेकिन, जांच के दौरान सामने आए सुबूतों से वह इनकार नहीं कर पाए। उन्होंने माना कि जिन तीन लोगों का नाम जांचकर्ताओं ने लिया है, वे सभी उनके करीबी रिश्तेदार हैं। इनमें से एक उनका भतीजा है, जिसने उन्हें कार्लो से मिलवाया था। पूर्व वायुसेना प्रमुख के मुताबिक इस हेलिकॉप्टर सौदे के लिए टेंडर जरूर उनके समय जारी हुए थे, लेकिन हेलिकॉप्टर के ब्योरे में कोई बदलाव उनके कार्यकाल में नहीं हुआ। साथ ही यह सौदा भी उनके रिटायर होने के तीन साल बाद हुआ।
एस. पी. त्यागी ने इस मामले में वाजपेयी सरकार में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे ब्रजेश मिश्र पर उंगली उठा दी है। उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा, ‘खरीदे जाने वाले हेलिकॉप्टर के मानक तय करने में मेरा कोई रोल ही नहीं था। उड़ान की ऊंचाई के लिए तय मानक 2003 में बदले गए। उस वक्त के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ब्रजेश मिश्र ने ऐसा करने को कहा था।’ यही नहीं, त्यागी के मुताबिक ठेके का नियम बदलने का फैसला तत्कालीन पीएमओ का था।

आरोप सही हुए तो रद्द होगा सौदा: एंटनी

नई दिल्ली।। भारत के साथ रक्षा सौदे के संबंध में इटली में हुई धांधली के खुलासे पर रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा और अगर जरूरत पड़ी तो हेलीकॉप्टर सौदा रद्द भी किया जा सकता है।

India's Defence Minister A.K. Antony and China's Defence Minister Liang Guanglie attend a welcoming ceremony before the first ASEAN Defence Ministers Meeting Plus in Hanoi

धांधली के खुलासे पर रक्षा मंत्री ने कहा, ‘हेलीकॉप्टर सौदे की दो जगह पर जांच चल रही है। एक जांच इटली में चल रही है और दूसरी जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई की जांच रिपोर्ट पर सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।’
ए के एंटनी ने बार-बार जोर देकर कहा कि कोई भी आरोपी बख्शा नहीं जाएगा। पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एस पी त्यागी पर लग रहे आरोपों पर एंटनी ने कहा कि उन्हें त्यागी के नाम के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
गौरतलब है कि रक्षा सौदे के संबंध में भारत के पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एस पी त्यागी पर गंभीर आरोप लगे हैं। इटली की जांच एजेंसी की रिपोर्ट में त्यागी का नाम सामने आया है। कहा गया है कि त्यागी को घूस दी गई थी। घूस देने के आरोप में इटली की पुलिस डिफेंस कंपनी फिनमेक्कनिका के सीईओ को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। फिनमेक्कनिका के सीईओ पर 350 करोड़ रुपये घूस देने के आरोप है।
संदेह है कि वह भारत सरकार को ‘फिनमेकेनिका’ की सहायक कंपनी ‘अगस्तावेस्टलैंड’ द्वारा निर्मित 12 हेलीकॉप्टर बेचे जाने के संबंध में रिश्वत देने के मामले में शामिल थे। एजेंसी के अनुसार अभियोजकों को संदेह है कि ‘अगस्तावेस्टलैंड’ को सौदा दिलाने के लिए करीब पांच करोड़ यूरो (लगभग 362 करोड़ रुपये) सौदे की करीब 10 प्रतिशत राशि रिश्वत में दी गई।
    

नई उमंग..नई तरंग वेलेंटाइन संग आया बसंत

जयपुर, 14 फरवरी। शरद ऋतु की विदाई का संदेश यानी हमारा बसंत.. इसके साथ ही पेड़-पौधों और प्राणियों में नवजीवन का संचार होता है। प्रकृति नख से शिख तक सजी नजर आती है और तितलियां तथा भंवरे फूलों पर मंडराकर मस्ती का गुंजन गान करते दिखाई देते हैं। जंगलो में टेंसू के फूल खिलते है, आम में मंजर आते है.. महुए में फूल आते है। ये मौसम को मदमस्त बनाते है..
नई उमंग..नई तरंग वेलेंटाइन संग आया बसंत
नई उमंग..नई तरंग वेलेंटाइन संग आया बसंत
कुछ इसी तरह प्रेम इजहार का पर्व वेलेंटाइन डे भी मनाया जाता है। इस बार यह वेलेंटाइन और मदमस्त कर देने वाला मदनोत्सव का पर्व मिलाजुला 14 फरवरी यानी आज एकसाथ मनाए जा रहे है। जिस बसंत पंचमी को हम हजारों साल से मना रहे हैं और इसकी प्रक्रिया रति और कामदेव यानी क्यूपिड और वीनस के श्रृंगाररस से भरी है। वैलंटाइन कहे या बसंत पंचमी, इसके आगाज के साथ ही असल में प्रेमी-प्रेमिकाओं का पर्व होली आता है। होली का उत्सव इस मदनोत्सव का चरमबिन्दु है, जब रस के रसिया का एकाकार हो जाता है।
लेकिन, दोनो पर्वाे में अंतर फिर भी है। वेलेन्टाइन डे के विपरीत मदनोत्सव में विवाहेत्तर अथवा विवाहपूर्व संबंधों के लिए कोई स्थान नहीं है, बल्कि यह विशुद्घ रूप से दांपत्य संबंधों को मजबूत करने का पर्व होने के कारण नैतिक-सामाजिक दृष्टि से पूरी तरह स्वीकार्य है, जबकि वेलेन्टाइन डे ऐसी खामियों की वजह से भारतीय समाज में आज भी सर्व स्वीकार्य नहीं है।

नई उमंग..नई तरंग वेलेंटाइन संग आया बसंत
नई उमंग..नई तरंग वेलेंटाइन संग आया बसंत

वेलेंटाइन डे पर लगे रोक : आसाराम


इलाहाबाद। दिल्ली गैंग रेप की घटना पर विवादित वाले संत आसाराम बापू ने अब वेलेंटाइन डे का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम की संस्कृति और नैतिक मूल्यों में कमी के कारण देश के युवा भटक रहे हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश की सरकार से मांग की है कि वेलेंटाइन डे को मातृ एवं पितृ पूजन दिवस घोषित किया जाए।

बापू ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को छत्तीसगढ़ की सरकार से सीख लेनी चाहिए,जो 2012 से 14 फरवरी को मातृ एवं पितृ पूजन दिवस के रूप में मना रही है। इससे युवाओं को अपने माता-पिता की सेवा करने की प्रेरणा मिल रही है।

उन्होंने कहा कि यह एक उदाहरण है। अगर इसका अनुसरण किया जाता है तो उत्तर प्रदेश के युवाओं और महिलाओं को पश्चिमी संस्कृति के दुष्प्रभाव से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह समाज की नैतिक जिम्मेदारी है कि बाहरी दुष्प्रभावों का मुकाबला करें। यह संतों की जिम्मेदारी भी है कि वे अच्छी परंपराओं की नींव डाले जिससे आम आदमी का नैतिक उत्थान हो

13 फ़र॰ 2013

पोर्न मूवी देख रेप की कोशिश,फिर मर्डर


जयपुर। मोबाइल पर पोर्न फिल्म देखकर एक घरेलु नौकर की नियत बिगड़ गई और उसने अपने मालिक की बेटी को ही हवश का शिकार बनाने की कोशिश कर डाली। नाकाम रहा तो हवश में अंधे हुए इस युवक ने 19 साल की लड़की को मौत के घाट उतार दिया। यह सनसनीखेज घटना एक हफ्ते पहले 5 फरवरी की है और मामले की जांच में जुटी जयपुर पुलिस बुधवार को इसका खुलासा कर पाई।
पोर्न मूवी देख रेप की कोशिश,फिर मर्डर
पोर्न मूवी देख रेप की कोशिश,फिर मर्डर 

आप को बता दें कि 5 फरवरी को राजस्थान विधानसभा के पास सत्य विहार कॉलोनी में बी.कॉम की छात्रा का शव उसके घर में मिला था। उसके गले पर गहरे नीले निशान मिले थे। मां ने ज्योति नगर थाने में हत्या का मामला दर्ज करवाया था लेकिन सप्ताह भर की मेहनत पर भी पुलिस को हत्यारों को पता नहीं लगा पाई। हत्या के समय घर में छात्रा के बीमार दादा और एक नौकर ही मौजूद था। ऎसे में पूछताछ के लिए नौकर को हिरासत में लिया गया। लम्बी पूछताछ के बाद पुलिस ने नौकर से असलियत उगलवाने में कामयाब रही।

पुलिस के मुताबिक सत्य विहार निवासी प्रीति ने बेटी ज्योति (19) का शव घर के ऊपर बने कमरे में मिलने की सूचना रात करीब 12 बजे दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि परिजनों ने शव को नीचे लाकर कमरे में पलंग पर रख दिया था। रात को ही शव को एसएमएस की मोर्चरी में रखवाया गया। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने गला घोंटने से मौत की पुष्टि की थी। शव पर खरोंच के निशान भी मिले थे। छात्रा से दुष्कर्म की आशंका होने के कारण विसरा एएफएसल भेजा है। ज्योति कानोडिया कॉलेज में बी.कॉम प्रथम वर्ष की छात्रा थी।

पुलिस को मृतका के दोस्तों पर था शक

ज्योति की एक सहेली दो युवकों के साथ हत्या वाले दिन घर आई थी। नौकर ने ही यह जानकारी पुलिस को दी थी जिसके आधार पर पुलिस जांच मृतका के साथ आए उसके दोस्तों को शक के दायरे में रखकर भी हुई। यह सब नौकर की ही चालबाजी थी जिससे पुलिस गुमराह रहे।

मां नौकरी पर,बहन स्कूल में
ज्योति की मां पीडब्ल्यूडी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। मंगलवार को वह ड्यूटी पर थी। छोटी बहन 9वीं कक्षा की छात्रा है जो स्कूल गई थी। एनजीओ संचालक दादी भी किसी काम से बाहर गई थी। घर के नीचे की मंजिल पर दादा पलंग पर लेटे थे और नौकर (25) उनके पास था। वह घर के अहाते में ही बने सर्वेट `ार्टर में रहता था।

गृहमंत्री के बयान की पुलिस करेगी जांच

 jaipur police probe statement of sushil kumar shindeजयपुर। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के भाजपा और भगवा आतंकवाद पर बयान की अब जयपुर पुलिस जांच करेगी। कोर्ट ने यहां बह्मपुरी थाना पुलिस को शिंदे के बयानों की ऑडियो वीडियो जप्त कर विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। 

उल्लेखनीय है कि पिछले महीने जयपुर चिंतन शिविर में कहा था बीजेपी और संघ के शिविरों में हिंदू आतंकवाद का प्रशिक्षण दिया जा रहा है और समझौता एक्सप्रेस,मक्का मस्जिद और मालेगांव धमाकों के पीछे संघ का हाथ होने के सुबूत मिले हैं। 

इस बयान पर आपत्ति करते हुए हवामहल मंडल के पदाघिकारी सोमदत्त पांचाल ने निचली अदालत में परिवाद दाखिल किया था। इस परिवाद पर अदालत ने अपने स्तर पर सुनवाई शुरू करते हुए परिवादी के बयान दर्ज किए थे। इसके बाद अदालत ने बुधवार को शिंदे के बयानों की विस्तृत जांच के आदेश दिए। परिवादी के वकील प्रमोद शर्मा के मुताबिक,न्यायिक अघिकारी क्रम 18 ने बुधवार को थाना पुलिस को परिवाद दर्ज कर जांच के आदेश दिए हैं।

अशोक गहलात कई घोटालों में शामिल -डॉ. सौमेया

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलात कई घोटालों में शामिल हैं और उनकी सरकार घोटालेबाजों की सरकार है। केन्द्र सरकार के तीन अतिविशिष्ट लोग जहां हेलीकॉप्टर घोटाले में शामिल हैं वहीं गहलोत आमेर में बन रहे होटल पर चुप्पी साधे बैठे हैं। कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री पर यह आरोप भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डॉ. किरीट सौमेया ने लगाए है। बुधवार को जयपुर में सौमेया ने राजस्थान सरकार की 108 एबुलेंस सेवा चलाने वाली कंपनी के बड़े स्तर पर किए गए कथित घोटालों की जांच की मांग करते हुए यह आरोप लगाए।

kirit somaiya comments on ashok gehlotउल्लेखनीय है कि प्रदेश में चुनावी बिसात बिछते ही राजनीति हलके में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे पर भ्रटाचार के आरोप वाला कथित बयान दिया था।

होटल का मालिक कौन ?

सौमेया ने अशोक गहलोत को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि जयपुर में आमेर के पास कूकस गांव में बन रहे एक होटल के बारे में गहलोत चुप्पी साधे हुए हैं। जनता जानना चाहती है कि उसका मालिक कौन है? 

राजे के खिलाफ सबूत नहीं 

सौमेया ने कहा कि भाजपा गहलोत के खिलाफ एक के बाद एक घोटाले निकालती रहेगी। लेकिन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे पर गहलोत का बयान अनर्गल है। गहलोत राजे के खिलाफ एक भी मामले में ठोस सबूत नहीं दे पाए हैं। 

फर्जी बिल पर भुगतान,कांग्रेसी शामिल 

डॉ. सौमेया ने करोड़ों रूपए के फर्जी बिल देकर भुगतान उठाने वाली जिकित्जा हैल्थकेयर लिमिटेड कंपनी का मामला भी उठाया। उन्होंने दावा कि इस बारे में केन्द्र स्वास्थ्य मंत्री गुलाब नबी आजाद को इस संबंध में पत्र लिखा गया तो आजाद ने भी इसकों स्वीकार किया। लेकिन गहलोत इसका कोई जवाब नहीं दे रहे है। क्यों कि इस कंपनी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उनके परिजन भी शामिल हैं। हालांकि घोटाला साबित होने पर इनमें से कई इस्तीफा दे चुके हैं।

10 फ़र॰ 2013

अमरीका: बर्फ़ीले तूफ़ान में तीन लोगों की मौत

अमरीका के पूर्वोत्तर राज्यों में भीषण बर्फ़ीले तूफ़ान के कारण कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई है.
नीमो नामक तूफ़ान के कारण मैसाचुसैट्स, कनेक्टिकट, न्यूयॉर्क और रोड आईलैंड जैसे राज्यों में कई जगह दो-तीन फुट से अधिक बर्फ़ गिरी है जिसके साथ 70 से 80 मील प्रति घंटे की गति से तूफ़ानी हवाएं भी कई घंटों तक चलती रहीं.


जिसके कारण इस इलाक़े में रहने वाले चार करोड़ से अधिक लोगों का जनजीवन अस्त व्य्स्त हो गया है.
तूफ़ान के कारण न्यूयॉर्क में एक 74 वर्षीय व्यक्ति अपने घर के पास ट्रैक्टर से बर्फ़ हटा रहे थे जब उन्होंने संतुलन खो दिया और सड़क पर टक्कर के बाद उनकी मौत हो गई.
भारी बर्फ़बारी और तेज़ हवाओं के कारण इलाक़े में कई जगह बिजली के ट्रांसफ़र्मर जल गए और तार भी टूट गए जिससे सात लाख से अधिक लोगों के घरों और व्यापारिक संस्थानों में बिजली चली गई.

लोगों से यह कहना चाहता हूं कि आप सड़क पर कार लेकर न निकलें. अगर सड़कें ख़ाली रहेंगी तो बर्फ़ हटाने वाली गाड़ियां आसानी से काम कर सकेंगी. और अभी फ़ुटपाथ के साथ साथ सड़कों पर भी बर्फ़ जम गई है जिससे फिसलने का भी ख़तरा है."
न्यूयॉर्क के मेयर माईकल ब्लूमबर्ग

6 फ़र॰ 2013

जयपुर में युवती की मौत,हत्या का संदेह


जयपुर। ज्योति नगर थाना क्षेत्र में एक युवती की संदेहास्पद परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। परिजनों का कहना है कि युवती ने आत्महत्या की है,जबकि पुलिस प्रथमदृष्टया इसे हत्या का मामला मान रही है। जानकारी के अनुसार सत्यविहार कालोनी में रहने वाली 19 वर्षीया ज्योति कनोडिया कॉलेज में अध्ययनरत थी।
 Teenager found dead in her house in Jaipur
 पुलिस को रात 12 बजे उसकी मृत्यु होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस को शव ड्राइंग रूम में रखा मिला और उसके गले पर दबाने के निशान और आंख के पास चोट के निशान मिले हैं। मामले की पड़ताल के लिए बुधवार सुबह एडि. कमिश्नर (अपराध) डॉ गिर्राज लाल मीणा भी मौके पर पहुंचे। उनका कहना है कि हत्या के संदेह के मामले में लड़की के परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस को देर से सूचना दी गई है। मामले की पड़ताल में इस पहलू पर भी ध्यान दिया जा रहा है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।

पारिवारिक एंगल पर भी जांच

सूत्रों ने बताया कि युवती के पिता की मृत्यु के बाद मां ने दूसरी शादी कर ली थी। कुछ समय पहले उसके सौतेले पिता की भी मौत हो गई थी। वह अपनी मां, दादा-दादी और छोटी बहन के साथ रह रही थी। घरवालों के साथ संबंधों की भी जांच चल रही है।

कांग्रेस की कमान मोहन प्रकाश को ?


जयपुर। वसुंधरा राजे को  प्रदेश भाजपा की कमान सौंपे जाने के बाद कांग्रेस भी सक्रिय हो गई है। इसका सबसे बड़ा कारण भाजपा में ब्राह्मण नेताओं को हाशिए पर डालना है। अब प्रदेश कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनावों में अपना वोट बैंक मजबूत करने के लिए दुबारा ब्राह्मण कार्ड खेलने की तैयारी कर ली है। प्रदेश कांग्रेस के अघिकृत सूत्रों की मानें तो बा्रह्मण कार्ड खेलने के लिहाज से मोहन प्रकाश को प्रदेश कांग्रेस की कमान दी जा सकती है। वहीं प्रदेश कांग्रेस के नेता भाजपा में दिग्गज ब्राह्मण नेताओं को हाशिये पर रखने वाली बात सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक भी पहंुचाने वाले हैं।
mohan prakash as a rajasthan pcc chief
सर्वमान्य नेता पर खेल सकती है दांव

गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेज पिछली बार जब सत्ता में आई थी उससे सवा साल पहले प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष ब्राह्मण नेता डॉ. सीपी जोशी व नेता प्रतिपक्ष बीडी कल्ला को बनाया गया था। ये दोनों ही कांग्रेस के दिग्गज रहे हैं और ब्राह्मण समाज में इनका वर्चस्व है। लिहाजा पार्टी को खासा ब्राह्मण वोट मिले। इस रणनीति के मुताबिक एआईसीसी में सचिव व महाराष्ट्र और गुजरात के प्रभारी मोहन प्रकाश को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौपी जा सकती है।

इन कारणों से बन सकते हैं अध्यक्ष

मोहन प्रकाश को पीसीसी अध्यक्ष बनाए जाने के पीछे कई दमदार कारण हो सकते हैं। वे राजस्थान प्रदेश कांग्रेस में सर्वमान्य नेता हैं और राजस्थान के नेताओं से उनके अच्छे संबंध हैं। साथ ही उनकी ब्राह्मण समाज में पैठ भी है। हालांकि जयपुर सांसद डॉ. महेश जोशी का नाम भी इस कार्ड के मुताबिक पीसीसी अध्यक्ष के लिए मुख्यमंत्री आगे बढ़ा सकते हैं।

आलाकमान को बताए हालात

प्रदेश कांग्रेस ने प्रदेश भाजपा की कमान वसुधंरा राजे व नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया को सौंपने की बात आलाकमान तक पहंुचा दी है। इसमें कहा गया है कि प्रदेश भाजपा में दिग्गज ब्राह्मण नेताओं को हाशिए पर डाल दिया है। ऎसे में इस कार्ड के आधार पर नए पीसीसी अध्यक्ष का फैसला हो ताो परिणाम अपने पक्ष में रहेंगे।

खतरा नहीं उठाना चाहती कांग्रेस

सूत्रों के अनुसार ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी आगामी लोकसभा व पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में किसी भी तरह का खतरा नहीं उठाना चाहते हैं। वहीं उपाध्यक्ष के नाते इन चुनावों में उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर है। लिहाजा संगठन में लंबे समय से काम कर रहे महासचिव मुकुल वासनिक को रणनीति के तहत महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की तैयारी है। इधर मोहन प्रकाश को राजस्थान भेजा जा सकता है। लिहाजा बा्रह्मण कार्ड के हिसाब से उन्हें राजस्थान की कमान सौंपी जा सकती है।

एससी-एसटी और महिला उद्यमियों को जमीन देगा रीको


 जयपुर, 4 फरवरी। एससी-एसटी व महिला उद्यमियों के लिए अब राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रीज डवलपमेंट एंड इंवेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के औद्योगिक क्षेत्रों जमीन लेना आसान हो गया है। ऐसे उद्यमियों को औद्योगिक क्षेत्रों में जमीन आवंटन के लिए रीको की हाल ही में आयोजित आईसीडी की मीटिंग में संशोधन प्रस्ताव को अनुमति दे दी गई है। जिसके चलते एससी व एसटी उद्यमियों को आवेदन करने पर जमीन का आवंटन जरूरी होगा। इसके लिए रीको ने भू-निष्पादन नियम-1979 के नियम 3-अ के उपनियमों के तहत अनुसुचित जाति, अनुसुचित जनजाति व महिला उद्यमियों को किसी भी श्रेणी के औद्योगिक क्षेत्र में 3000 वर्ग गज के आकार के भूखंडों का पांच फीसदी आरक्षित रखने का प्रावधान किया है। निर्णय के अनुसार अब औद्योगिक क्षेत्रों में पूर्ण तथा अलॉट घोषित होने के बाद भी भूखंड उपलब्ध होने की स्थिति में इन उद्यमियों के लिए जमीन आरक्षित होगी। पहले यह नियम अलॉट घोषित होने के बाद शून्य हो जाता था। गौरतलब है कि यह आदेश भविष्य लक्षिय आधार पर होगा। साथ ही पांच फीसदी आरक्षण का प्रावधान उन्हीं औद्योगिक क्षेत्रों के लिए जारी रहेगा जिनको मार्च 2012 में पूर्णतया अलॉट घोषित किया गया है। नए आदेशों के तहत जिन औद्योगिक क्षेत्रों में एसटी-एससी व महिला उद्यमियों के लिए भूखंड आवंटन नियमों का पालन नहीं हुआ है। वहां शेष भूखंडों को इनके लिए आवंटित किया जाएगा। इसके लिए शीघ्र ही संभागीय व क्षेत्रीय कार्यालय के स्तर पर आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। तय समयावधि में आवेदन पत्रों पर विचार किया जाकर लाटरी के माध्यम से इनका आवंटन होगा। यदि सीमित संंख्या में आवेदन प्राप्त होते हैं तो पहले आओ पहले पाओ के आधार पर भूखण्ड आवंटन होगा। दूसरी तरफ उद्यमियों का कहना है कि रीको का यह निर्णय काफी देर से आने के साथ आवंटन नियमों की अनुपालना भी शिथिलता का शिकार रही है। हैन्डीक्रॉफ्ट उद्यमी विनोद मीणा का कहना है कि नियमों में सरलीकरण के साथ आवंटन बाध्यता होने से इन जातियों को निश्चित ही लाभ मिलेगा। उनका यह भी कहना है कि वर्तमान हालात औद्योगिक मांग को देखते हुए इनके आकार में भी बढ़ोत्तरी करनी चाहिए थी। वर्तमान नियमों का लाभ एमएसएमई सेक्टर के उद्यमी प्रमुखता से उठा सकेंगे।

4 फ़र॰ 2013

महाकुंभ में शुरू हुआ मोदी का विरोध, कुछ संत नहीं करेंगे स्वागत


नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी में सबसे आगे चल रहे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर महाकुंभ में अब विरोधी स्वर गूंजने लगे हैं। महाकुंभ में जहां अगले कुछ दिनों में मोदी आने वाले हैं और संत समाज के भी मोदी का नाम पीएम पद के लिए आगे बढ़ाने की बात हो रही है, उसमें मोदी उनके विरोधी स्वर उठने की खबर बुरी हो सकती है।

 महाकुंभ में शामिल कुछ संतों ने कहा है कि वह मोदी का स्वागत नहीं करेंगे।

Keep Modi and politics away from Mahakumbh
महाकुंभ में आए संतों में जहां एक धड़ा मोदी का बेसबरी से इंतजार कर रहा है कि वहीं दूसरे गुट का कहना है कि महाकुंभ आस्था रखने वालों के लिए जगह है, लेकिन राजनीति का अखाड़ा बनाने वालों की यहां जरूरत नहीं है। संत समाज के सदस्य स्वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि कुंभ यह लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ है, इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने जहां मोदी समर्थकों को नकली संत तक करार दिया वहीं उन्होंने गुजरात नरसंहार के लिए मोदी से माफी मांगने की भी मांग कर डाली। उन्होंने कहा कि जबतक मोदी ऐसा नहीं करते हैं तब तक मोदी का कोई स्वागत यहां नहीं किया जाएगा। गौरतलब है कि सात फरवरी को यहां पर आरएसएस और संतों के बीच होने वाली वार्ता में मोदी का नाम पीएम पद के लिए आगे बढ़ाने पर चर्चा होने की खबर है। ऐसे में मोदी के लिए उभरे विरोधी स्वर उनको मुश्किलों में डाल सकते हैं।
इससे पहले  प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर जदयू से बढ़ती रार के बीच भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को सक्षम और लोकप्रिय नेता बताया था। महाकुंभ के दौरान पीएम पद की उम्मीदवारी, खासतौर पर मोदी के नाम पर मुहर को लेकर आशंकित जदयू की चेतावनी के बाद राजनाथ का यह बयान सामने आया है। वहीं विहिप नेता अशोक सिंघल भी मोदी के साथ खड़े हो गए हैं।
 भोपाल में संवाददाताओं से बातचीत में राजनाथ ने यह भी माना कि इस वक्त ऐसे किसी उम्मीदवार का चुनाव मुश्किल है जो भाजपा समेत पूरे राजग को स्वीकार हो। मोदी के नाम को आगे बढ़ाने से संकोच के सवाल पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि परंपरा यही रही है कि इस बारे में फैसला पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में होता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी में अच्छे नेताओं की कमी नहीं है।
बहरहाल, भाजपा नेताओं ने सहयोगी दल जदयू की चिंता किए बगैर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए योग्य बताते हुए परोक्ष रूप से उनके नाम की घोषणा का दबाव बना दिया है। इसी मुहिम में जदयू प्रवक्ता शिवानंद तिवारी के बयान के बाद भाजपा नेताओं ने सहयोगी दल पर तीखा जवाबी हमला बोला। शिवानंद का कहना है कि इस तरह के फैसले राजनीतिक होते हैं इसमें साधु-संतों को शामिल कर किस दिशा में जाया जा रहा है।
इस बयान के जवाब में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह की संयम बरतने की चेतावनी का भी पार्टी नेताओं पर कोई असर नहीं दिखाई पड़ रहा। नकवी के अलावा सांसद कीर्ति आजाद और बलबीर पुंज ने भी परोक्ष तौर पर मोदी की वकालत की। अशोक सिंघल ने यह कहकर मोदी के नाम की हवा तेज कर दी है कि भाजपा को जनता की पसंद के अनुसार फैसला करना चाहिए।
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह छह फरवरी को महाकुंभ जा रहे हैं। खबर यह भी है कि उसी वक्त संघ प्रमुख मोहन भागवत और मोदी भी प्रयाग जा सकते हैं। उसी वक्त प्रयाग में विश्व हिंदू परिषद की धर्म संसद भी है।

पिता और चाचा के साये से बाहर निकलें अखिलेश


 आगरा: टीम अन्ना के सदस्य रहे युवा कवि कुमार विश्वास ने सूबे की सरकार पर जमकर शब्दबाण चलाए। सरकार को असफल बताते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पिता और चाचाओं के साये बाहर निकलने की भी नसीहत दे डाली। कहा कि अखिलेश ने उन युवाओं को निराश किया है, जो नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ रहे थे। मुख्यमंत्री अपने परिवारीजनों की भावना का ही ध्यान रखने में लगे रहते हैं।
कुमार विश्वास  सूरसदन में आयोजित फेसबुक पार्टी में भाग लेने आए थे। मरीना होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश की सपा सरकार शासन चलाने में असफल रही है। इसका कारण है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दिन में कई बार अपने चाचाओं से सलाह लेनी पड़ती है। इसी में फंसे रहने की वजह से वे प्रदेश के विकास में ध्यान ही नहीं दे पाते। हर ओर अराजकता का माहौल है। उन्हें इनकी छाया से दूर निकल कर सत्ता संभालनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 2014 का चुनाव धर्म युद्ध होगा। केवल सिद्धांतों और आदर्शों को लेकर ही मतदान होगा। हमने समाज को दिशा देना शुरू कर दिया है। देश के 76 प्रतिशत नागरिक भ्रष्टाचार के विरोध में हैं। कुमार विश्वास ने कहा कि दामिनी प्रकरण से देश जाग गया है। इसको राजनीतिक लोग भी समझ रहे हैं। कई पार्टी मुखियाओं ने बलात्कारी को टिकट न देने का भी एलान कर दिया है। परंतु मामले पर आंसू बहाने वाली उत्तार प्रदेश सरकार ने सैफई में डांस कराये।
आगरा में जिला पंचायत अध्यक्ष गणेश प्रसाद के पुत्र के प्रकरण पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनका शपथ ग्रहण सरकार को वापस लेना चाहिए।
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बिना डंडे का सिपाही है लोकपाल

सरकार द्वारा पास लोकपाल बिल पर कुमार विश्वास का कहना था कि यह लोकपाल ऐसा सिपाही है, जिस पर न वर्दी है, न डंडा है न सीटी है। केजरीवाल के सवाल पर कहा कि वह अन्ना हजारे और आम आदमी पार्टी दोनों से जुडे़ हैं। क्योंकि दोनों का लक्ष्य भ्रष्टाचार दूर करना है।

अपनी कुर्सी अपना ध्यान, रामभरोसे हिंदुस्तान..!


 एटा: रंग महोत्सव में आयोजित अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन में शनिवार की रात कवियों की रचनाएं सुनने आए श्रोता भोर की किरण फूटने तक जमे रहे। जिला कृषि और औद्योगिक विकास प्रदर्शनी के पंडाल में कवि सम्मेलन का उद्घाटन डीआइजी प्रकाश डी और विधायक अलीगंज रामेश्वर सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। मां सरस्वती के चित्र के समक्ष जिलाधिकारी लोकेश एम, एसएसपी अजयमोहन शर्मा ने माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित किया।
मुंबई से आई कवित्री डा. सावित्री कोचर ने संचालन संभालते ही कवित्री व्यंजना शुक्ला को आवाज दी, तो उन्होंने मां बागेश्वरी की वंदना सुनाते हुए कहा 'वीणा के तार बजाती नहीं तुम, सरगम का हमें ज्ञान नहीं होता'। वरिष्ठ कवि अशोक चक्रधर ने कवि बलवीर सिंह रंग का नमन कर सुनाया 'गूंजे गगन में, महके पवन में, हर एक वन में सदभावना'। उन्होंने व्यंग्य रचना में सुनाया 'घर पर धोबी अपने कुत्तो को जब गधे के सामने फटकारता है, एक धोबी का कुत्ता ही है, जो घर का है न घाट का है'। ओमप्रकाश यदुवंशी ने राजनीति पर व्यंग्यबाण कुछ कसे 'घटक-घटक हो जाये चाहें, गुटबाजी कर लो, राम सलाम सभी से कर लो '। गीतकार डॉ. सुशीलाशील ने दिल्ली में दामिनी के साथ हुए दुष्कर्म की घटना को अपनी पंक्तियां दीं 

'निगाहें इनकी नहीं है, इरादे इनके गंदे हैं, सड़क पर आदमी हैं या दरिन्दे ही दरिन्दे हैं'।

हाथरस के पदम अलवेला ने हास्य रचनाओं से श्रोताओं का दिल जीत लिया, उन्होंने जवानी और बुढ़ापे का अंतर बताया। बीनू महेन्दु ने वर्तमान व्यवस्था पर करारा व्यंग कसते हुए कहा- अपनी कुर्सी अपना ध्यान, रामभरोसे हिन्दुस्तान। इसके अलावा सरदार रतन सिंह रतन, अब्दुल अयूब गौरी, व्यंजना शुक्ला ने भी रचना पढ़ीं। लाफ्टर चैम्पियन सरदार प्रताप फौजदार, भोपाल से आई अनु सपन, मध्यप्रदेश हरदा से आये मानिक वर्मा और डॉ. विनीत चौहान ने श्रेष्ठ रचनाओं से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।

दिल्ली में सोनिया से मिले आंध्र प्रदेश के सीएम

दिल्ली में सोनिया से मिले आंध्र प्रदेश के सीएमनई दिल्ली : अलग राज्य बनाये जाने के मुद्दे पर जल्द निर्णय करने के लिये तेलंगाना समर्थक गुटों की ओर से बढ़ रहे दबाव के बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और मामले पर चर्चा की ।
आज सुबह राजधानी पहुंचने के तुरंत बाद रेड्डी ने राज्य के प्रभारी एआईसीसी के महासचिव गुलाम नबी आजाद के साथ एक घंटे तक बैठक की ।
इसके बाद वह सोनिया गांधी के आवास पर गये जहां कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल भी उनके साथ हो गये । यह बैठक जारी है।
पार्टी के प्रवक्ता पी सी चाको ने 30 जनवरी को कहा था कि कांग्रेस तेलंगाना के गठन के खिलाफ नहीं है लेकिन औपचारिकताओं को पूरा करने के लिये उसे समय की जरूरत है । उन्होंने संकेत दिया था कि इस प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है i
चाको ने कहा कि कांग्रेस तेलंगाना राज्य के खिलाफ नहीं है । हम निर्णय लेने की प्रक्रिया में हैं लेकिन औपचारिकताओं को पूरा करना होगा । (एजेंसी)

PM बनने पाकिस्‍तान से आए आडवाणी


कांग्रेस नेता शकील अहमद ने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी पर एक विवादित बयान देते हुए कहा कि आडवाणी पीएम बनने के लोभ में पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए.अहमद ने रविवार को यह बयान सीकर की एक जनसभा में कहा. उन्होंने कहा कि अगर उनको हिंदुओं की इतनी ही चिंता थी तो पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं की सेवा करते ना कि भारत आकर पीएम बनने का सपना देखते.
शकील अहमद ने कहा कि आडवाणी पाकिस्तान में पैदा ही नहीं हुए बल्कि उन्होंने बीए तक की शिक्षा पाकिस्तान में ही प्राप्त की है. सिर्फ आडवाणी की कानून की डिग्री मुंबई के किसी लॉ कॉलेज से ली है. शकील ने कहा कि बीए पास करने के बाद आदमी को होश हो जाता है. सोच-समझ हो जाती है. बीए पास करने के बाद आडवाणी के मन में इच्छा हुई कि हिंदू समाज की सेवा करें.
शकील अहमद ने आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान में 3 फीसदी हिंदू रहते हैं और वो हिंदुस्तान के हिंदुओं से ज्यादा दुखी हैं. सचमुच अगर आडवाणी को हिंदू समाज की सेवा करनी थी तो अपने घर की दुखी हिंदुओं की सेवा करते. मगर वहां सेवा के बदले मेवा नहीं मिलता. MP, MLA और प्रधानमंत्री के उम्मीदवार नहीं बनते तो ऐसे में हिंदुस्तान चले आए. उन्होंने कहा कि आडवाणी हिंदू समाज की सेवा करने नहीं अपनी सेवा करने भारत आए हैं.