-राहुल द्रविड़ आईपीएल में खेलते रहेंगे. इस सत्र के लिए वे राजस्थान रॉयल्स के कप्तान हैं
बेंगलुरू >>>>
भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी की रीढ़ माने जाने वाले राहुल द्रविड़ ने अतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. उन्होंने इसकी घोषणा शुक्रवार दोपहर एक खचाखच भरे संवाददाता सम्मेलन में की.
राहुल द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे ज्यादा रन बनाया है और वनडे क्रिकेट में भी उन्होंने 10,000 से ज्यादा रन बनाए हैं.
द्रविड़ ने कहा, "मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट, घरेलू क्रिकेट और फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करता हूं. मैं 16 साल से क्रिकेट खेल रहा हूं और मुझे लगता है कि अब आगे बढ़ने का समय आ गया है. मैने कभी नहीं सोचा था कि क्रिकेट का सफर इतना लंबा रहेगा लेकिन अब युवा खिलाड़िय़ों को मौका देने का वक्त आ गया है."
द्रविड़ ने कहा कि वो खूबसूरत यादों के साथ अलविदा कह रहे हैं. उन्होंने कहा, " मैं उस भारतीय टीम का हिस्सा था जिसने देश में और बाहर कुछ बेहतरीन क्रिकेट खेला. मेरे कई साथी खिलाड़ी क्रिकेट के 'लेजेंड' बन गए, न सिर्फ भारत में बल्कि, देश के बाहर भी. साथी खिलाड़ियों से मैनें बहुत कुछ सीखा और ये मेरे लिए बेहतरीन तोहफा है."
कोई उनकी जगह ले नहीं सकता'
राहुल द्रविड़ के साथ इस प्रेस कॉंफ्रेंस में बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले भी शामिल थे.
द्रविड़ के करियर पर अनिल कुंबले ने कहा, "मैने उनके साथ बीस साल क्रिकेट खेला और हर पल उसका आनंद लिया. राहुल हमेशा उतकृष्टता का पीछा करते रहे और इसी से उन्हें इतनी सफलता भी मिली. मैं उन्हें और उनके परिवार को मुबारकबाद देता हूं."
बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन ने कहा. " सभी को मालूम है कि राहुल द्रविड़ ने क्रिकेट के मैदान पर क्या हासिल किया है. लेकिन इसके अलावा वो क्रिकेट के महान दूत भी हैं. उनकी जगह कोई और नहीं ले सकता है. "
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज राहुल द्रविड़, क्रिकेट की दुनिया में जितना अपने असली नाम से प्रसिद्ध है उतने ही 'द वॉल' यानी कि 'दीवार' के नाम से मशहूर हैं.करियर के अलग-अलग पड़ाव पर उनके और भी कई नाम पड़े जैसे की ‘जैमी’ या फिर ‘मिस्टर भरोसेमंद’.
राहुल द्रविड़ एकदिवसीय, टेस्ट और ट्वेंटी-20 के सैकड़ों मैचों में भारत की जीत के सूत्रधार रहें हैं.
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