राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटील को राष्ट्रपति भवन में गुरुवार को पुस्तक - "शंकर दयाल सिंह: राजनीति की धूप - साहित्य की छांव" भेंट करते डा. करण सिंह
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नई दिल्ली ।
साहित्यकार-सांसद स्वर्गीय शंकर दयाल सिंह के 75वें जन्मदिन पर आयोजित अमृत महोत्सव के तहत 17 मई को शंकर दयाल सिंह स्मृति ग्रन्थ राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटील को भंट किया गया।
सिंह लोक सभा तथा राज्य सभा के सदस्य रहे थे। उन्होंने लगभग 30 पुस्तकें लिखी थीं। हिंदीसेवी के रूप में उनकी व्यापक प्रतिष्ठा थी.
राष्ट्रपति भवन के येलो ड्राइंग रूम में आयोजित इस समारोह में राष्ट्रपति के साथ भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद के अध्यक्ष डॉक्टर कर्ण सिंह भी थे। अन्य प्रमुख लोगों में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राम सुंदर दास, पूर्व राज्यपाल भीष्म नारायण सिंह, सांसद राजीव प्रताप रूडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री हरिकिशोर सिंह एवं अखिलेश सिंह, पूर्व सांसद रत्नाकर पाण्डेय, वरिष्ठ पत्रकार डा० वेद प्रताप वैदिक, वरिष्ठ साहित्यकार श्याम सिंह शशि, योग-गुरु अर्चना दीदी, दाती महाराज, समाजसेवी डा० विन्देश्वर पाठक आदि शामिल थे.
अनुकरणीय : इस सुरुचिपूर्ण ग्रन्थ में शंकर दयाल सिंह के बहु आयामी व्यक्तित्व को उजागर करने वाले दो दर्जन लेख शामिल हैं. राष्ट्रपति पाटील ने उन्हें अनुकरणीय व्यक्तित्व का स्वामी बताया है. लोक सभा अध्यक्ष श्रीमती मीरा कुमार के अनुसार उनकी सौम्य प्रवृत्ति ने उन्हें दोनों सदनों के सदस्यों का प्रिय बनाए रखा.
ग्रन्थ की भूमिका में डा० कर्ण सिंह ने सिंह की हिंदी सेवाओं को श्रद्धा के साथ याद किया है. अन्य लेखकों ने भी स्वर्गीय सिंह के ठहाकेदार व्यक्तित्व, उनकी हिंदी सेवाओं और मिलनसार स्वभाव पर प्रकाश डाला है. ग्रन्थ में सिंह के व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं से जुड़े़ कुछ यादगार चित्र भी है.
पारिजात द्वारा प्रकाशित इस स्मृति ग्रन्थ का संपादन डा० वेद प्रताप वैदिक, डा० हीरालाल बाछोतिया तथा रंजन कुमार सिंह ने किया है.
अमृत महोत्सव के कार्यक्रम 27 दिसंबर तक चलेंगे. अब तक दिल्ली और गोवा में कार्यक्रम हो चुके हैं. इसके आलावा पटना, रांची, औरंगाबाद, इंदौर, हैदराबाद, चेन्नई तथा ऋषिकेश में कार्यक्रमों की शृंखला चलाई जाएगी.
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