कोटा.प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में इस साल ट्यूशन फीस में 5
हजार रुपए की वृद्धि की गई है। तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव
राजीव स्वरूप के अनुसार, राज्य स्तरीय शुल्क निर्धारण समिति ने गैर
अनुदानित शिक्षा संस्थानों में तकनीकी कोर्स में प्रवेश के लिए सत्र
2012-13 से अंतरिम वार्षिक ट्यूशन फीस में 10 प्रतिशत तक वृद्धि की है।
हालांकि, विकास शुल्क व कॉशन मनी की राशि में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।
एमटेक, बीटेक, बी-आर्क व बीएचएमसीटी कोर्स के लिए अब कुल फीस 55 हजार की बजाय 60 हजार देनी होगी। इसके अलावा कॉशन मनी के 7,500 रुपए भी जमा करने होंगे, जो कोर्स समाप्ति पर वापस मिल सकेंगे। यह ट्यूशन फीस बढ़ोतरी इस साल नए प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स पर ही लागू होगी। 2012-13 से पूर्व प्रवेश ले चुके स्टूडेंट्स पर उस वर्ष की फीस ही लागू रहेगी।
राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी की ओर से निर्धारित विवि विकास शुल्क कॉलेजों में अलग से वसूल करेंगे। यह अंतरिम फीस वृद्धि वार्षिक है, जिसे प्रति सेमेस्टर छात्रों से वसूल किया जाएगा।
इसी प्रकार एमबीए व एमसीए की ट्यूशन फीस में 3,500 रु., एम फार्मा व बी-फार्मा में 5-5 हजार, डीफार्मा में 3 हजार, डिप्लोमा एचएमसीटी में 2 हजार तथा डिप्लोमा इंजीनियरिंग कोर्सेस में 1,500 रुपए ट्यूशन फीस बढ़ाई गई है।
छात्रों पर 31 करोड़ का अतिरिक्त भार
नए सत्र में ट्यूशन फीस बढ़ाने से इस साल आरपीईटी के जरिए इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले 42 हजार छात्र-छात्राओं से 341 करोड़ की बजाय अब 372 करोड़ रुपए वसूल किए जाएंगे। इस तरह उन पर 31 करोड़ रुपए का अतिरिक्त आर्थिक भार पड़ेगा। एमबीए, एमसीए, फार्मा व डिप्लोमा स्टूडेंट्स पर भी 10 करोड़ का अतिरिक्तभार पड़ेगा।
एमटेक, बीटेक, बी-आर्क व बीएचएमसीटी कोर्स के लिए अब कुल फीस 55 हजार की बजाय 60 हजार देनी होगी। इसके अलावा कॉशन मनी के 7,500 रुपए भी जमा करने होंगे, जो कोर्स समाप्ति पर वापस मिल सकेंगे। यह ट्यूशन फीस बढ़ोतरी इस साल नए प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स पर ही लागू होगी। 2012-13 से पूर्व प्रवेश ले चुके स्टूडेंट्स पर उस वर्ष की फीस ही लागू रहेगी।
राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी की ओर से निर्धारित विवि विकास शुल्क कॉलेजों में अलग से वसूल करेंगे। यह अंतरिम फीस वृद्धि वार्षिक है, जिसे प्रति सेमेस्टर छात्रों से वसूल किया जाएगा।
इसी प्रकार एमबीए व एमसीए की ट्यूशन फीस में 3,500 रु., एम फार्मा व बी-फार्मा में 5-5 हजार, डीफार्मा में 3 हजार, डिप्लोमा एचएमसीटी में 2 हजार तथा डिप्लोमा इंजीनियरिंग कोर्सेस में 1,500 रुपए ट्यूशन फीस बढ़ाई गई है।
छात्रों पर 31 करोड़ का अतिरिक्त भार
नए सत्र में ट्यूशन फीस बढ़ाने से इस साल आरपीईटी के जरिए इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले 42 हजार छात्र-छात्राओं से 341 करोड़ की बजाय अब 372 करोड़ रुपए वसूल किए जाएंगे। इस तरह उन पर 31 करोड़ रुपए का अतिरिक्त आर्थिक भार पड़ेगा। एमबीए, एमसीए, फार्मा व डिप्लोमा स्टूडेंट्स पर भी 10 करोड़ का अतिरिक्तभार पड़ेगा।
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