- पाकिस्तानी आतंकी चाहते हैं लंदन में कहर बरपाना
इस्लामाबाद।
पाकिस्तान के एक गुट ने जाली पासपोर्ट पर ब्रिटेन का वीज़ा लेने की कोशिश की है। गृह मामलों के सलाहकार रहमान मलिक ने इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। यह गुट जाली पासपोर्ट पर असली वीजा लेकर लंदन ओलिंपिक में आतंकी धमाके करने की कोशिश में थे।
ब्रिटेन के अखबार द सन ने इसका पर्दाफाश किया था। मलिक ने इस मामले का नोटिस लेते हुए एक जाँच दल का गठन किया है जिसमें सरकारी सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं।
ब्रिटेन की अख़बार ने एक स्टिंग ऑप्रेशन के ज़रिए इस मामले में ख़ुलासा किया था। उस के पत्रकार ने एक पाकिस्तानी नौजवान बन कर लंदन जाने की इच्छा जताई थी।
द सन के पत्रकार ने इस काम के लिए एक ऐसी ट्रेवल एजेंसी से संपर्क किया जिस पर पिछले नौ सालों से मानव तस्करी का मामला चल रहा था और जिसके मालिक बशीर चौधरी उसी मुक़दमे में गिरफ्तार भी हुए थे।
ट्रेवल एजेंसी के ज़रिए उस पत्रकार का संपर्क एक एजेंट बॉबी से हुआ जिन्होंने 600 ब्रितानी पाउंड के बदले जाली पासपोर्ट और पाकिस्तानी पहचान पत्र बनवा कर दिया। यह दस्तावेज़ किसी मोहम्मद अली के नाम पर बनाए गए।
पत्रकार का कहना है कि उस दौरान उस जाली दस्तावेज़ की तैयारी के लिए वह कम-से-कम 12 सरकारी अधिकारियों के सामने पेश हुए।
एक अधिकारी ने इनपर दस्तख़त करने से इनकार कर दिया लेकिन उचित रक़म लेकर न केवल उन्होंने अपनी मुहर लगाई बल्कि यह भी लिखा कि वह ख़ुद उस शख़्स मोहम्मद अली से मिला है और उन्होंने दस्तावेज़ के असल होनी की पुष्टि की।
केवल तीन दिनों के भीतर यह जाली दस्तावेज़ तैयार किए गए. उस के बाद उस पत्रकार की मुलाक़ात आबिद चौधरी नामक एक व्यक्ति से हुई, जिन्होंने ख़ुद को लाहौर का एक राजनेता ज़ाहिर किया और कहा कि उनके पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड से अच्छे संबंध हैं.
आबिद चौधरी ने सात हज़ार पाउंड के बदले उस नौजवान मोहम्मद अली को न केवल ब्रिटेन का दो महीने का वीज़ा दिलवाने बल्कि उसे पाकिस्तान के ओलिंपिक दस्ते का हिस्सा बना कर लंदन भिजवाने को कहा था.
समाचार पत्र ‘द सन’ ने इस मामले की जानकारी ब्रिटेन की ख़ुफिया एजेंसी एमआई 6, गृह मंत्रालय, यूके बॉर्डर एजेंसी और पाकिस्तान में ब्रिटेन की उच्चायुक्त को दी.
द सन के पत्रकार के मुताबिक़ ब्रिटेन सरकार ने इस मामले की जाँच शुरू कर दी है.
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