लखनऊ में मायावती की मूर्ति तोड़े जाने के बाद तनाव का माहौल पैदा हो गया. इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मूर्ति को फिर से ठीक किए जाने के आदेश दे दिया.
मूर्ति तोड़े जाने की निंदा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में माहौल बिगाड़ने के लिए यह उकसावे वाली हरकत की गई है.
खुद को नवनिर्माण सेना का सदस्य बताने वाले कुछ युवकों ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अम्बेडकर पार्क परिसर में स्थापित बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष एवं राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की मूर्ति तोड़ दी. मोटरसाइकिल सवार इन युवकों ने लखनऊ के गोमतीनगर इलाके स्थित अम्बेडकर पार्क में मायावती की संगमरमर की एक मूर्ति का सिर धड़ से अलग कर दिया. मूर्ति का हाथ भी तोड़ दिया गया है.
मूर्ति तोड़ने के बाद ये युवक कुछ पर्चे छोड़कर मौके से फरार हो गए. पर्चे में उन्होंने खुद को उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना का सदस्य बताया.
घटना की सूचना मिलने के बाद हालात का जायजा लेने के लिए प्रमुख सचिव (गृह) आर. एम. श्रीवास्तव और लखनऊ के पुलिस उपमहानिरीक्षक आशुतोष पांडे मौके पर पहुंच गए.
मूर्ति तोड़े जाने की सूचना मिलने पर विधानसभा में विपक्ष के नेता व बसपा के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने घटनास्थल का दौरा कर किया. घटना को घृणित मानसिकता का कार्य बताते हुए उन्होंने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए और कहा कि मूर्तियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है. बसपा नेताओं द्वारा समय-समय पर लगातार इनकी सुरक्षा की मांग की जाती रही है.
मौर्य ने कहा कि बसपा नेता इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और राज्यपाल बी. एल. जोशी से मिलेंगे
मूर्ति तोड़े जाने की निंदा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में माहौल बिगाड़ने के लिए यह उकसावे वाली हरकत की गई है.
खुद को नवनिर्माण सेना का सदस्य बताने वाले कुछ युवकों ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अम्बेडकर पार्क परिसर में स्थापित बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष एवं राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की मूर्ति तोड़ दी. मोटरसाइकिल सवार इन युवकों ने लखनऊ के गोमतीनगर इलाके स्थित अम्बेडकर पार्क में मायावती की संगमरमर की एक मूर्ति का सिर धड़ से अलग कर दिया. मूर्ति का हाथ भी तोड़ दिया गया है.
मूर्ति तोड़ने के बाद ये युवक कुछ पर्चे छोड़कर मौके से फरार हो गए. पर्चे में उन्होंने खुद को उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना का सदस्य बताया.
घटना की सूचना मिलने के बाद हालात का जायजा लेने के लिए प्रमुख सचिव (गृह) आर. एम. श्रीवास्तव और लखनऊ के पुलिस उपमहानिरीक्षक आशुतोष पांडे मौके पर पहुंच गए.
मूर्ति तोड़े जाने की सूचना मिलने पर विधानसभा में विपक्ष के नेता व बसपा के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने घटनास्थल का दौरा कर किया. घटना को घृणित मानसिकता का कार्य बताते हुए उन्होंने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए और कहा कि मूर्तियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है. बसपा नेताओं द्वारा समय-समय पर लगातार इनकी सुरक्षा की मांग की जाती रही है.
मौर्य ने कहा कि बसपा नेता इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और राज्यपाल बी. एल. जोशी से मिलेंगे
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