टीम मोदी का ऐलान होने के साथ ही साफ हो गया है कि आगामी लोकसभा
चुनाव के महासमर में मोदी ही भाजपा का चेहरा होंगे। अब संपूर्ण भाजपा मोदी
की छतरी के नीचे आ गई है। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली, पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी, वैंकेया नायडू व नितिन गडकरी से लेकर पार्टी शासित राज्यों के तीनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह और मनोहर पारीकर को भी टीम मोदी में शामिल किया गया है।टीम मोदी के साथ ही भाजपा ने चुनावी जंग को फतह करने के लिए 20 समितियों का भी गठन किया है। ये सभी समितियां मोदी के मातहत होंगी।
टीम मोदी में महासचिव अनंत कुमार व थावर चंद गहलोत और संगठन मंत्री रामलाल को भी रखा गया है। यानी अस्वस्थ चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ ही लालकृष्ण आडवाणी और पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को छोड़ बाकी पूरा संसदीय बोर्ड टीम मोदी में शामिल है।गौरतलब है कि संसदीय बोर्ड भाजपा की सबसे ताकतवर संस्था है और प्रधानमंत्री तय करने से लेकर सभी बड़े फैसले यही बोर्ड करता है।
पार्टी महासचिव अनंत कुमार ने टीम मोदी का ऐलान करते हुए कहा कि चुनाव में भाजपा का नारा ‘एनडीए का सुशासन लाओ और यूपीए का कुशासन भगाओ’ होगा। उन्होंने साफ कर दिया कि यह टीम लोकसभा चुनाव के लिए है। टीम मोदी बनाते समय पार्टी नेताओं को ही नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं को भी सक्रिय रखने की खास व्यवस्था की गई है।
एक ओर जहां नई टीम में लगभग सभी छोटे-बड़े नेताओं को शामिल किया गया है तो दूसरी ओर कार्यकर्ताओं को व्यस्त रखने के लिए बूथ स्तर पर कई कार्यक्रम की योजना बनाई गई है। इसी रणनीति के तहत टीम की घोषणा के साथ ही भाजपा ने यूपीए सरकार के खिलाफ हल्ला बोल अभियान शुरू करने की घोषणा की है।
इसके तहत पार्टी अगले महीने से देशभर में 100 रैलियों का आयोजन, बूथ स्तर के कार्यकर्ता सम्मेलन और इसी दौरान एक बूथ 10 यूथ की योजना को अमली जामा पहनाने की घोषणा की है।पार्टी महासचिव अनंत कुमार ने बताया कि नई टीम अलग-अलग मोर्चों से यूपीए सरकार पर एकजुट हमला बोलेगी। यूपीए सरकार का कच्चा-चिट्ठा खोलने के लिए वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे और रविशंकर प्रसाद की अगुवाई में एक टीम दस्तावेज तैयार करेगी।
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