बेंगलुरू।
कर्नाटक भाजपा में मचा घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने पार्टी हाई कमान पर दबाव बनाने के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है। येदियुरप्पा ने साफ किया है कि वह 27 फरवरी तक उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाएं, नहीं तो वे अपना रास्ता खुद तय करेंगे। येदियुरप्पा ने दावा किया है कि उन्हें 60 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
सदानंद गौड़ा बने रहेंगे मुख्यमंत्री
इस सिलसिले में येदियुरप्पा ने भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से भी मुलाकात की है। मुलाकात के बाद नितिन गडकरी ने पत्रकारों को बताया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा ही रहेंगे। इधर पार्टी हाई कमान पर दबाव बनाने के लिए येदियुरप्पा ने बृहस्पतिवार को पार्टी के विधायकों से मुलाकात की। येदियुरप्पा द्वारा अपने रेस कोर्स आवास पर की गई इस बैठक को शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। इस बैठक में मुख्यमंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा और भाजपा प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के.एस. ईश्वरप्पा भी शामिल हुए लेकिन वे जल्दी ही बैठक से चले गए।
अब ‘चिंतन मनन बैठक’ पर नजर
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने येदियुरप्पा से इस शक्ति प्रदर्शन को टालने के लिए कहा था लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हालांकि ईश्वरप्पा ने पत्रकारों को बताया कि प्रदेश में भाजपा की मुश्किलों का अंत अगले दो तीन दिनों में हो जाएगा। नेताओं में अंतर्विरोध की बात को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि ‘चिंतन मनन बैठक’ में गडकरी इन मतभेदों को समाप्त कर देंगे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन पर पार्टी हाई कमान ही अंतिम निर्णय करेगी।
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