><><संसद में हंगामा, रक्षामंत्री ने कहा आरोप गंभीर><><
नई दिल्ली >>>>
आर्मी चीफ जनरल वी के सिंह ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। जनरल सिंह ने कहा है कि सेना के लिए घटिया वाहन खरीदने के लिए एक लॉबिस्ट ने उन्हें 14 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की थी। जनरल का दावा है कि उन्होंने फौरन इस घटना की जानकारी रक्षा मंत्री ए के एंटनी को भी दी थी।
एक अंग्रेजी अखबार में छपे इस इटंरव्यू को लेकर सोमवार को संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ।
रक्षा मंत्री एके एंटनी ने सदन के बाहर केवल इतना कहा कि आरोप बेहद गंभीर हैं। अब सरकार इस पर विचार कर रही है। संभवतया संसद में इस संबंध में कोई बयान दे।
अखबार को दिए इंटरव्यू में जनरल सिंह ने कहा कि सेना के लिए 600 गाडियां खरीदने के लिए उन्हें रिश्वत की पेशकश की गई थी। आर्मी चीफ के मुताबिक, ' एक शख्स मेरे पास आया और उसने कहा कि अगर आप किसी खास गाड़ी की खरीद की मंजूरी देते हैं तो आपको 14 करोड़ रुपए दिए जा सकते हैं। ऐसे ही 7,000 वाहन महंगे दामों में खरीदे गए थे, लेकिन इस पर कोई सवाल नहीं पूछा गया। उस शख्स ने कहा कि आपके पहले के लोगों ने भी पैसे लिए थे। मैं इस व्यक्ति की जुर्रत देखकर दंग रहा गया। मैंने उस शख्स को तुरंत अपने दफ्तर से बाहर जाने को कहा। रिश्वत की पेशकश करने वाला शख्स हाल में ही सेना से रिटायर हुआ है।'
आर्मी चीफ ने कहा कि उन्हें इस घटना से गहरा धक्का लगा था। उन्होंने कहा, 'यदि कोई व्यक्ति आपके सामने इस तरह मोटी रकम की पेशकश करता है तो भला आप क्या कर सकते हैं।' हालांकि उन्होंने माना कि भ्रष्टाचार के कारण देश की अखंडता और सुरक्षा को गंभीर खतरा है।
जनरल सिंह ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की कीमत उन्हें चुकानी पड़ी और उन्हें उम्र विवाद में घसीटा गया। उन्होंने यह भी कहा कि उम्र विवाद को तूल देने के लिए पैसे भी खर्च किए गए। आर्मी चीफ ने यह भी कहा कि उम्र विवाद के पीछे जिस शख्स का हाथ रहा है, उसके नाम का खुलासा वह जल्द ही करेंगे।
आपकी बात
सेना में इस तरह का मामला वाकई गंभीर है। ऐसे में अहम सवाल यह है कि इस रिश्वत का सूत्रधार कौन है? अपनी राय नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें।
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