पटना।
सिने स्टार हेमा मालिनी के 'गाल' को लेकर समय-समय पर उठने वाला मसला मंगलवार को फिर बिहार विधान परिषद में गूंजा। इस पर पशु व मत्स्य संसाधन मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा आसन से आपत्तिदर्ज करने पर बवाल खड़ा हो गया।
परिषद सदस्य रुदल राय ने वर्ष 2012-13 के बजट पर सामान्य वाद-विवाद में हिस्सा लेने के क्रम में सरकार के विकास कार्यो की सराहना करते हुए यह टिप्पणी कर डाली कि 15 साल के अपने शासन काल में जिन लोगों ने प्रदेश की सड़कों को हेमा मालिनी के गाल की तरह चिकना बनाने की घोषणा की थी, उन लोगों ने ऐसा कुछ भी नहीं किया। केवल अपने ठोर [होंठ] और गाल लाल करने का काम किया।
उनके इशारे को समझ कर राजद के रामचंद्र प्रसाद, तनवीर हसन उनकी टिप्पणी का विरोध करने लगे। इससे सदन में शोरगुल होने लगा। इसी बीच सदन में मौजूद पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री गिरिराज सिंह उठे और सदन की अध्यक्षता कर रहे उप सभापति सलीम परवेज की ओर मुखातिब हो कर कहा कि हेमामालिनी भाजपा की एक सम्मानित नेता हैं। उनके नाम का इस तरह इस्तेमाल किए जाने पर आपत्तिदर्ज की।
जाहिर हो कि हेमा मालिनी भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। मामले को ठंडा करने की नीयत से उपसभापति ने राय को आदेश दिया कि वे सदन में किसी का नाम लिए बगैर सिर्फ अपनी बात रखें। तब जा कर सदन शांत हुआ।
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