शिवदासपुरा।
जयपुर-टोंक हाईवे से तीन किलोमीटर दूर सालिगरामपुरा गांव के पास शनिवार
अपराह्न छह वर्षीय बालक पानी भरे गड्ढे में डूब गया, जिसे देर रात तक बाहर
नहीं निकाला जा सका। माना जा रहा है कि बालक गड्ढे के तल में जमा दलदल में
फंसा है।
पुलिस व ग्रामीणों ने बताया कि बैरवा की ढाणी निवासी नानगराम बैरवा की
बेटी सुमन (12) पास ही बकरियां चराने गई थी। उसके साथ छोटा भाई विशाल (6)
भी था। विशाल खेलता हुआ गड्ढे के पास पहुंच गया और पैर फिसलने से उसमें जा
गिरा। बहन को पता चला तो रोते हुए घर पहुंची। माता-पिता मजदूरी पर गए थे,
इसलिए पड़ोसियों को बताया।
देर रात तक डीजल का इंतजार
सूचना पर पुलिस-प्रशासन के कई अघिकारी मौके पर पहुंचे। हालांकि, कोई आला अघिकारी देर रात तक नजर नहीं आया। बालक को खोजने के लिए गोताखोरों ने काफी प्रयास किए, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। गड्ढे का पानी निकालने के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग से पम्पसैटों की व्यवस्था की गई, लेकिन डीजल नहीं होने से काम शुरू न हो सका। देर रात तक प्रशासनिक अमला डीजल का इंतजार करता रहा।
लालच में खोदा था गड्ढा
गोपीरामपुरा निवासी खेत मालिक रामधन मीणा ने गत वर्ष 50 मीटर लम्बाई व चौड़ाई में सात मीटर गहरा गड्ढा खुदवाया था। मीणा ने फार्म पोण्ड योजना में गड्ढे के एवज में अनुदान लेने के लिए कृषि विभाग में आवेदन किया था, जो उसे नहीं मिला।
...फिर खुला छोड़ दिया
कृषि विभाग के पर्यवेक्षक सत्यनारायण सेन का कहना है कि सड़क के पास गड्ढा होने से आवेदन निरस्त किया था। इसके बाद खेत मालिक ने अनहोनी रोकने के कोई इंतजाम नहीं किए। कृषि व राजस्व विभाग ने भी सड़क किनारे गड्ढा खोदने पर कोई कार्रवाई नहीं की।
...और कटर प्लेट ने ले ली जान
रामगंज स्थित लक्ष्मीनारायणपुरी में नगीने की घिसाई के दौरान कटर प्लेट टूटकर एक बालक के सीने में जा घुसी। घायल हालत में उसे सवाई मानसिंह अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे का शिकार रामजीत यादव (14) बिहार निवासी था। वह दो माह पहले ही जयपुर आया था। रामजीत यहां अपने जीजा अरविंद के साथ लक्ष्मीनारायणपुरी में रहता था। अरविंद किराए के मकान में नगीनों की घिसाई का काम करता है। शुक्रवार दोहपर करीब 12.30 बजे अरविंद, उसका भतीजा संतोष व रामजीत नगीना घिसाई का काम कर रहे थे।
अचानक कटर प्लेट टूटकर रामजीत के सीने में आ घुसी, प्लेट का दूसरा हिस्सा उछलकर लोहे के दरवाजे से टकराया। यह देख अरविंद और संतोष चीखते हुए बाहर भागे। शोर सुनकर पड़ोसी भी मौके पर पहुंच गए। घायल रामजीत को सवाई मानसिंह अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
देर रात तक डीजल का इंतजार
सूचना पर पुलिस-प्रशासन के कई अघिकारी मौके पर पहुंचे। हालांकि, कोई आला अघिकारी देर रात तक नजर नहीं आया। बालक को खोजने के लिए गोताखोरों ने काफी प्रयास किए, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। गड्ढे का पानी निकालने के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग से पम्पसैटों की व्यवस्था की गई, लेकिन डीजल नहीं होने से काम शुरू न हो सका। देर रात तक प्रशासनिक अमला डीजल का इंतजार करता रहा।
लालच में खोदा था गड्ढा
गोपीरामपुरा निवासी खेत मालिक रामधन मीणा ने गत वर्ष 50 मीटर लम्बाई व चौड़ाई में सात मीटर गहरा गड्ढा खुदवाया था। मीणा ने फार्म पोण्ड योजना में गड्ढे के एवज में अनुदान लेने के लिए कृषि विभाग में आवेदन किया था, जो उसे नहीं मिला।
...फिर खुला छोड़ दिया
कृषि विभाग के पर्यवेक्षक सत्यनारायण सेन का कहना है कि सड़क के पास गड्ढा होने से आवेदन निरस्त किया था। इसके बाद खेत मालिक ने अनहोनी रोकने के कोई इंतजाम नहीं किए। कृषि व राजस्व विभाग ने भी सड़क किनारे गड्ढा खोदने पर कोई कार्रवाई नहीं की।
...और कटर प्लेट ने ले ली जान
रामगंज स्थित लक्ष्मीनारायणपुरी में नगीने की घिसाई के दौरान कटर प्लेट टूटकर एक बालक के सीने में जा घुसी। घायल हालत में उसे सवाई मानसिंह अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे का शिकार रामजीत यादव (14) बिहार निवासी था। वह दो माह पहले ही जयपुर आया था। रामजीत यहां अपने जीजा अरविंद के साथ लक्ष्मीनारायणपुरी में रहता था। अरविंद किराए के मकान में नगीनों की घिसाई का काम करता है। शुक्रवार दोहपर करीब 12.30 बजे अरविंद, उसका भतीजा संतोष व रामजीत नगीना घिसाई का काम कर रहे थे।
अचानक कटर प्लेट टूटकर रामजीत के सीने में आ घुसी, प्लेट का दूसरा हिस्सा उछलकर लोहे के दरवाजे से टकराया। यह देख अरविंद और संतोष चीखते हुए बाहर भागे। शोर सुनकर पड़ोसी भी मौके पर पहुंच गए। घायल रामजीत को सवाई मानसिंह अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
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