जयपुर, 28 जून। राजस्थान विश्वविद्यालय में नई भर्ती और पदोन्नति पर लगे बे्रक की वजह से शिक्षकों की संख्या में भारी कमी हो गई है। शिक्षकों
के लगातार सेवानिवृत्त होने से इनके पद खाली होते जा रहे हैं। विवि में
कार्यरत शिक्षकों के तीन वर्गों में से ‘एसोसिएट प्रोफेसरÓ स्तर के शिक्षक
तो लुप्त होने के कगार पर हैं। इनकी कमी से विवि में शोध और शिक्षण कार्य
प्रभावित हो रहे हैं। सरकारी स्तर पर अगर विवि में शिक्षकों की भर्ती और
पदोन्नति प्रक्रिया यदि जल्दी शुरू नहीं की गई तो कुछ सालों में प्रदेश की
शान माने जाने वाले इस सबसे पुराने विवि मे एसोसिएट प्रोफेसर का पद तो
लुप्त ही हो जाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश के सबसे
पुराने राजस्थान विवि में शिक्षकों के स्वीकृत पदों के अनुपात में वर्तमान
में कार्यरत शिक्षकों की संख्या दो से तीन गुना तक कम हो गई है। यह हाल तो
तब है जबकि लगातार विवि में छात्र और शोधार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही
है। सरकारी स्तर पर अनदेखी के चलते न ही नई भर्ती हो पा रही है और प्रमोशन
की प्रक्रिया भी बाधित चल रही है। ऐसा होने से विवि में शिक्षकों के
स्वीकृत पदों पर भी कार्यरत शिक्षकों का अनुपात गड़बड़ाया हुआ है। विवि में
शिक्षकों के तीन वर्ग हैं इनमें प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और सहायक
प्रोफेसर के सात सौ से अधिक पद स्वीकृत हैं। लेकिन, सरकारी स्तर पर विवि
में शिक्षण की जरूरतों को नजरअंदाज किए जाने से शिक्षकों की संख्या लगातार
कम होती जा रही है। नई भर्ती और पदोन्नति प्रक्रिया पर विराम लगा होने से
विवि में शिक्षक लगातार सेवानिवृत्त होते जा रहे हैं। सर्वाधिक कमी एसोसिएट
प्रोफेसर यानि रीडर पद के शिक्षकों की हो गई है। वर्तमान में विवि में
एसोसिएट प्रोफेसर स्तर के सिर्फ 16 शिक्षक ही बचे हंै। जबकि इनके स्वीकृत
पद कई गुना अनुपात में खाली ही पड़ हुए हैं। इन सोलह बचे शिक्षकों में से
भी तीन एसोसिएट प्रोफेसर अगले एक साल में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। पिछले तीन
साल में एसोसिएट प्रोफेसर के 13 पद सेवानिवृत्ति के साथ ही रिक्त हो गए
हैं। सहायक प्रोफेसर पद से एसोसिएट प्रोफेसर पद पर सीएएस के जरिए रूकी हुई
पदोन्नति प्रक्रिया की वजह से भी यह पदनाम विवि में अब गिनती के शिक्षकों
के पास ही बचा हुआ है। ‘राजस्थान विवि में शिक्षकों की लगातार कमी होती जा
रही है। सरकारी स्तर पर न तो भर्ती की तरफ ध्यान दिया जा रहा है और न ही
पदोन्नति प्रक्रिया पर। सरकार को विवि के सफल संचालन के लिए यहां
शिक्षक-कर्मचारियों की भर्ती पर ध्यान देना चाहिए। Ó डॉ.बी.डी.रावत
प्रदेशाध्यक्ष अखिल राजस्थान विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ‘विवि में सहायक
प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर पद के लिए पदोन्नति की प्रक्रिया शीघ्र शुरू
करवाई जानी चाहिए। यह पदोन्नति का पद है। इन पदों को भरने की तरफ ध्यान
नहीं दिया तो फिर प्रोफेसरों की भी कमी हो जाएगी।
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