नई दिल्ली ><><><>
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टीम अन्ना के बुधवार से शुरू हो रहे अनिश्चितकालीन अनशन को लेकर अन्ना हजारे और उनके साथियों के अलग अलग रुख सामने आए जहां हजारे ने लोकपाल विधेयक के लिए आंदोलन की बात कही वहीं उनके सहयोगियों का जोर केवल तीन मांगों पर रहा जिनमें खासतौर पर 15 केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ आरोपों में स्वतंत्र जांच की मांग शामिल रहेगी।
हजारे ने संप्रग सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार चार दिन में कोई फैसला नहीं करती तो वह रविवार से भूख हड़ताल पर बैठेंगे। इससे पहले उन्होंने दिन में घोषणा की थी कि वह कल अनशन में अपने साथियों अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय के साथ बैठेंगे। बाद में उन्होंने कहा कि वह कल भूख हड़ताल की जगह धरने पर बैठेंगे।
अन्ना हजारे ने एक वीडियो संदेश के जरिए संदेश दिया था कि अगर सरकार उनकी मांगें तीन चार दिन में नहीं मानती तो जेल भरो आंदोलन चलाया जाएगा। आज शाम एक संवाददाता सम्मेलन में टीम अन्ना की मांगों को लेकर सवाल उठे। जहां हजारे ने केवल लोकपाल विधेयक की बात की वहीं उनके करीबी सहयोगियों अरविंद केजरीवाल तथा प्रशांत भूषण ने अन्य तीन मांगों पर जोर दिया।
जब इस बारे में स्थिति स्पष्ट करने के लिए पूछा गया कि क्या अनशन में लोकपाल विधेयक मुद्दा रहेगा या नहीं तो भूषण ने कहा कि उनका विरोध प्रदर्शन मंत्रियों के खिलाफ एसआईटी जांच, सांसदों के खिलाफ मामलों पर मुकदमे चलाने के लिए एक फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने और पार्टी अध्यक्षों के खिलाफ आरोपों में जांच के लिए एसआईटी बनाने की मांग तक सीमित है। हालांकि हजारे ने तत्काल माइक संभाला और कहा कि लड़ाई लोकपाल विधेयक के लिए है।
हजारे ने कहा कि जिन 15 मंत्रियों के खिलाफ आरोप हैं और अगर वे दोषी पाए जाते हैं तो जब तक वे जेल नहीं जाते तब तक देश को मजबूत भ्रष्टाचार निरोधी प्रणाली नहीं मिलेगी। केजरीवाल ने कहा कि जब तक भ्रष्ट मंत्री जेल में नहीं जाएंगे तब तक देश को लोकपाल नहीं मिलेगा।
हजारे के करीबी सहयोगी सुरेश पठारे के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरापों की खबरों पर गांधीवादी कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि सरकार ने आंदोलन की छवि बिगाड़ने के लिए फर्जी सीडी जारी की है। उन्होंने इस मामले में भी जांच की मांग की। अनशन को लेकर हजारे ने कहा कि उनकी टीम ने उन्हें मनाया है कि वह सेहत के कारणों से कल से अनशन पर नहीं बैठें।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने गांववासियों से कहा था कि मैं भी कल से अनशन पर बैठूंगा। मेरा रक्तचाप भी घट बढ़ रहा है। टीम ने भी मुझसे कहा कि लड़ाई लंबी है और मुझे अभी अनशन नहीं करना चाहिए। मैंने उनकी इच्छा पर सहमत हो गया। हजारे ने कहा कि लेकिन मैं चार दिन तक इंतजार कएंगा कि सरकार क्या करती है। उसके बाद रविवार से मैं अनशन शुरू करूंगा। टीम अन्ना ने पहले ही घोषणा की थी कि अनशन पर केजरीवाल, सिसौदिया और राय बैठेंगे।
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