
गौरतलब है कि इससे पहले रामलीला मैदान में टीम अन्ना के अनशन को पब्लिक का जबर्दस्त सपोर्ट मिला था। नतीजत सरकार को टीम अन्ना की मांगों के आगे झुकना पड़ा था। इस बार टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय अनशन पर बैठे हैं। अन्ना ने भी चार दिन बाद 29 तारीख से अनशन पर बैठने का ऐलान किया है। तो क्या अन्ना हजारे के अनशन पर बैठने के बाद भीड़ जुटेगी? अब नजरें 29 तारीख पर हैं।
अरविंद पेशी के लिए बुलंदशहर रवाना
अनशन के दूसरे दिन अरविंद केजरीवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह बुलंदशहर के कोर्ट में पेशी के लिए रवाना हो रहे हैं। उन्होंने कहा,'मैं बुलंदशहर कोर्ट के लिए रवाना हो रहा हूं। एक जनसभा में मैंने कहा था कि 162 सांसदों पर आपराधिक मामले हैं। अगर ऐसे लोग संसद में रहे तो देश का कोई भविष्य नहीं है। किसी ने मेरे खिलाफ इस बयान को आधार बनाकर शिकायत दर्ज कराई है। मुझे नहीं लगता कि मैंने कुछ गलत कहा है। अगर सच बोलना देशद्रोह है तो मैं किसी भी सजा के लिए तैयार हूं। मैं बेल के लिए भी आवेदन नहीं करूंगा।'
पहले दिन कांग्रेसियों ने किया हंगामा
अनशन के पहले दिन कांग्रेस की स्टूडेंट विंग एनएसयूआई के कुछ कार्यकर्ता वहां धमक गए थे और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया था। कांग्रेसियों ने मंच पर चढ़ने की कोशिश की, लेकिन टीम अन्ना समर्थकों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। बाद में उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया। टीम अन्ना का दावा था कि कांग्रेस के कार्यकर्ता अन्ना हजारे और टीम के बाकी सदस्यों को पीटना चाहते थे।
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