टीम अन्ना के अहम सदस्य अरविंद केजरीवाल ने अनशन के मंच से कहा कि यह
आंदोलन अब जनलोकपाल से आगे बढ़कर संपूर्ण क्रांति की राह पर निकल पड़ा है.
अब हमें उसकी तैयारी करनी है. अब सड़क से आगे चलकर संसद का शुद्धिकरण करना
है. अब दोनों जगह आंदोलन होगा.
केजरीवाल ने कहा कि अब यह आंदोलन बहुत बड़ा हो गया है जिसका मकसद सत्ता को गांव की ओर ले जाना है. इसके लिए हमें संसद में जाना होगा.
केजरीवाल ने कहा कि यह पार्टी नहीं आंदोलन होगा. हम इसके लिए किसानों, बेरोजगारों के बीच में जाएंगे और उनसे सस्याएं पूछेंगे और उनका समाधान तलाशेंगे. हमारा मकसद केवल चुनाव जीतना नहीं है. हमारा मकसद है इन नेताओं और पार्टियों को चुनौती देना. हम अपने चंदे और खर्चे का जिक्र वेबसाइट पर करेंगे और इन राजनीतिक दलों से भी कहेंगे कि वह भी ऐसा करें. हम जनता के जरिए उम्मीदवार खड़ा करेंगे न कि किसी हाईकमान के जरिए.
केजरीवाल ने कहा कि भूखे रहकर हमें किसानों की भूख और देश के लाखों लोगों की भूख का एहसास हुआ. उन्होंने ने कहा कि लोकपाल बिल पारित होने की राह में 15 मंत्री खड़ें हैं जिनपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. लेकिन यह सरकार कुछ नहीं करने वाली. अगर वह लोकपाल बिल पास कर दे तो सभी 15 मंत्री जेल में होंगे.
केजरीवाल ने कहा कि हरेक आदमी भूख, गरीबी और बेरोजगारी से मुक्त भारत का सपना देखता है लेकिन यह कभी हकीकत नहीं हो पाता. अंग्रेजों के समय का कानून 1894 का भूमि अधिग्रहण कानून आज भी जारी है, उसे क्यों नहीं बदला जा सकता. हमें ऐसी शिक्षा पद्धति को भी बदलने की जरूरत है जो आदमी को बेरोजगार बनाता है. आज सब जगह शिक्षा की दुकान खुली हुई है, इसे बदलने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि अब यह देश दिल्ली से नहीं चलेगा. जैसे पहले अंग्रेज लंदन से शासन चलाते थे अब वैसा ही काले अंग्रेज दिल्ली में बैठकर शासन कर रहे हैं. अब हर गांव स्वतंत्र होगा, विकास का मॉडल गांव तय करेगा. केजरीवाल ने कहा कि मैं कांग्रेस को चेतावनी दे देना चाहता हूं. अगर अगले दो साल में जनलोकपाल, राइट टू रिकॉल जैसे कानून को पास कर दें तो हमलोग राजनीति में कदम नहीं रखेंगे.
केजरीवाल ने कहा कि जेपी आंदोलन के बाद यह सबसे बड़ा मौका है इसलिए हम सभी संगठनों से और सभी युवाओं से अनुरोध कर रहे हैं कि वह हमारे साथ आएं.
केजरीवाल ने कांग्रेस, बीजेपी, बीएसपी, एसपी समेत तमाम दलों के साथ लगे युवाओं से कहा कि अगर आप अपने दल के साथ खुश हैं तो ठीक है लेकिन अगर वहां दम घुटता है तो आप देशभक्तों की टोली में शामिल हो जाइए. आपका स्वागत है. इसबार हम बिना पैसे के चुनाव लड़कर जीतना चाहते हैं. अगर जनता साथ है तो सबकुछ संभव है. केजरीवाल ने कहा कि भविष्य भारत का है और अगले तीन साल में भारत भ्रष्टाचारमुक्त होकर रहेगा.
कपिल सिब्बल- केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने टीम अन्ना को चुनौती देते हुए कहा कि मेरे चुनाव क्षेत्र यानी चांदनी चौक से चुनाव लड़कर दिखाएं. आजतक के साथ एक खास बातचीत में सिब्बल ने कहा कि मैंने हमेशा सच का साथ दिया है. सिब्बल ने कहा कि टीम अन्ना ने हमेशा मुझपर निशाना साधा है. इसके अलावा सिब्बल ने कहा कि कोई भी कानून रामलीला मैदान में नहीं बनता है, कानून संसद में बनता है. सिब्बल ने तो यहां तक कहा कि रामलीला में आंदोलन के दौरन बीजेपी और एबीवीपी ने साथ दिया था लेकिन अब टीम अन्ना उसके खिलाफ भी बोल रही है. टीम अन्ना चांदनी चौक से चुनाव लड़कर दिखाए, पता चल जाएगा. सिब्बल ने कहा कि उनको तो पहले ही आ जाना चाहिए था लेकिन अच्छा हुआ अब पता चल जाएगा.
अंबिका सोनी- सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने कहा था कि टीम अन्ना के इरादे शुरू से ही राजनीति में आने का था, यह इन लोगों का हिडेन एजेंडा था. अब आ रहे हैं राजनीति के मैदान में तो पता चलेगा कि राजनेताओं को किन किन हालातों में काम करना पड़ता है.
दिग्विजय सिंह- कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने टीम अन्ना के इस नए तेवर का स्वागत किया और कहा कि अब रामदेव भी अपनी पार्टी बनाए और चुनाव के मैदान में हाथ आजमाए. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं तो पहले से ही कहता था, अच्छा हुआ इनलोगों ने खुलासा कर दिया.
बाबा रामदेव- बाबा रामदेव ने इस मुद्दे पर कहा कि अगर अन्ना ने इस प्रकार की घोषणा की है तो वे कुछ सोच समझकर ही किए होंगे. मैं उनके साथ बात करने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा.
नितिन गडकरी- भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अन्ना हजारे तथा उनकी टीम के अनशन तोड़ने व राजनीतिक विकल्प प्रदान करने की पेशकश का स्वागत करते हुए शुक्रवार को कहा कि टीम अन्ना उनकी पार्टी का विकल्प नहीं हो सकती. गडकरी ने कहा, 'जो भी भ्रष्टाचार के खिलाफ है, वह अन्ना हजारे या बाबा रामदेव का समर्थन करेगा. यदि अन्ना हजारे हमारा समर्थन चाहते हैं तो हम उनकी मदद करेंगे.' उन्होंने कहा कि टीम अन्ना बीजेपी का विकल्प नहीं हो सकती, लेकिन यह कांग्रेस का विकल्प हो सकती है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को नए समूह की ओर से कोई खतरा नहीं है.
सुब्रहमण्यम स्वामी- जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रहमण्यम स्वामी पहले ही कह चुके हैं कि टीम अन्ना वास्तव में यही चाहती थी और अब उनका सच सामने आ गया है.
केजरीवाल ने कहा कि अब यह आंदोलन बहुत बड़ा हो गया है जिसका मकसद सत्ता को गांव की ओर ले जाना है. इसके लिए हमें संसद में जाना होगा.
केजरीवाल ने कहा कि यह पार्टी नहीं आंदोलन होगा. हम इसके लिए किसानों, बेरोजगारों के बीच में जाएंगे और उनसे सस्याएं पूछेंगे और उनका समाधान तलाशेंगे. हमारा मकसद केवल चुनाव जीतना नहीं है. हमारा मकसद है इन नेताओं और पार्टियों को चुनौती देना. हम अपने चंदे और खर्चे का जिक्र वेबसाइट पर करेंगे और इन राजनीतिक दलों से भी कहेंगे कि वह भी ऐसा करें. हम जनता के जरिए उम्मीदवार खड़ा करेंगे न कि किसी हाईकमान के जरिए.
केजरीवाल ने कहा कि भूखे रहकर हमें किसानों की भूख और देश के लाखों लोगों की भूख का एहसास हुआ. उन्होंने ने कहा कि लोकपाल बिल पारित होने की राह में 15 मंत्री खड़ें हैं जिनपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. लेकिन यह सरकार कुछ नहीं करने वाली. अगर वह लोकपाल बिल पास कर दे तो सभी 15 मंत्री जेल में होंगे.
केजरीवाल ने कहा कि हरेक आदमी भूख, गरीबी और बेरोजगारी से मुक्त भारत का सपना देखता है लेकिन यह कभी हकीकत नहीं हो पाता. अंग्रेजों के समय का कानून 1894 का भूमि अधिग्रहण कानून आज भी जारी है, उसे क्यों नहीं बदला जा सकता. हमें ऐसी शिक्षा पद्धति को भी बदलने की जरूरत है जो आदमी को बेरोजगार बनाता है. आज सब जगह शिक्षा की दुकान खुली हुई है, इसे बदलने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि अब यह देश दिल्ली से नहीं चलेगा. जैसे पहले अंग्रेज लंदन से शासन चलाते थे अब वैसा ही काले अंग्रेज दिल्ली में बैठकर शासन कर रहे हैं. अब हर गांव स्वतंत्र होगा, विकास का मॉडल गांव तय करेगा. केजरीवाल ने कहा कि मैं कांग्रेस को चेतावनी दे देना चाहता हूं. अगर अगले दो साल में जनलोकपाल, राइट टू रिकॉल जैसे कानून को पास कर दें तो हमलोग राजनीति में कदम नहीं रखेंगे.
केजरीवाल ने कहा कि जेपी आंदोलन के बाद यह सबसे बड़ा मौका है इसलिए हम सभी संगठनों से और सभी युवाओं से अनुरोध कर रहे हैं कि वह हमारे साथ आएं.
केजरीवाल ने कांग्रेस, बीजेपी, बीएसपी, एसपी समेत तमाम दलों के साथ लगे युवाओं से कहा कि अगर आप अपने दल के साथ खुश हैं तो ठीक है लेकिन अगर वहां दम घुटता है तो आप देशभक्तों की टोली में शामिल हो जाइए. आपका स्वागत है. इसबार हम बिना पैसे के चुनाव लड़कर जीतना चाहते हैं. अगर जनता साथ है तो सबकुछ संभव है. केजरीवाल ने कहा कि भविष्य भारत का है और अगले तीन साल में भारत भ्रष्टाचारमुक्त होकर रहेगा.
अन्ना के ऐलान से राजनीतिक दलों में खलबली
टीम अन्ना ने राजनीतिक विकल्प देने यानी राजनीतिक पार्टी बनाने का फैसला तो कर लिया लेकिन उसकी राह आसान नहीं होने जा रही. पहले से स्थापित राजनीतिक दलों से मुकाबला करना टीम अन्ना के लिए निश्चित ही टेढी खीर साबित होगी. हालांकि जब से अन्ना ने राजनीतिक विकल्प देने की बात कही है तब से रोजनीतिक पार्टियों की मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.कपिल सिब्बल- केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने टीम अन्ना को चुनौती देते हुए कहा कि मेरे चुनाव क्षेत्र यानी चांदनी चौक से चुनाव लड़कर दिखाएं. आजतक के साथ एक खास बातचीत में सिब्बल ने कहा कि मैंने हमेशा सच का साथ दिया है. सिब्बल ने कहा कि टीम अन्ना ने हमेशा मुझपर निशाना साधा है. इसके अलावा सिब्बल ने कहा कि कोई भी कानून रामलीला मैदान में नहीं बनता है, कानून संसद में बनता है. सिब्बल ने तो यहां तक कहा कि रामलीला में आंदोलन के दौरन बीजेपी और एबीवीपी ने साथ दिया था लेकिन अब टीम अन्ना उसके खिलाफ भी बोल रही है. टीम अन्ना चांदनी चौक से चुनाव लड़कर दिखाए, पता चल जाएगा. सिब्बल ने कहा कि उनको तो पहले ही आ जाना चाहिए था लेकिन अच्छा हुआ अब पता चल जाएगा.
अंबिका सोनी- सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने कहा था कि टीम अन्ना के इरादे शुरू से ही राजनीति में आने का था, यह इन लोगों का हिडेन एजेंडा था. अब आ रहे हैं राजनीति के मैदान में तो पता चलेगा कि राजनेताओं को किन किन हालातों में काम करना पड़ता है.
दिग्विजय सिंह- कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने टीम अन्ना के इस नए तेवर का स्वागत किया और कहा कि अब रामदेव भी अपनी पार्टी बनाए और चुनाव के मैदान में हाथ आजमाए. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं तो पहले से ही कहता था, अच्छा हुआ इनलोगों ने खुलासा कर दिया.
बाबा रामदेव- बाबा रामदेव ने इस मुद्दे पर कहा कि अगर अन्ना ने इस प्रकार की घोषणा की है तो वे कुछ सोच समझकर ही किए होंगे. मैं उनके साथ बात करने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा.
नितिन गडकरी- भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अन्ना हजारे तथा उनकी टीम के अनशन तोड़ने व राजनीतिक विकल्प प्रदान करने की पेशकश का स्वागत करते हुए शुक्रवार को कहा कि टीम अन्ना उनकी पार्टी का विकल्प नहीं हो सकती. गडकरी ने कहा, 'जो भी भ्रष्टाचार के खिलाफ है, वह अन्ना हजारे या बाबा रामदेव का समर्थन करेगा. यदि अन्ना हजारे हमारा समर्थन चाहते हैं तो हम उनकी मदद करेंगे.' उन्होंने कहा कि टीम अन्ना बीजेपी का विकल्प नहीं हो सकती, लेकिन यह कांग्रेस का विकल्प हो सकती है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को नए समूह की ओर से कोई खतरा नहीं है.
सुब्रहमण्यम स्वामी- जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रहमण्यम स्वामी पहले ही कह चुके हैं कि टीम अन्ना वास्तव में यही चाहती थी और अब उनका सच सामने आ गया है.
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