नई दिल्ली। पाकिस्तानी सेना कितनी अनैतिक है यह बात किसी से छुपी नहीं है। आज तक भारतीय शहीद सैनिक हेमराज का सिर पाक सरकार ने वापस नहीं किया है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक पाकिस्तान में इस कुकृत्य के लिए इनाम दिया गया है।
मेंढर में भारतीय जांबाज शहीद हेमराज का सिर कलम करने वाले लश्कर-ए-तैयबा के नामी आतंकी अनवर खान को आईएसआई और पाकिस्तानी सेना की तरफ से इस कायरतापूर्ण काम के लिए पांच लाख रुपये का इनाम मिला है। आईबी और रॉ के साथ मिलिट्री इंटेलीजेंस की गोपनीय जानकारी से यह खुलासा हुआ है। फोन इंटरसेप्ट से जुटाई गई जानकारी गृह मंत्रालय को दी गई है। खुफिया रिपोर्ट में बताया गया है कि शहीद हेमराज और सुधाकर की हत्या की प्लानिंग आइएसआइ और पाकिस्तान सेना ने लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद के साथ मिलकर बनाई थी। रॉ और मिलीट्री इंटेलिजेंस ने पूरे ऑपरेशन का खुलासा कर दिया है।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मौजूद आईएसआई की टाटापानी यूनिट के सूबेदार जब्बार खान ने पाक सेना की मुजाहिद रेजीमेंट के साथ इस घटना को अंजाम दिया। इस कायरतापूर्ण काम में लश्कर-ए-तैयबा के 10 और जैश-ए-मोहम्मद 5 के आतंकी शामिल थे। शहीद हेमराज का सिर काटने के लिए इनाम में पांच लाख रुपए का इनाम आतंकी अनवर को दिया गया। बताया जा रहा है कि इसने 1996 में भारतीय सेना के एक कैप्टन का सिर धोखे से काटा था।
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की सीमा से जुड़े पाकिस्तानी इलाकों के युवकों की सेना में भर्ती की जा रही है। रिपोर्ट बताती है कि आतंकी संगठनों से जुड़े युवकों से सुरंग बिछाने, भारतीय सैनिकों को गोली मारने जैसे कुकृत्य पर इनाम दिया जा रहा है। सीमा पर सुरंग बिछाने के लिए पांच हजार रुपए का, सैनिक को गोली से मारने पर दस हजार रुपए का और सिर कलम करने पर पांच लाख रुपये का इनाम भी दिया जा रहा है।
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