भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि चौबीस घंटे बिजली देने की शुरुआत होने के बाद आधे घंटे की कटौती भी नहीं की जाए।
यदि उपभोक्ताओं को निरंतर बिजली मिलेगी तो वे पैसा देने में रुलाएंगे नहीं। चौहान ने शनिवार को प्रशासन अकादमी में ऊर्जा विभाग की समीक्षा के दौरान इंजीनियरों को नसीहत देते हुए कहा कि जनता का सामना करो, उनसे बचने की कोशिश मत करो। बिजली के मामले में अब डंडाराज नहीं चलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 घंटे बिजली देने की शुरुआत जबलपुर से हो रही है। इसके बाद अन्य जिलों को नंबर आएगा। सीएम ने स्पष्ट किया कि जनता के किया वादा हर हाल में पूरा किया जाएगा। लोग ऐसा मानते हैं कि सीएम बनने के बाद किसी भी योजना की शुरुआत करने में सीएम उत्साह दिखाते हैं और धीरे-धीरे जोश ठंडा हो जाता है। ऐसा बिल्कुल नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश को 24 घंटे बिजली देने में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो, इसके लिए फीडर सेपरेशन का काम शत-प्रतिशत करना होगा और मैदानी और निचले अमले को ट्रेनिंग देना होगी। बिजली मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि जबलपुर के बाद बुरहानपुर, इंदौर, रतलाम, अशोक नगर व श्योपुर का नंबर है। जून तक प्रदेश के तमाम जिलों में 24 घंटे बिजली की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश को 2014 में 61 हजार 448 मिलियन यूनिट बिजली की जरूरत है जबकि उपलब्धता 64 हजार 985 मिलियन यूनिट है। इसलिए बिजली की कोई कमी नहीं है। बिजली की हानि रोकनी होगी। इस मौके पर ऊर्जा सचिव मोहम्मद सुलेमान, प्रशासन अकादमी की महानिदेशक आभा अस्थाना भी मौजूद रहीं।
कोई जरूरी बात हो तो बताओ
जब बिजली मंत्री शुक्ल का भाषण चल रहा था, उसी समय मुख्यमंत्री के सचिव विवेक अग्रवाल ने एक जरूरी फोन कॉल की सूचना मुख्यमंत्री को दी। मुख्यमंत्री ने बीच कार्यक्रम में संबंधित से बात की। दीर्घा में सिर्फ इतना सुनाई दिया कि मीटिंग में हूं..। कार्यशाला में बैठा हूं..। कोई जरूरी बात हो तो बताओ..। इस दौरान बिजली मंत्री समेत पूरे कक्ष में चुप्पी छाई थी।
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