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29 जन॰ 2013

JLF: अवार्ड जीतने वाले लेखक ने मंच से 15 मिनट तक पढ़ीं गालियां



जयपुर.  जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का अंतिम दिन भी विवादों के साये में रहा। डीएससी लिटरेरी अवार्ड जीतने वाले लेखक जीत थायिल ने सोमवार को अपने उपन्यास नारकोपोलिस के कुछ ऐसे अंश पढ़े, जिनमें जमकर गालियां लिखी थीं।
 JLF: अवार्ड जीतने वाले लेखक ने मंच से 15 मिनट तक पढ़ीं गालियां
केरल में जन्मे और विदेश में पढ़े थायिल डिग्गी पैलेस के मुगल टैंट में सुबह 10 बजे के सेशन ‘ए रिबेल स्टेट’ में बालचंद नेमाडे के साथ वक्ता के रूप में थे। उन्होंने उपन्यास के अंश पढ़ने से पहले कहा, मैं माफी चाहता हूं। जो मैं अब पढ़ने जा रहा हूं, उस पर बहुत से लोगों को आपत्ति हो सकती है, लेकिन ये मेरी किताब के एक पात्र की ओर से कहे अंश हैं। उन्होंने इस अंश में बताया कि कैसे उनका पात्र अलग-अलग स्थानों और स्थितियों में लोगों से व्यवहार करता और ये अभद्र शब्द कहता है। 
 
थायिल की ओर से ऐसे शब्द करीब 15 मिनट तक पढ़े गए। उन्होंने कहा कि ऐसे शब्द आमतौर पर मुंबई जैसे शहरों में प्रचलित हैं और इन्हें अंग्रेजी साहित्य में आपत्तिजनक नहीं माना जाता।
 
पिछली बार भी विवादों में रहे थे
 
पिछले वर्ष थायिल और अन्य साथी सलमान रुश्दी की विवादित किताब सैटेनिक वर्सेज के अंश पढ़ने से विवाद में आ गए थे।
 
सेशन के बाद बात करने से भी इनकार
 
सेशन खत्म होने के बाद जब थायिल से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इनकार कर दिया। बाद में उनके लिटरेरी एडवाइजर डेविड गॉडविन ने स्पष्टीकरण दिया कि यह कोई विवाद का मामला नहीं है। थायिल ने तो सिर्फ अपनी किताब के अंश पढ़े हैं।
 
पांच दिन, तीन विवाद
 
25 जनवरी को गीतकार प्रसून जोशी ने कृष्ण को ईव टीजर (छेड़छाड़ करने वाला) बताया था।
26 जनवरी को आशीष नंदी ने एससी, एसटी और ओबीसी को भ्रष्ट कहा था।
 
आशीष नंदी प्रकरण में आयोजकों को नोटिस
 
 
लेखक आशीष नंदी के विवादित बयान के मामले में पुलिस ने जेएलएफ आयोजकों को पूछताछ के लिए नोटिस दिया है।
आयोजकों से कुछ दस्तावेज भी प्रस्तुत करने को कहा है। सेशन के वीडियो फुटेज के आधार पर पूछताछ होगी।
राष्ट्रीय एससी आयोग के अध्यक्ष पी एल पुनिया ने राजस्थान सरकार को नोटिस भेजकर पूछा है कि नंदी और आयोजक संजोय रॉय को 
अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया है?
 
पुलिस की भी लापरवाही उजागर
 
26 जनवरी को नंदी ने एससी-एसटी और ओबीसी को भ्रष्ट बताया था। केस दर्ज होने के बाद नंदी २७ को दिल्ली चले गए। तीन दिन बाद भी पुलिस ने कोई टीम दिल्ली नहीं भेजी है।
जांच एसीपी सुमित गुप्ता को सौंपी गई, जो कई दिनों से छुट्टी पर हैं। विरोध के बाद एडीसीपी प्रहलाद कृष्णिया को जांच सौंपी। अब पुलिस का कहना है कि जांच के लिए सीडी एफएसएल लैब भेजी जा रही है।
 
एडिशनल डीसीपी को जांच सौंपी
 
नंदी व संजॉय रॉय के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद जांच एसीपी सुमित गुप्ता को सौंपी गई थी, जो कई दिनों से छुट्टी पर हैं। लेकिन विभिन्न संगठनों के विरोध के चलते मामले की जांच एडीसीपी प्रहलाद कृष्णिया को सौंपी गई है।
 

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