आगरा: टीम अन्ना के सदस्य रहे युवा कवि कुमार विश्वास ने सूबे की सरकार पर जमकर शब्दबाण चलाए। सरकार को असफल बताते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पिता और चाचाओं के साये बाहर निकलने की भी नसीहत दे डाली। कहा कि अखिलेश ने उन युवाओं को निराश किया है, जो नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ रहे थे। मुख्यमंत्री अपने परिवारीजनों की भावना का ही ध्यान रखने में लगे रहते हैं।
कुमार विश्वास सूरसदन में आयोजित फेसबुक पार्टी में भाग लेने आए थे। मरीना होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश की सपा सरकार शासन चलाने में असफल रही है। इसका कारण है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दिन में कई बार अपने चाचाओं से सलाह लेनी पड़ती है। इसी में फंसे रहने की वजह से वे प्रदेश के विकास में ध्यान ही नहीं दे पाते। हर ओर अराजकता का माहौल है। उन्हें इनकी छाया से दूर निकल कर सत्ता संभालनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 2014 का चुनाव धर्म युद्ध होगा। केवल सिद्धांतों और आदर्शों को लेकर ही मतदान होगा। हमने समाज को दिशा देना शुरू कर दिया है। देश के 76 प्रतिशत नागरिक भ्रष्टाचार के विरोध में हैं। कुमार विश्वास ने कहा कि दामिनी प्रकरण से देश जाग गया है। इसको राजनीतिक लोग भी समझ रहे हैं। कई पार्टी मुखियाओं ने बलात्कारी को टिकट न देने का भी एलान कर दिया है। परंतु मामले पर आंसू बहाने वाली उत्तार प्रदेश सरकार ने सैफई में डांस कराये।
आगरा में जिला पंचायत अध्यक्ष गणेश प्रसाद के पुत्र के प्रकरण पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनका शपथ ग्रहण सरकार को वापस लेना चाहिए।
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बिना डंडे का सिपाही है लोकपाल
सरकार द्वारा पास लोकपाल बिल पर कुमार विश्वास का कहना था कि यह लोकपाल ऐसा सिपाही है, जिस पर न वर्दी है, न डंडा है न सीटी है। केजरीवाल के सवाल पर कहा कि वह अन्ना हजारे और आम आदमी पार्टी दोनों से जुडे़ हैं। क्योंकि दोनों का लक्ष्य भ्रष्टाचार दूर करना है।
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