कांग्रेस नेता शकील अहमद ने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी पर एक विवादित बयान देते हुए कहा कि आडवाणी पीएम बनने के लोभ में पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए.अहमद ने रविवार को यह बयान सीकर की एक जनसभा में कहा. उन्होंने कहा कि अगर उनको हिंदुओं की इतनी ही चिंता थी तो पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं की सेवा करते ना कि भारत आकर पीएम बनने का सपना देखते.
शकील अहमद ने कहा कि आडवाणी पाकिस्तान में पैदा ही नहीं हुए बल्कि उन्होंने बीए तक की शिक्षा पाकिस्तान में ही प्राप्त की है. सिर्फ आडवाणी की कानून की डिग्री मुंबई के किसी लॉ कॉलेज से ली है. शकील ने कहा कि बीए पास करने के बाद आदमी को होश हो जाता है. सोच-समझ हो जाती है. बीए पास करने के बाद आडवाणी के मन में इच्छा हुई कि हिंदू समाज की सेवा करें.
शकील अहमद ने आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान में 3 फीसदी हिंदू रहते हैं और वो हिंदुस्तान के हिंदुओं से ज्यादा दुखी हैं. सचमुच अगर आडवाणी को हिंदू समाज की सेवा करनी थी तो अपने घर की दुखी हिंदुओं की सेवा करते. मगर वहां सेवा के बदले मेवा नहीं मिलता. MP, MLA और प्रधानमंत्री के उम्मीदवार नहीं बनते तो ऐसे में हिंदुस्तान चले आए. उन्होंने कहा कि आडवाणी हिंदू समाज की सेवा करने नहीं अपनी सेवा करने भारत आए हैं.
शकील अहमद ने कहा कि आडवाणी पाकिस्तान में पैदा ही नहीं हुए बल्कि उन्होंने बीए तक की शिक्षा पाकिस्तान में ही प्राप्त की है. सिर्फ आडवाणी की कानून की डिग्री मुंबई के किसी लॉ कॉलेज से ली है. शकील ने कहा कि बीए पास करने के बाद आदमी को होश हो जाता है. सोच-समझ हो जाती है. बीए पास करने के बाद आडवाणी के मन में इच्छा हुई कि हिंदू समाज की सेवा करें.
शकील अहमद ने आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान में 3 फीसदी हिंदू रहते हैं और वो हिंदुस्तान के हिंदुओं से ज्यादा दुखी हैं. सचमुच अगर आडवाणी को हिंदू समाज की सेवा करनी थी तो अपने घर की दुखी हिंदुओं की सेवा करते. मगर वहां सेवा के बदले मेवा नहीं मिलता. MP, MLA और प्रधानमंत्री के उम्मीदवार नहीं बनते तो ऐसे में हिंदुस्तान चले आए. उन्होंने कहा कि आडवाणी हिंदू समाज की सेवा करने नहीं अपनी सेवा करने भारत आए हैं.
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