ऑनलाइन रेलवे टिकट कराने वाले यात्रियों को अब सर्विस टैक्स भी देना होगा।
यह टैक्स अभी तक भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) खुद चुका रहा था, लेकिन पहली अप्रैल से यात्रियों से इसकी वसूली होगी।
स्लीपर श्रेणी के दस रुपये के सर्विस चार्ज पर 1.23 रुपये सर्विस टैक्स और एसी श्रेणी के 20 रुपये के सर्विस चार्ज पर 2.46 रुपये सर्विस टैक्स है।
निगम अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2012 के मध्य में केंद्र सरकार की ओर से विभिन्न सेवाओं पर सर्विस टैक्स लगाया गया था।
इन सेवाओं में रेल यात्रियों पर कर भी शामिल थी। इसके तहत आरक्षण काउंटर से बुक होने वाले टिकटों पर तो यात्रियों से सर्विस टैक्स वसूला जा रहा था, जबकि निगम ऑनलाइन टिकटों पर यह कर नहीं ले रहा था।
इससे आईआरसीटीसी को ढाई करोड़ रुपये से अधिक अपनी जेब से देने पड़े हैं। निगम ने तय किया है कि अब ई-टिकट कराने वाले यात्रियों से सर्विस टैक्स वसूला जाएगा। यह टैक्स पहली अप्रैल से जारी होने वाले टिकटों पर लगेगा।
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