यमुना की रक्षा के लिए हजारों लोगों ने किया दिल्ली कूच |
आंदोलनकारियों का कहना है कि यमुना में केवल नाले का पानी है। यह आचमन करने लायक भी नहीं रहा। यमुना को लाने की लड़ाई हथिनी कुंड से शुद्ध जल छोड़े जाने तक लड़ी जाएगी। संत रमेश बाबा ने बताया कि उन्होंने सोनिया गांधी से जल संसाधन मंत्री हरीश रावत तक से शिकायत कर ली, लेकिन कुछ नहीं हुआ। आश्वासन से देश ठगा गया है। अब हमलोगों की अंतिम लड़ाई है।
इस यात्रा की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है, कि शुक्रवार को तीन घंटे तक सभी मंदिरों के पट बंद रहे। ताकि लोग पूरी तरह से दिल्ली कूच कर सकें। अधिवक्ताओं ने एक दिन काम बंद रखा और छात्र-छात्राएं स्कूल कॉलेज स्कूल-कॉलेज नहीं गए। दुकानदार प्रतिष्ठान बंद करके पैदल मार्च का समर्थन कर रहे हैं। सबकी तमन्ना दिल्ली में बैठी केंद्र सरकार को हिलाने के लिए हिलोरें मार रही है। यमुना प्रदूषण मुक्ति की मशाल अब आमजन ने थाम ली है।
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