नई दिल्ली. राजधानी के मंगोलपुरी में सात साल की बच्ची से रेप के मामले में उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने जांच के आदेश दे दिए हैं। निगम की शिक्षा समिति के अध्यक्ष महेंद्र नागपाल ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि बताया कि इसके लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई गई है।
कमेटी को जल्द से जल्द रिपोर्ट देने को कहा गया है। इस मामले में स्कूल का टीचर या स्टाफ जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हंगामे के बाद मामला दर्ज करने के मामले में दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर तेजेंदर लूथरा ने कहा कि बच्ची के परिजन शुक्रवार को थाने में शिकायत लेकर आए थे। पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।
फिर आई सीसीटीवी और गार्ड की याद
वारदात के बाद एनएमसीडी को एक बार फिर सीसीटीवी कैमरे और निजी सुरक्षा गार्ड रखने की याद आई है। नागपाल ने शुक्रवार को कहा कि निगम अपने सभी स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगाएगी और दरवाजे पर निजी सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे।
निगम में विपक्ष के नेता मुकेश गोयल ने कहा कि सत्ता में बैठी भाजपा स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है। यह मामला स्थाई समिति में भी आ चुका है और पारित किया जा चुका है लेकिन बार-बार खर्चों का हवाला देकर बस हवा हवाई बातें होती हैं।
मुख्यमंत्री ने घटना को अमानवीय और शर्मनाक बताया
दिल्ली सरकार ने घटना के लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम को दोषी बताया है। सरकार के शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि निगम द्वारा स्कूल परिसर की सुरक्षा व निगरानी का अभाव इस घटना का कारण हो सकता है।
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने इस घटना पर गहरा दुख व चिंता जाते हुए इसे अमानवीय व शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि यह घटना चौंकाने वाली है। उन्होंने कहा कि निगम को अपने सुरक्षा ढांचे को मजबूत करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर की सरकार ने नगर निगम से कहा है कि वह अभिभावकों में सुरक्षा की भावना सुनिश्चित करने के लिए अपने प्राइमरी स्कूलों में सुरक्षा स्थिति का तत्काल जायजा ले। शिक्षा मंत्री किरण वालिया ने भी इस मामले में निगम की मेयर मीरा अग्रवाल से बातचीत की।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें