नई दिल्ली।। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने देश की राजधानी में बड़ी आतंकी वारदात की साजिश को नाकाम कर दिया है। गुरुवार देर रात स्पेशल सेल की टीम ने पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में एक गेस्ट हाउस पर छापा मारकर हथियार, विस्फोटकों से भरे पांच बैग व आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किया। गेस्ट हाउस के दो कर्मचारियों को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
पुलिस तंत्र कई दिनों से इस जानकारी पर काम कर रहा था कि दिल्ली में फिदायीन अटैक और ब्लास्ट की तैयारी हो रही है। अफजल गुरु की फांसी के बाद से ही इस तरह की सूचनाएं थीं। लेकिन यह साफ नहीं है कि यह आतंकी ग्रुप फिरोज शाह कोटला में मैच के लिए आने वाले दर्शकों को निशाना बनाना चाहता था या होली के त्योहार पर वारदात करने की फिराक में था। इस बारे में पूछे जाने पर दिल्ली के पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने सुबह कुछ भी बताने में असमर्थता जाहिर कर दी। उन्होंने कहा कि अभी जांच शुरुआती स्टेज में है, वारदात कब की जानी थी, इस बारे में छानबीन की जा रही है।
गुरुवार रात 11 बजे के करीब बम और डॉग स्क्वॉड के साथ आधा दर्जन प्राइवेट गाड़ियों में आई टीम ने गेस्ट हाउस की चारों तरफ से घेराबंदी की। अधिकारियों ने गेस्ट हाउस में दाखिल होते ही एंट्री रजिस्टर को अपने कब्जे में ले लिया और हर कर्मचारी से बारी-बारी पूछताछ की। इसके बाद छापा मारा। कमरा नंबर 304 में दो दिन पहले आकर ठहरे जिस शख्स की तलाश थी, वह तो हाथ नहीं लगा लेकिन दिल्ली की तबाही का साजो सामान मिला। सूत्रों के मुताबिक दोनों संदिग्धों के साथ ए के 47 जैसे हथियार, भारी मात्रा में विस्फोटों से भरे पांच बैग और अन्य दस्तावेज शुक्रवार तड़के करीब 3 बजे स्पेशल टीम अपने साथ लेकर गई है।हिजबुल मुजाहिदीन के खूंखार आतंकी सैयद लियाकत खान को कुछ दिनों पहले गोरखपुर से पकड़ा गया था। उससे हुई गहन पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। सूत्रों के अनुसार बीते कई दिनों से मिल रहीं खुफिया सूचनाओं के आधार पर स्पेशल सेल पुख्ता इनपुट के बीच लियाकत को अपने साथ लेकर आई। उसने स्पेशल सेल को जामा मस्जिद के पास गेस्ट हाउस में अपने साथियों के रुकने की जानकारी दी। देर रात छापेमारी के लिए गुपचुप तैयारी हुई। स्पेशल सेल ने लोकल पुलिस को भी रेड के बारे में सूचना नहीं दी।
रात में जामा मस्जिद इलाके में पहुंचने पर लियाकत स्पेशल सेल के ऑफिसरों को कभी इस तरफ तो कभी उस तरफ गेस्ट हाउस बताकर गुमराह करता रहा। सूत्रों के अनुसार, विस्फोटकों के जखीरे होने की डीटेल मिलने पर रेड के दौरान किसी भी तरह के अटैक की आशंका के चलते स्पेशल सेल की टीम साथ में बम और डॉग स्क्वॉड लेकर पहुंची थी। जामा मस्जिद एरिया के कई गेस्ट हाउस को चेक करने के बाद अराफात गेस्ट हाउस में आखिर स्पेशल सेल को कामयाबी मिली।
सूत्रों के मुताबिक सेल के ऑफिसरों ने लियाकत की निशानदेही के मुताबिक यहां ठहरे उसके साथियों के बारे में जानकारी हासिल की मगर वे लोग यहां नहीं मिले। थोड़ी ही देर बाद एक-एक कमरे की तलाशी लेते वक्त कमरा नंबर 304 को जैसे ही खुलवाया गया। वहां पर दिल्ली को दहलाने वाला विस्फोटों की बड़ी खेप बरामद हुई। वहां से कुछ अहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
पुलिस तंत्र कई दिनों से इस जानकारी पर काम कर रहा था कि दिल्ली में फिदायीन अटैक और ब्लास्ट की तैयारी हो रही है। अफजल गुरु की फांसी के बाद से ही इस तरह की सूचनाएं थीं। लेकिन यह साफ नहीं है कि यह आतंकी ग्रुप फिरोज शाह कोटला में मैच के लिए आने वाले दर्शकों को निशाना बनाना चाहता था या होली के त्योहार पर वारदात करने की फिराक में था। इस बारे में पूछे जाने पर दिल्ली के पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने सुबह कुछ भी बताने में असमर्थता जाहिर कर दी। उन्होंने कहा कि अभी जांच शुरुआती स्टेज में है, वारदात कब की जानी थी, इस बारे में छानबीन की जा रही है।
गुरुवार रात 11 बजे के करीब बम और डॉग स्क्वॉड के साथ आधा दर्जन प्राइवेट गाड़ियों में आई टीम ने गेस्ट हाउस की चारों तरफ से घेराबंदी की। अधिकारियों ने गेस्ट हाउस में दाखिल होते ही एंट्री रजिस्टर को अपने कब्जे में ले लिया और हर कर्मचारी से बारी-बारी पूछताछ की। इसके बाद छापा मारा। कमरा नंबर 304 में दो दिन पहले आकर ठहरे जिस शख्स की तलाश थी, वह तो हाथ नहीं लगा लेकिन दिल्ली की तबाही का साजो सामान मिला। सूत्रों के मुताबिक दोनों संदिग्धों के साथ ए के 47 जैसे हथियार, भारी मात्रा में विस्फोटों से भरे पांच बैग और अन्य दस्तावेज शुक्रवार तड़के करीब 3 बजे स्पेशल टीम अपने साथ लेकर गई है।हिजबुल मुजाहिदीन के खूंखार आतंकी सैयद लियाकत खान को कुछ दिनों पहले गोरखपुर से पकड़ा गया था। उससे हुई गहन पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। सूत्रों के अनुसार बीते कई दिनों से मिल रहीं खुफिया सूचनाओं के आधार पर स्पेशल सेल पुख्ता इनपुट के बीच लियाकत को अपने साथ लेकर आई। उसने स्पेशल सेल को जामा मस्जिद के पास गेस्ट हाउस में अपने साथियों के रुकने की जानकारी दी। देर रात छापेमारी के लिए गुपचुप तैयारी हुई। स्पेशल सेल ने लोकल पुलिस को भी रेड के बारे में सूचना नहीं दी।
रात में जामा मस्जिद इलाके में पहुंचने पर लियाकत स्पेशल सेल के ऑफिसरों को कभी इस तरफ तो कभी उस तरफ गेस्ट हाउस बताकर गुमराह करता रहा। सूत्रों के अनुसार, विस्फोटकों के जखीरे होने की डीटेल मिलने पर रेड के दौरान किसी भी तरह के अटैक की आशंका के चलते स्पेशल सेल की टीम साथ में बम और डॉग स्क्वॉड लेकर पहुंची थी। जामा मस्जिद एरिया के कई गेस्ट हाउस को चेक करने के बाद अराफात गेस्ट हाउस में आखिर स्पेशल सेल को कामयाबी मिली।
सूत्रों के मुताबिक सेल के ऑफिसरों ने लियाकत की निशानदेही के मुताबिक यहां ठहरे उसके साथियों के बारे में जानकारी हासिल की मगर वे लोग यहां नहीं मिले। थोड़ी ही देर बाद एक-एक कमरे की तलाशी लेते वक्त कमरा नंबर 304 को जैसे ही खुलवाया गया। वहां पर दिल्ली को दहलाने वाला विस्फोटों की बड़ी खेप बरामद हुई। वहां से कुछ अहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
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