नई दिल्ली. दिल्ली के गांधीनगर इलाके में पांच वर्षीय बच्ची के साथ अमानवीय कृत्य से फिर राजनीतिक तापमान गरम हो गया है। स्थिति का जायजा लेने के लिए शुक्रवार देर शाम प्रधानमंत्री निवास 7, रेसकोर्स पर कांग्रेस कोरग्रुप की बैठक बुलाई गई। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ को भी बुलाया गया। सूत्रों के मुताबिक बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बेहद नाराज थीं और अपनी ही सरकार पर बरस पड़ीं। सोनिया ने पूछा, यह क्या हो रहा है।
शिंदे ने घटनाक्रम की जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक सानिया गांधी को शिंदे की सफाई संतुष्ट नहीं कर पाई। उन्होंने दिल्ली पुलिस के कार्यकलाप और दिल्ली की कानून व्यवस्था पर बेहद नाराजगी जताई। इसीलिए बैठक के बीच में ही शिंदे को गृह सचिव आरके सिंह से बात करनी पड़ी और सख्त कार्रवाई के निर्देश दोबारा देने पड़े।
कोरग्रुप में ही यह तय हुआ कि प्रधानमंत्री सख्त संकेत दें और इसके फौरन बाद प्रधानमंत्री ने इस घटना की न सिर्फ कड़े शब्दों में निंदा की बल्कि उपराज्यपाल से विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है। वहीं सोनिया गांधी ने बच्ची का कैसा इलाज चल रहा है और स्वास्थ्य में क्या प्रगति है, इन तमाम बातों की जानकारी ली है। शिंदे कोरग्रुप की बैठक के बाद गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से मिले और कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा। उधर, पूर्वी दिल्ली के सांसद तथा मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने कहा है कि पुलिस को दिल्ली सरकार के अधीन कर देना चाहिए।
राजपथ और इंडिया गेट पर सुरक्षा कड़ी
इस घटना को लेकर सियासी पारा और गर्म होगा इसलिए दिसंबर की घटना के बाद के आक्रोश की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए राजपथ और इंडिया गेट के इलाके में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त कर दिए गए हैं।
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