

लास्ट टर्मिनल संवाददाता। बीजिंग
अंतरिक्ष में 13 दिन परिक्रमा करने के बाद चीनी अंतरिक्ष यान शनचो -9 के तीनों अंतरिक्ष यात्री च्येंग हाईफेंग, ल्यू वांग और ल्यू यांग 29 जून को सुबह सकुशल देश के भीतरी मंगोलिया के लैंडिंग स्थल पर उतरे। यह इस का प्रतीक है कि शनचो नौ और थ्येनकुंग एक की डॉकिंग पूरी तरह सफल हुई है।
शनचो नौ की मौजूदा उड़ान में चीन के अंतरिक्ष यात्रा कार्य में अनेक प्रथम कामों को अच्छा अंजाम दिया गया है। ये हैं-
- पहली बार दो अंतरिक्ष यानों की मानव नियंत्रित डॉकिंग की गयी।
- पहली बार महिला चीनी अंतरिक्ष यात्री को आकाश में भेजा गया
- पहली बार थ्येयकुंग एक अंतरिक्ष यान का द्वार खोलने का काम पूरा किया गया
- पहली बार चीनी लोग अंतरिक्ष में 13 दिन घूमे।
- पहली बार अंतरिक्ष में साइकिल चलाने का अनुभव किया गया।
- पहली बार धरती और अंतरिक्ष के बीच ई-मेल का आदान-प्रदान हुआ।
- पहली बार धरती और अंतरिक्ष के बीच वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई।
इन विशेष सफलताओं से चीन के मानव सहित अंतरिक्ष यात्रा तेजी से सफलता की सीढ़ियां चढ़ी है। चीन विश्व का ऐसा तीसरा देश बन गया है जिसने स्वचालित रूप से और हस्त कंट्रोल से दो अंतरिक्ष यानों की डॉकिंग की तकनीकों में महारत हासिल की है। चीन के भावी अंतरिक्ष स्टेशन की स्थापना के लिए अहम आधार तैयार हो गया है।
थ्येनकुंग एक का द्वार खोलने में सफलता मिलने से चीनी अंतरिक्ष यात्री अब आसानी से अंतरिक्ष में 8 महीनों तक घूमते रहने के लिए थ्येन कुंग एक में प्रविष्ट हो सकेंगे और उसमें वैज्ञानिक परीक्षण कर अहम तकनीकी उपलब्धियां हासिल कर सकेंगे।
13 दिन तक अंतरिक्ष में परिक्रमा करने की सफलता से भावी चीनी अंतरिक्ष यात्रियों के लिए लम्बे समय के लिए आकाश में रहने और काम करने के अनुभव अर्जित हुए और चीनी अंतरिक्ष यात्रियों के अंतरिक्ष में अल्पकालीन ठहरने से दीर्घकालीन ठहरने तक के लिए आधार तैयार हुआ।
प्रथम महिला चीनी अंतरिक्ष यात्री के अंतरिक्ष में जा पहुंचने का अहम सामाजिक व वैज्ञानिक महत्व है, जिस पर विश्व में काफी बड़ी प्रतिक्रियाएं हुई हैं।
चीन को यह उपलब्धि आसानी से नहीं मिली। वह चीनी अंतरिक्ष यात्रियों की कड़ी मेहनत और अथक ट्रेनिंग का सुफल है।
मौजूदा अंतरिक्ष यात्रा में हाथों से दोनों यानों को आपस में जोड़ने की तकनीक अत्यन्त कठिन है। हाथ से डॉकिंग का काम करने वाले अंतरिक्ष यात्री ल्यू वांग ने भूमि पर इस के लिए 1500 से अधिक ट्रेनिंग की थीं, उन की सटीकता शत प्रतिशत हुई। इस काम के लिए अंतरिक्ष यात्री की आपात घटने का निपटारा करने की क्षमता तथा तेज प्रतिक्रिया करने की प्रतिभा की आवश्यकता है।
24 जून को शनचो नौ और थ्येनकुंग एक की हस्त नियंत्रण से डॉकिंग न केवल अचूक रही, साथ ही इस काम में स्वचालित ड़ॉकिंग से तीन मिनट का समय भी बचा।
प्रथम महिला चीनी अंतरिक्ष यात्री ल्यू यांग के अंतरिक्ष में जा पहुंचने और वहां 13 दिन जीवन बिताने व काम करने का बड़ा महत्व होता है। विदेशी अंतरिक्ष यात्रा में प्राप्त अनुभवों और वैज्ञानिक अनुसंधान से जाहिर है कि महिला आकाश के विशेष वातावरण के अच्छे अनुरूप हो सकती है, एकांतता को ज्यादा सहन सकती है और मनोदशा ज्यादा स्थिर रह सकती है। वे अंतरिक्ष यात्रा के लिए सक्षम होती है और संवेदनशील रहती है और बारीकी चिन्तन कर सकती है।
अंतरिक्ष में महिलाओं के शारीरिक, मनोवैज्ञानिक तथा मेडिकल अनुसंधान से भावी अंतरिक्ष यात्रा के लिए अहम संदर्भ सूचनाएं प्राप्त हुई हैं।
इस अंतरिक्ष यात्रा में अंतरिक्ष यात्रियों के जीवन पर बड़ा ध्यान दिया गया है। अंतरिक्ष यान में महिला की सुविधा के लिए वैज्ञानिकों व तकनीशियनों ने यान में अनेक सुधार किए, स्पेस सूट, कु्र्सी, वस्त्र, सफाई की चीजें और मूत्र-मल इक्ट्टे करने के उपकरण आदि विशेष तौर पर बनाए गये, इन के अलावा महिला अंतरिक्ष यात्री की विशेष पसंद के लिए चॉकलेट, मिठाई और पोषक खाद्य तैयार कर रखे गए।
अंतरिक्ष यानों की सफल डॉकिंग के लिए चीनी विशेषज्ञों ने शनचो नौ के लिए 328 समस्याओं व बाधाओं को दूर करने के तरीकों व उपायों का डिजाइन किया है और हस्त कंट्रोल से डॉकिंग की सफलता के लिए 17 समाधान मसौदे तैयार किए हैं। इन सभी तैयारियों से डॉकिंग, जीवन और वैज्ञानिक परीक्षण की गारंटी हो गयी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें