नई दिल्ली। देश के राष्ट्रपति चुनाव के लिए गुरूवार को सपा सुप्रीमो मुलायम
सिंह द्वारा दिया गया वोट खारिज कर दिया गया है। राष्ट्रपति चुनाव में
प्रत्याशी पीए संगमा के प्रतिनिघि सतपाल जैन की शिकायत पर सुनवाई के बाद
शुक्रवार को निर्वाचन आयोग ने वोट को खारिज माने जाने के निर्देश दिए।
आयोग ने इस चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी और राज्यसभा के महासचिव वीके अग्निहोत्री को भेजे पत्र में कहा कि यादव के दोनों मतपत्रों में से किसी को भी वोटों की गिनती में शामिल नहीं किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने कहा कि राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति चुनाव नियम-1974 के अनुसार, मुलायम सिंह का दूसरा मतपत्र वांछित नहीं है। आयोग ने यह भी कहा कि मुलायम सिंह को जारी पहला मतपत्र भी नहीं गिना जा सकता, क्योंकि इसकी गोपनीयता भंग हो गई है।
मालूम हो कि गुरूवार को मतदान के दौरान सपा नेता मुलायम सिंह यादव के कारण अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई थी। वे तब विवादों में घिर गए जब उन्होने गलती से भाजपा समर्थित पीए संगमा के नाम के आगे ठप्पा लगा डाला जबकि उन्होंने संप्रग के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को समर्थन का वादा किया था। जब तक वे मतपेटी में मतपत्र डालते, उन्हें गलती का अहसास हो गया। उन्होने उसे फाड़कर नया मतपत्र लेकर वोट डाला।
भाजपा ने की थी शिकायत
भाजपा ने मुलायम द्वारा मतपत्र फाड़े जाने तथा निर्वाचन अघिकारी द्वारा उन्हें नया मतपत्र दिए जाने को नियम के विरूद्ध बताकर मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की। इस बारे में राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचन अघिकारी एवं राज्यसभा के महासचिव वीके अग्निहोत्री के समक्ष संगमा के प्रतिनिघि एवं भाजपा नेता सतपाल जैन ने विरोध दर्ज कराया था।
आयोग ने इस चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी और राज्यसभा के महासचिव वीके अग्निहोत्री को भेजे पत्र में कहा कि यादव के दोनों मतपत्रों में से किसी को भी वोटों की गिनती में शामिल नहीं किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने कहा कि राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति चुनाव नियम-1974 के अनुसार, मुलायम सिंह का दूसरा मतपत्र वांछित नहीं है। आयोग ने यह भी कहा कि मुलायम सिंह को जारी पहला मतपत्र भी नहीं गिना जा सकता, क्योंकि इसकी गोपनीयता भंग हो गई है।
मालूम हो कि गुरूवार को मतदान के दौरान सपा नेता मुलायम सिंह यादव के कारण अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई थी। वे तब विवादों में घिर गए जब उन्होने गलती से भाजपा समर्थित पीए संगमा के नाम के आगे ठप्पा लगा डाला जबकि उन्होंने संप्रग के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को समर्थन का वादा किया था। जब तक वे मतपेटी में मतपत्र डालते, उन्हें गलती का अहसास हो गया। उन्होने उसे फाड़कर नया मतपत्र लेकर वोट डाला।
भाजपा ने की थी शिकायत
भाजपा ने मुलायम द्वारा मतपत्र फाड़े जाने तथा निर्वाचन अघिकारी द्वारा उन्हें नया मतपत्र दिए जाने को नियम के विरूद्ध बताकर मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की। इस बारे में राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचन अघिकारी एवं राज्यसभा के महासचिव वीके अग्निहोत्री के समक्ष संगमा के प्रतिनिघि एवं भाजपा नेता सतपाल जैन ने विरोध दर्ज कराया था।
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