जयपुर, 18 जुलाई। राष्ट्रपति चुनाव में गहलोत सरकार की परफोरमेंस का काउन्टडाउन शुरू हो गया है। अपनी
पार्टी के असंतुष्टों को मनाने और क्रॉस वोटिंग की आशंका को समाप्त करने
के लिए आज जहां दिल्ली में पार्टी के राजस्थान प्रभारी और केन्द्रीय मंत्री
मुकुल वासनिक राज्य के सांसदों से भोज के बहाने बातचीत में जुटे हैं,
वहीं विधानसभा में हो रही विधायक दल की बैठक में विधायकों के गिले शिकवे
दूर कर उन्हें एकजुट रहने की घुट्टी पिलाई जा रही है।
पार्टी का प्रयास है कि कोई भी विधायक क्रॉस वोटिंग कर पार्टी की छवि खराब नहीं करें तथा राज्य में यूपीए प्रत्याशी प्रणब मुखर्जी को 118 मत दिलाकर सरकार आलाकमान की नजर में अपनी छाप छोड़ सके।
इसके लिए पार्टी ने बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों के अलावा निर्दलीय विधायकों को अपने पाले में रखने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है।
पार्टी का प्रयास है कि प्रणब मुखर्जी को राजस्थान से कांग्रेस के 102 विधायकों के अलावा 13 में से 10 निर्दलीय, तीन माकपा, एक सपा, एक लोजपा, एक जदयू विधायक का मत मिले। कांग्रेस के महिपाल मदेरणा और मलखान सिंह विश्नोई के जेल में होने के कारण कम हो रही संख्या को पूरा करने के लिए भाजपा के असंतुष्ट विधायकों से सम्पर्क किया जा रहा है। इसमें भाजपा के निलम्बित विधायक हनुमान बेनीवाल का नाम शामिल है। जिनसे कांग्रेस के विधायकों ने आज भी सम्पर्क किया। कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर आज सभी विधायक जयपुर पहुंच गए। विधायकों ने वरिष्ठ विधायकों से मुलाकात की।
विधायकों से कहा गया है कि वे राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया को समझ लें। आज केबिनेट की बैठक शुरू होने से पूर्व कई मन्त्रियों ने कांग्रेस विधायकों से मुलाकात कर उनका मन टटोला।
राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों को लेकर आज विधानसभा की हां पक्ष लॉबी में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई जा रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में विधायकों से बात की जा रही है।
उन्हें नमूना मतपत्र दिखाने के बाद वोट देने का तरीका समझाकर पार्टी इस बात से आश्वस्त हो रही है कि अब विधायक मतदान के दौरान गलती कर किसी मतपत्र के खारिज होने का कारण नहीं बनेंगे। विधायकों को प्रशिक्षण देने की कमान पार्टी के वरिष्ठ विधायकों ने संभाली है। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा में हो रही बैठक में कांग्रेस में राष्ट्रपति चुनाव का मेनेजमेंट संभाल रहे वरिष्ठ नेता उन निर्दलीय विधायकों से खास बात कर रहे हैं जिन्होंने हाल ही में सत्ता में अधिकार नहीं लेने के कारण नाराजगी व्यक्त की थी।
पार्टी व्हिप के बंधन से मुक्त इन विधायकों को किसी भी तरह अपने खेमे में रखा जाए, इसका पार्टी पूरा ध्यान रख रही है। बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों से भी बात की जा रही है। क्रॉस वोटिंग की आशंका को लेकर कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रघु शर्मा का कहना है कि पार्टी के सभी विधायक एकजुट है। सरकार की कार्यकुशलता और कांग्रेस की जनकल्याणकारी नीतियों के कारण निर्दलीय विधायक उसे समर्थन दिए हुए हैं। राष्ट्रपति चुनाव में भी यह निर्दलीय विधायक प्रणब मुखर्जी को ही वोट देंगे। भाजपा किसी विधायक को बरगला नहीं सकती है।कांग्रेस आज मतदान में पार्टी विधायकों की वोटिंग की जिम्मेदारी संभालने वाले नाम भी तय कर रही है।
पार्टी का प्रयास है कि कोई भी विधायक क्रॉस वोटिंग कर पार्टी की छवि खराब नहीं करें तथा राज्य में यूपीए प्रत्याशी प्रणब मुखर्जी को 118 मत दिलाकर सरकार आलाकमान की नजर में अपनी छाप छोड़ सके।
इसके लिए पार्टी ने बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों के अलावा निर्दलीय विधायकों को अपने पाले में रखने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है।
पार्टी का प्रयास है कि प्रणब मुखर्जी को राजस्थान से कांग्रेस के 102 विधायकों के अलावा 13 में से 10 निर्दलीय, तीन माकपा, एक सपा, एक लोजपा, एक जदयू विधायक का मत मिले। कांग्रेस के महिपाल मदेरणा और मलखान सिंह विश्नोई के जेल में होने के कारण कम हो रही संख्या को पूरा करने के लिए भाजपा के असंतुष्ट विधायकों से सम्पर्क किया जा रहा है। इसमें भाजपा के निलम्बित विधायक हनुमान बेनीवाल का नाम शामिल है। जिनसे कांग्रेस के विधायकों ने आज भी सम्पर्क किया। कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर आज सभी विधायक जयपुर पहुंच गए। विधायकों ने वरिष्ठ विधायकों से मुलाकात की।
विधायकों से कहा गया है कि वे राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया को समझ लें। आज केबिनेट की बैठक शुरू होने से पूर्व कई मन्त्रियों ने कांग्रेस विधायकों से मुलाकात कर उनका मन टटोला।
राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों को लेकर आज विधानसभा की हां पक्ष लॉबी में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई जा रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में विधायकों से बात की जा रही है।
उन्हें नमूना मतपत्र दिखाने के बाद वोट देने का तरीका समझाकर पार्टी इस बात से आश्वस्त हो रही है कि अब विधायक मतदान के दौरान गलती कर किसी मतपत्र के खारिज होने का कारण नहीं बनेंगे। विधायकों को प्रशिक्षण देने की कमान पार्टी के वरिष्ठ विधायकों ने संभाली है। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा में हो रही बैठक में कांग्रेस में राष्ट्रपति चुनाव का मेनेजमेंट संभाल रहे वरिष्ठ नेता उन निर्दलीय विधायकों से खास बात कर रहे हैं जिन्होंने हाल ही में सत्ता में अधिकार नहीं लेने के कारण नाराजगी व्यक्त की थी।
पार्टी व्हिप के बंधन से मुक्त इन विधायकों को किसी भी तरह अपने खेमे में रखा जाए, इसका पार्टी पूरा ध्यान रख रही है। बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों से भी बात की जा रही है। क्रॉस वोटिंग की आशंका को लेकर कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रघु शर्मा का कहना है कि पार्टी के सभी विधायक एकजुट है। सरकार की कार्यकुशलता और कांग्रेस की जनकल्याणकारी नीतियों के कारण निर्दलीय विधायक उसे समर्थन दिए हुए हैं। राष्ट्रपति चुनाव में भी यह निर्दलीय विधायक प्रणब मुखर्जी को ही वोट देंगे। भाजपा किसी विधायक को बरगला नहीं सकती है।कांग्रेस आज मतदान में पार्टी विधायकों की वोटिंग की जिम्मेदारी संभालने वाले नाम भी तय कर रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें