संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनसएसी) में सीरिया
के प्रस्ताव पर भारत द्वारा समर्थन दिए जाने पर अमेरिका ने खुशी जताई है।
उसका कहना है कि इस मामले में भारत द्वारा सहयोग किया जाना खुशी की बात है।
विदेश विभाग की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड से जब यूएनएससी में अमेरिका
समर्थित सीरिया प्रस्ताव पर भारत द्वारा समर्थन दिए जाने के बारे में पूछा
गया तो उन्होंने कहा कि नई दिल्ली के सहयोग से हमें खुशी हुई।
मालूम हो कि इसी प्रस्ताव पर रूस और चीन ने वीटो किया था। नूलैंड ने प्रतिक्रिया व्यक्त करने हुए कहा कि अब वक्त आ गया है जब असद शासन को सत्ता छोड़ देनी चाहिए, क्याेंकि उन्होंने शासन में बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है। नूलैंड ने कहा कि सीरियाई विपक्ष द्वारा सरकार में बदलाव की योजना को समर्थन देने का वक्त आ गया है।
नूलैंड ने कहा कि जब तक चुनाव नहीं हो जाते तब तक वहां एक अंतरिम प्रशासन का गठन किया जाना चाहिए और उसे चलने के लिए सह सभी के समर्थन की जरूरत होगी। नूलैंड ने कहा कि सीरिया में सुरक्षा के कुछ मिले-जुले इंतजाम किए जाने की जरूरत है, जो सभी विपक्षी दलों को यह भरोसा दिला सके कि संक्रमण के इस दौर में सीरियाई जनता सुरक्षित है। नूलैंड दैनिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं।
मालूम हो कि इसी प्रस्ताव पर रूस और चीन ने वीटो किया था। नूलैंड ने प्रतिक्रिया व्यक्त करने हुए कहा कि अब वक्त आ गया है जब असद शासन को सत्ता छोड़ देनी चाहिए, क्याेंकि उन्होंने शासन में बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है। नूलैंड ने कहा कि सीरियाई विपक्ष द्वारा सरकार में बदलाव की योजना को समर्थन देने का वक्त आ गया है।
नूलैंड ने कहा कि जब तक चुनाव नहीं हो जाते तब तक वहां एक अंतरिम प्रशासन का गठन किया जाना चाहिए और उसे चलने के लिए सह सभी के समर्थन की जरूरत होगी। नूलैंड ने कहा कि सीरिया में सुरक्षा के कुछ मिले-जुले इंतजाम किए जाने की जरूरत है, जो सभी विपक्षी दलों को यह भरोसा दिला सके कि संक्रमण के इस दौर में सीरियाई जनता सुरक्षित है। नूलैंड दैनिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं।
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