आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की मांग से परेशान भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने आज पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को सख्त हिदायत की दी कि वे इस बारे में किसी भी तरह की बयानबाजी से बाज आएं। पार्टी के एक धडे़ की प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की मांग के बाद पिछले कुछ दिनों से इस बारे में लगातार चल रहे कयासों पर विराम लगाने के लिए सिंह पहले भी कार्यकर्ताओं से इस बारे में संयम बरतने और बयानबाजी न करने के लिए कह चुके हैं।
सिंह ने आज यहां पत्रकारों से कहा, 'मैं भाजपा कार्यकताओं और नेताओं से अपील करता हूं कि प्रधानमंत्री पद के लिए किसी तरह की बयानबाजी न की जाए। उन्होंने कहा कि वह स्वयं कह चुके हैं कि भाजपा की परंपरा रही है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पद के बारे में सभी निर्णय पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक में लिए जाते हैं। इसमें किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए।'
राजनाथ ने सख्त लहजे में कहा कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, कैसे होगा क्या निर्णय होगा और क्या नहीं होगा यह सब फैसले संसदीय बोर्ड की बैठक में होते हैं। उन्होंने कहा कि जब भी प्रधानमंत्री पद से जुडा प्रश्न पूछा जाए तो सभी नेता यही जवाब दें कि इन बातों का फैसला संसदीय बोर्ड की बैठक में ही होता है।
उन्होंने कहा कि वैसे तो पार्टी के सभी नेता मर्यादित आचरण करते हैं लेकिन उनका फिर भी विनम्र निवेदन हैं कि इस बारे में बयान देते समय संयम बरतें। उन्होंने कहा कि किसी की भावना आहत नहीं होनी चाहिए। सिंह ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि मैं इस बारे में दोबारा अपील नहीं करूंगा।
सिंह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब महा कुंभ में संत समाज की ओर से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के बारे में प्रस्ताव पारित किए जाने की अटकलें हैं। खुद सिंह भी छह फरवरी को कुंभ स्नान के लिए जा रहे हैं।
सिंह ने आज यहां पत्रकारों से कहा, 'मैं भाजपा कार्यकताओं और नेताओं से अपील करता हूं कि प्रधानमंत्री पद के लिए किसी तरह की बयानबाजी न की जाए। उन्होंने कहा कि वह स्वयं कह चुके हैं कि भाजपा की परंपरा रही है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पद के बारे में सभी निर्णय पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक में लिए जाते हैं। इसमें किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए।'
राजनाथ ने सख्त लहजे में कहा कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, कैसे होगा क्या निर्णय होगा और क्या नहीं होगा यह सब फैसले संसदीय बोर्ड की बैठक में होते हैं। उन्होंने कहा कि जब भी प्रधानमंत्री पद से जुडा प्रश्न पूछा जाए तो सभी नेता यही जवाब दें कि इन बातों का फैसला संसदीय बोर्ड की बैठक में ही होता है।
उन्होंने कहा कि वैसे तो पार्टी के सभी नेता मर्यादित आचरण करते हैं लेकिन उनका फिर भी विनम्र निवेदन हैं कि इस बारे में बयान देते समय संयम बरतें। उन्होंने कहा कि किसी की भावना आहत नहीं होनी चाहिए। सिंह ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि मैं इस बारे में दोबारा अपील नहीं करूंगा।
सिंह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब महा कुंभ में संत समाज की ओर से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के बारे में प्रस्ताव पारित किए जाने की अटकलें हैं। खुद सिंह भी छह फरवरी को कुंभ स्नान के लिए जा रहे हैं।
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