नई दिल्ली. अफजल गुरु की फांसी सरकार के गले की हड्डी बन गई है। अब अफजल के घरवालों को फांसी की सूचना देरी से मिलने पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से नाराजगी जताई है। पीएम ने शिंदे से कहा है कि फांसी देने से पहले अफजल के परिजनों को जानकारी क्यों नहीं दी गई? प्रधानमंत्री ने यह नाराजगी राष्ट्रपति भवन में आयोजित राज्यपाल कॉन्फ्रेंस के बाद शिंदे से मुलाकात के दौरान जताई।
पीएम ने कहा कि अफजल भले ही आतंकियों के संपर्क में था। लेकिन सूचना देने के लिए राज्य के हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जा सकता था। उन्होंने अफजल के परिजनों को स्पीड पोस्ट से सूचना भेजने के निर्णय पर भी सवाल उठाया। इससे पहले जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला और उनके पिता और केंद्रीय मंत्री फारुख अब्दुल्ला भी अफजल की फांसी के तरीके और उसके परिजनों को सूचना देने पर सवाल उठा चुके हैं। इसके बाद गृहमंत्री ने अपनी सफाई में कहा था कि अफजल के परिजनों को सूचना नियमानुसार ही दी गई थी और यह काम तिहाड़ जेल प्रशासन ने किया था। अफजल की फांसी का देश में कई मानवाधिकार कार्यकर्ता और कश्मीरी छात्र विरोध कर रहे हैं।
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