नई दिल्ली: अगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील मामले में यूपीए सरकार की फैक्टशीट में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का भी नाम हैं। दरअसल सूत्रों के मुताबिक जब इटली की सरकार से अगस्टा वेस्टलैंड की डील हुई तब उस वक्त प्रणब मुखर्जी तत्कालीन रक्षा मंत्री थे। इतालवी कंपनी फिनमेकानिका के साथ हेलीकॉप्टर डील पर अंतिम मुहर उनके वक्त में ही लगी थी।
इतालवी कंपनी फिनमेकानिका के साथ भारत की 12 VVIP हेलीकॉप्टरों की डील तब हुई जब वर्ष 2005 में प्रणब मुखर्जी रक्षा मंत्री थे। सरकार की फैक्टशीट में यहा गया है कि इस टेंडर को 2005 में अंतिम रुप दिया गया और उस वक्त एसपी त्यागी वायु सेना प्रमुख थे।
फैक्टशीट में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए शासन पर डील को लेकर आरोप मढ़े गए है जिसमें उस वक्त के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ब्रजेश मिश्रा की भूमिका पर सवाल उठाया गया है।
इस मामले को लेकर विपक्ष के निशाने पर आए रक्षा मंत्रालय ने समझौते से जुड़े तथ्यों और पूरे विवरण को पेश किया है। यह मामला 12 हेलीकॉप्टरों की खरीद से जुड़े समझौते का है। साल 2010 में 3600 करोड़ रुपये का यह करार फिनमेकानिका की इकाई अगस्ता वेस्टलैंड के साथ किया गया था।
मंत्रालय ने कहा कि वाजपेयी सरकार के समय साल 2003 में ही हेलीकॉप्टरों की आवश्यक तकनीकी जरूरतों को बदला गया था और इसमें तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ब्रजेश मिश्र ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।
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