नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (एएपी) के नेता अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर अनशन की राह पकड़ी है, लेकिन इस बार उनका अनशन अलग है। वे किसी मैदान में नहीं एक घर में बैठकर अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं। उनका यह अनशन भारतीय राजधानी में बिजली और पानी की दरें बढ़ाए जाने के विरोध में होगा।
केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि समय आ गया है, जब जनता को दिल्ली सरकार द्वारा दरों में की गई अवैध वृद्धि के खिलाफ लामबंद किया जाए।
केजरीवाल, पूर्वी दिल्ली की नंद नगरी में अनुमंडलीय दंडाधिकारी के कार्यालय के पास एक मकान में अनशन पर बैठे हैं। केजरीवाल के अनुसार, इस मकान मालिक को पानी और बिजली का अपना बिल चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ा।
एएपी के सदस्य भी पूरी दिल्ली में 264 वार्डो में प्रदर्शन करेंगे और दरवाजे-दरवाजे जाकर एक अभियान शुरू करेंगे तथा लोगों से कहेंगे कि बढ़ी हुई दर के अनुसार बिल का भुगतान न करें।
केजरीवाल ने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर आरोप लगाया है कि उन्होंने बिजली और पानी कम्पनियों के साथ सांठगांठ कर अवैध तरीके से दरें बढ़ाई है।
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अनशन में आने के मुद्दे पर केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने 29 मार्च को आने का भरोसा दिया है।
केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि समय आ गया है, जब जनता को दिल्ली सरकार द्वारा दरों में की गई अवैध वृद्धि के खिलाफ लामबंद किया जाए।
केजरीवाल, पूर्वी दिल्ली की नंद नगरी में अनुमंडलीय दंडाधिकारी के कार्यालय के पास एक मकान में अनशन पर बैठे हैं। केजरीवाल के अनुसार, इस मकान मालिक को पानी और बिजली का अपना बिल चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ा।
एएपी के सदस्य भी पूरी दिल्ली में 264 वार्डो में प्रदर्शन करेंगे और दरवाजे-दरवाजे जाकर एक अभियान शुरू करेंगे तथा लोगों से कहेंगे कि बढ़ी हुई दर के अनुसार बिल का भुगतान न करें।
केजरीवाल ने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर आरोप लगाया है कि उन्होंने बिजली और पानी कम्पनियों के साथ सांठगांठ कर अवैध तरीके से दरें बढ़ाई है।
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अनशन में आने के मुद्दे पर केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने 29 मार्च को आने का भरोसा दिया है।
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