उदयपुर. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान के उदयपुर में एक रैली कर चुनावी बिगुल फूंका तो विपक्षी बीजेपी ने भी चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी हैं। खबर है कि सुषमा स्वराज को नरेंद्र मोदी की जगह बीजेपी चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वहीं, राहुल ने सलंबूर में चुनावी सभा में कहा, 'विपक्ष जो चाहे कर लें, हम अपना काम करेंगे। विपक्ष मानता है कि गरीब देश पर बोझ है लेकिन हम मानते है कि गरीबों के पसीने से देश आगे बढ़ता है। गरीब, आदिवासी, दलित का हम पर भरोसा है। इसलिए हम विपक्ष का विरोध करते है। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि दिल्ली में आपके सिपाही बैठे है और आपकी लड़ाई हम लड़ेंगे संसद में।'
नियमगिरी के रास्ते आदिवासियों में पैठ बनाने की कोशिश
ओडि़शा में 12 ग्राम सभाओं द्वारा वेदांता कंपनी के खिलाफ फैसला देने का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, आदिवासियों की जमीन विपक्ष बिना पूछे उद्योगपतियों को बांट रहा था। जबकि पहाड़ आदिवासियों के देवता थे और उनकी पूजा करते है वे लोग। गरीब आदिवासी कहां जाएगा, जब उसकी जमीन चली जाएगी। राहुल ने पंचायती राज कानून का जिक्र करते हुए कहा, आम आदमी आगे आए और कानून बनाने में शामिल हो।
उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी गरीबों के लिए रोजगार योजना और भोजन का अधिकार लेकर आई है। जब तक गरीब को भोजन नहीं मिलेगा। देश आगे नहीं बढ़ेगा। राहुल ने खाद्य सुरक्षा बिल, रोजगार गारंटी योजना के साथ साथ ट्राइबल एक्ट का जिक्र करते हुए केन्द्र सरकार की योजनाएं गिनाई।
केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने रैली में जुटे लाखों लोगों को गुरु शिष्य परंपरा की कहानी सुनाई। इस कहानी के माध्यम से राहुल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपना काम करती रहेगी। विपक्ष को जो करना है कर लें।
आम आदमी की कहानी:
राजस्थान सरकार की निशुल्क दवा योजना और सस्ते दरों पर खाद्यान्न वितरण योजना की तारीफ करते हुए राहुल ने कहा कि यूपी में एक बार मैंने लोगों से पूछा कि भाई, कुछ अपनी जिंदगी के बारे में बताओ। उन्होंने ने कहा, राहुल जी हम लोग मजदूर आदमी जितना कमा नहीं पाते उतना दवाओं में चला जाता है। दो दिन काम करते है, लेकिन खाना नहीं मिलता। फिर बुखार आ जाता है और जो कमाये रहते वो दवाईयों में चला जाता है। आखिर में राहुल ने अपने आदिवासी समर्थकों को उनके स्वागत और नृत्य के लिए धन्यवाद दिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें