जयपुर, 15 मई। राजस्थान विश्वविद्यालय की झालाना डूंगरी रोड स्थित बेशकीमती जमीन खुर्द-बुर्द हो गई है। बीस एकड़ से अधिक क्षेत्र वाली इस जमीन का वर्तमान बाजार मूल्य करोड़ों रुपए है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए विवि के कार्यवाहक कुलपति का कार्यभार संभाल रहे संभागीय आयुक्त ने जमीन पर हुए कथित अतिक्रमण की जांच के लिए कमेटी बना दी है। शिक्षकों-कर्मचारियों की शिकायत और सूचना के अधिकार के तहत विवि के पक्ष में सामने आए सबूतों के बाद कुलपति ने इस मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट के आने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से भी इस सनसनीखेज मामलेे की जांच करवाए जाने की तैयारी की जा रही है। दरअसल, राजस्थान विवि को 1961 में तत्कालीन राज्यपाल डॉ. सम्पूर्णानंद ने 157 एकड़ जमीन दी थी। यह जमीन विवि को तीन अलग-अलग टुकड़ों में दी गई थी। जिस पर कैम्पस का विकास किया गया है। कई एकड़ जमीन अभी भी हरित क्षेत्र के रूप में विवि के अधिकार क्षेत्र में है। लेकिन विवि के शिक्षकों और कर्मचारियों का कहना है कि इस जमीन पर विवि के इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही से कुछ निजी संस्थाओं ने कब्जा कर लिया है।
यह कब्जा झालाना डूंगरी रोड स्थित कैम्पस क्षेत्र में किया गया है। करीब बीस एकड़ से अधिक क्षेत्र की बेशकीमती भूमि पर कथित अतिक्रमण की शिकायत की गई है। जिसके बाद संभागीय आयुक्त और विवि के कुलपति डॉ. मधुकर गुप्ता ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर तथ्यात्मक जानकारी मांगी है। फिलहाल इस कमेटी में विवि के सेवानिवृत्त और कार्यकारी शिक्षकोंं, कर्मचारी और अभियंता को शामिल किया गया है। कुलपति ने दो सप्ताह में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। जिसके बाद भ्रष्टाचार के इस गंभीर मामले की जांच सरकारी स्तर की स्वतंत्र एंजेसियों से करवाए जाने की बात भी कही जा रही है।
यह कब्जा झालाना डूंगरी रोड स्थित कैम्पस क्षेत्र में किया गया है। करीब बीस एकड़ से अधिक क्षेत्र की बेशकीमती भूमि पर कथित अतिक्रमण की शिकायत की गई है। जिसके बाद संभागीय आयुक्त और विवि के कुलपति डॉ. मधुकर गुप्ता ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर तथ्यात्मक जानकारी मांगी है। फिलहाल इस कमेटी में विवि के सेवानिवृत्त और कार्यकारी शिक्षकोंं, कर्मचारी और अभियंता को शामिल किया गया है। कुलपति ने दो सप्ताह में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। जिसके बाद भ्रष्टाचार के इस गंभीर मामले की जांच सरकारी स्तर की स्वतंत्र एंजेसियों से करवाए जाने की बात भी कही जा रही है।